पिशाच बाधा का प्रमाण बढ़ता जा रहा है – मानसोपचार तज्ञ डॉक्टर गैल्घर का दावा

न्यूयॉर्क: पिशाच बाधा हो सकती है और वर्तमान समय में पिशाच बाधा का प्रमाण बढ़ता जा रहा है, ऐसा प्रख्यात मानसोपचार तज्ञ डॉ रिचर्ड गैल्घर ने कहा है। अमरिका के प्रिंसटन और येल इस ख्यातनाम विद्यापीठ से पदवी प्राप्त किए डॉक्टर गैल्घर ने यह दावा करते हुए पिशाच बाधा दूर करने वाले एग्जॉरसिस्ट के लिए मांग बढ़ने की बात कही है। डॉक्टर गैल्घर ने एक पाश्चिमात्य दैनिक को दिए मुलाकात में यह दावा किया है।

पिशाच बाधा, प्रमाण, बढ़ता जा रहा, मानसोपचार तज्ञ, गैल्घर, दावा, न्यूयॉर्क, शक्तिपिशाच बाधा यह सच्ची बात है और इसका प्रमाण दुनिया भर में बढ़ता जा रहा है। इसकी वजह से पिशाच बाधा से रिहाई करने के लिए एक्जॉरसिस्ट के लिए मांग बढ़ती जा रही है, ऐसा डॉक्टर गैल्घर ने इस मुलाकात में स्पष्ट किया है। डेमोनिक फोज: ए साइकेट्रिस्ट इनवेस्टिगेटिव डेमोनिक पझेशन इन द मॉडर्न यूनाइटेड स्टेट्स’ इस अपने आने वाले पुस्तक के निमित्त से डॉक्टर गैल्घर ने इस दैनिक को मुलाकात दी है। इस निमित्त से डॉक्टर गैल्घर ने मानव को बाधा होनेवाली शक्ति अत्यंत चालाक होने का दावा किया है।

इससे पहले भी डॉक्टर रिचर्ड गैल्घर ने पिशाच बाधा के बारे में जानकारी देने वाला विस्तृत लेख लिखा था। लगभग २ वर्षों पहले प्रसिद्ध हुए एक लेख में उन्होंने विज्ञान एवं अपने शास्त्र पर विश्वास होने वाले डॉक्टर के तौर पर अपनी पिशाच बाधा जैसे बातों पर विश्वास नहीं था ऐसा इकबालिया बयान दिया था। पर १९८० के दशक में अपना एक महिला से संपर्क हुआ और वह स्वयं शैतान की उपासक होने की बात कही थी। मानसिक अव्यवस्था का सामना करनेवाले रोगी के तौर पर वह उस औरत की तरफ देख रहे थे। पर यह महिला अन्य लोगों के निजी जिंदगी के अत्यंत संवेदनशील जानकारी उजागर कर रही थी। इतना ही नहीं, मेरी मां की कैंसर से मृत्यु हुई थी, यह उस महिला ने डॉक्टर को कहा था, ऐसा डॉक्टर गैल्घर ने अपने लेख में लिखा है।

उसके बाद कई लोगों ने मुझे इस महिला के बारे में अधिक जानकारी दी एवं वह लैटिन जैसे अनजाने भाषा में बोल सकती है, ऐसा कहा था तथा वह महिला कभी भी न देखे हुए एवं मृत हुए कई लोगों के बारे में सारी जानकारी दे पा रही थी। यह सब कुछ मेरी समझ के बाहर था। उसके बाद वह पिशाच बाधा की तरफ गंभीरता से देखने लगे ऐसा डॉक्टर गैल्घर ने स्पष्ट किया है। पर यह बात शास्त्र के अनुसार सिद्ध करना कठिन है, इसकी तरफ डॉक्टर गैल्घर ने इस लेख में कहते हुए ध्यान केंद्रित किया था।

सन २०१४ में पोप फ्रांसिस ने इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ एक्जॉरसिस्ट को (आयएई) को अधिकृत स्तर पर मंजूरी दी थी। अमरिका में लगभग ५० एक्जॉरसिस्ट अर्थात पिशाच बाधा दूर करने वाले काम कर रहे हैं। पर पिछले १२ वर्षों के कालखंड में पिशाच बाधा का प्रमाण बहुत ही बढ़ता जा रहा है। फिलहाल एक एक्जॉरसिस्ट के पास हर हफ्ते २० मामले आ रहे हैं। दशक भर में यह संख्या दुगनी होने की बात दिखाई दे सकती है, ऐसा दावा डॉ रिचर्ड गैल्घर ने किया था।

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