जर्मनी से अमरिकी सेना हटाने की धमकी

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरवॉशिंगटन/बर्लिन/वॉर्सा: अमरिका अपने कर दाताओं का पैसा जर्मनी में सेना की तैनाती करने के लिए खर्च कर रही है और ऐसे समय जर्मन सरकार अपना निधि अंतर्गत बातों पर खर्च कर रही हैं| ऐसा आरोप करते हुए अमरिका जल्द ही जर्मनी में तैनात अपनी सेना हटाएगी, ऐसी धमकी अमरिकी राजदूत ने दी है| राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने पिछले वर्ष हुए नाटो की बैठक में जर्मनी जैसे कई प्रमुख देश योग्य तादाद में नाटो के रक्षा खर्च का भार नहीं उठा रहे, ऐसी खुलेआम आलोचना की थी| उस समय पिछले कुछ महीनों में पोलैंड जैसे देश के साथ रक्षा करार करते हुए इस देश में अमरिका का अड्डा निर्माण करने के संकेत भी दिए थे|

पिछले वर्ष से अमरिका एवं जर्मनी में बना तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है और राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने नॉर्ड स्ट्रीम २ एवं हुवेई के मुद्दे पर जर्मनी पर निशाना साधा है| उस समय जर्मनी के साथ व्यापार में होनेवाले असंतुलन पर भी ट्रम्प ने नाराजगी व्यक्त की है और जर्मन गाड़ियों पर कर जारी करने के संकेत दिए थे| राष्ट्राध्यक्ष पद के सूत्र हाथ लेने से ट्रम्प ने नाटो में अमरिका एवं यूरोप के योगदान की लगातार तुलना करते हुए, यूरोपीय देशों को रक्षा खर्च में बढ़ोतरी करने के बारे में सूचित किया है| जर्मनी एवं अन्य देशों ने ट्रम्प की चेतावनी पर प्रतिक्रिया ना देने से अमरिका ने जर्मनी को समय समय पर सुनाया है|

शुक्रवार को अमरिका के जर्मनी में स्थित राजदूत रिचर्ड ग्रेनेल ने जर्मन एजेंसी को दिए मुलाकात में नाटो के रक्षाखर्च का मुद्दा फिर एक बार उपस्थित किया है| अमरिका की जनता जर्मनी में ५० हजार से अधिक अमरिकी सैनिकों के लिए आवश्यक पैसे कर के माध्यम से हमेशा देती रहेगी, यह समझ रखना क्रोध जनक है| उसी समय जर्मनी उनके वित्तसंकल्प में अतिरिक्त निधि अंतर्गत कार्यक्रम के लिए खर्च कर रही है| यह नहीं चलेगा ऐसा कहते हुए, ग्रेनेल ने ट्रम्प की भूमिका योग्य होने की बात सूचित की है|

अमरिका के अनेक राष्ट्राध्यक्षो ने यूरोप की सबसे बड़े वित्त व्यवस्था का रक्षा का खर्च स्वयं उठाए इसका एहसास लगातार दिलाया है, इसकी तरफ अमरिकी राजदूत ने ध्यान केंद्रित किया है| जर्मनी ने इसे नजरअंदाज किया तो अमरीकी राष्ट्राध्यक्ष जर्मनी में तैनात सेना की वापसी कर सकते है, ऐसी चेतावनी ग्रेनिलने दी है| उसी समय उन्होंने पोलैंड में नियुक्त अमरिकी राजदूत जॉर्जेट मॉसबाकर के विधान का दाखिला दिया है|

पोलैंड में अमरिकी राजदूत जॉर्जेट मॉसबाकर ने ट्विटर पर डाले हुए एक पोस्ट में पोलैंड नाटो के निकष के अनुसार जीडीपी के २ प्रतिशत रक्षा खर्च कर रहा है| जर्मनी वह नहीं पाल रहा और अमरिका ने जर्मनी की सेना पोलैंड में भेजने पर पोलैंड उसका स्वागत करेगा, ऐसा राजूत जॉर्जेट मॉंसबाकर ने कहा है| पोलैंड सरकार ने इससे पहले ट्रम्प के दौरे में अमरिका के रक्षा अड्डा निर्माण किया जाए, ऐसा खुला प्रस्ताव भी दिया था|

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