अमरीका सीरिया पर कठोर कार्रवाई करेगा – अमरिका के विदेश मंत्रालय की चेतावनी

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वॉशिंग्टन/दमास्कस – इस्राइल की गोलान पहाड़ियों की सीमा के पास ‘पैंटसीर’ विमान भेदी यंत्रणा तैनात करने वाले सीरिया की अस्साद राजवट को अमरिका ने कठोर चेतावनी दी है। ‘अमरिका के मध्यस्थ से दक्षिण सीरिया में लागू की गई संघर्षबंदी का सीरियन लष्कर ने उल्लंघन किया तो अमरिका सीरिया पर कठोर कार्रवाई करेगा’, ऐसी अमरिका के विदेश मंत्रालय ने चेतावनी दी है। उसीके साथ ही सीरियन राजवट की तरफ से इस संघर्षबंदी का पालन करके लेने की जिम्मेदारी पूरी तरह से रशिया पर है, इसकी याद भी अमरिका के विदेश मंत्रालय ने दिलाई है।

पिछले कुछ दिनों से सीरियन लष्कर ने ‘देरा’ और ’कुनित्रा’ इस इस्राइल के पास के सीमा इलाके में लष्करी गतिविधियाँ शुरू की हैं। इस जगह पर तैनात सीरियन लष्कर के कमांडर ने एक अख़बार को इन गतिविधियों की जानकारी दी। ‘सीरियन लष्कर ने इस्राइल के गोलान पहाड़ियों की सीमारेखा के पास ‘पैंटसीर एस१’ यह रशियन बनावट की विमान भेदी यंत्रणा तैनात की है। इस यंत्रणा की तैनाती इस्राइल विरोधी है और सीरिया की हवाई सीमा की सुरक्षा के लिए और कुछ यंत्रणाएँ जल्द ही इस इलाके में दाखिल होंगी, ऐसा सीरियन लष्कर के कमांडर ने एक अख़बार को दिए हुए साक्षात्कार में कहा था। उसीके साथ ही सीरियन लष्कर की तरफ से यहाँ के बागियों पर हमले शुरू होने की खबरें भी आ रहीं हैं।

विदेश मंत्रालय

‘देरा’ और ‘कुनित्रा’ इलाके में सीरियन लष्कर की इन गतिविधियों के खिलाफ अमरिका के विदेश मंत्रालय ने अस्साद राजवट को धमकाया है। ‘सीरियन सरकार ने संघर्षबंदी का आदर करना चाहिए और यह संघर्षबंदी बनाए रखने के लिए कोशिश करनी चाहिए। सीरियन लष्कर की दक्षिण सीमा के पास वाली लष्करी गतिविधियाँ इस इलाके में लागू की गयी संघर्षबंदी खतरे में ला सकती हैं। ऐसा हुआ तो यहाँ पर संघर्ष भड़क सकता है। उसके बाद अमरिका को भी यथोचित और कठोर निर्णय लेना पड़ेगा’, ऐसी चेतावनी अमरिका के विदेश मंत्रालय ने दी है।

कुछ महीनों पहले अमरिका, रशिया और जॉर्डन की पहल से सीरिया की दक्षिण में स्थित ‘देरा’ और ‘कुनित्रा’ इन सीमा इलाकों में संघर्षबंदी लागू की गयी थी। लेकिन इस संघर्षबंदी की वजह से इस्राइल की गोलान सीमा के पास स्थित ईरान और ईरान संलग्न संगठनों की गतिविधियाँ पिछले कुछ हफ़्तों में बढ़ गईं थी।

इस संघर्षबंदी की आड़ में ईरान इस्राइल की सीमा के पास इस्राइल के खिलाफ युद्ध की तैयारी कर रहा है, ऐसा आरोप इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू ने किया था। रशिया ईरान और हिजबुल्लाह के समर्थकों को इस्राइल की सीमा से दूर रखे, अन्यथा इसके आगे इस्राइल की कार्रवाई रशिया भी नहीं रोक पाएगा, ऐसी भी इस्राइल ने चेतावनी दी थी। हफ्ते पहले रशियाने सीरिया से विदेशी सैनि पीछे हटे, ऐसा घोषित किया था। साथ ही ईरान और हिजबुल्लाह भी इस्राइल के सीमा इलाके से पीछे हटेंगे, ऐसा रशिया ने आश्वासन दिया था।

लेकिन ईरान और हिजबुल्लाह सीरिया से पीछे नहीं हटेंगे, ऐसी निश्चित भूमिका सीरियन राष्ट्राध्यक्ष बशर अल-अस्साद ने ली है। सीरिया में ईरान की सैन्य तैनाती के बारे में कोई भी समझौता मान्य नहीं है, ऐसा अस्साद ने एक साक्षात्कार में स्पष्ट किया । ईरान और हिजबुल्लाह ने भी रशिया की सेना को पीछे हटाने की माँग को अमान्य किया था। ऐसी परिस्थिति में इस्राइल की सीमा के पास सीरिया ने ‘पैंटसीर’ विमान भेदी यंत्रणा तैनात करके इस्राइल और अमरिका को भी उकसाया है।

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