अमरिका को संघर्ष ही करना है तो चीन आखिर तक लडने के लिए तैयार – चीन के रक्षामंत्री का इशारा

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरसिंगापूर – ‘अमरिका को बातचीत करनी है तो हमारें द्वार बातचीत के लिए खुले है| लेकिन, अमरिका को संघर्ष ही करना है तो चीन आखिर तक लडने के लिए तैयार है| लेकिन, अमरिका की धमकियां चीन कभी भी बर्दाश्त नही करेगा’, इन शब्दों में चीन के रक्षामंत्री वी फेंगहे इन्होंने अमरिका को चेतावनी दी| शनिवार के दिन सिंगापूर के ‘शांग्री-ला डायलॉग’ परिषद में अमरिकी रक्षामंत्री ने चीन को ‘साउथ चाइना सी’ समेत कई मुद्दों पर लक्ष्य किया था| रविवार के दिन चीन के रक्षामंत्री ने उन्हें कडा जवाब दिया है और चीन किसी भी स्थिति में पीछे नही हटेगा, ऐसे स्पष्ट संकेत दिए|

पिछले महीने में अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प इन्होंने व्यापारयुद्ध के माध्यम से चीन को एक के पीछे एक झटके दिए थे| साथ ही अमरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ‘जॉन बोल्टन’ इन्होंने हाल ही में तैवान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार से भेंट करने का वृत्त भी सामने आ चुका था| इस पृष्ठभूमि पर चीन ने आक्रामक रवैया अपनाया है और दोन दिन पहले ही अमरिका हमारा सामर्थ्य और निर्धार कम ना समझे, यह इशारा भी दिया था| रविवार के दिन सिंगापूर की परिषद में चीन के रक्षामंत्री ने कडे शब्दों में अमरिका की गतिविधियां और धमकाने पर आलोचना की|

‘साउथ चाइना सी’ में सुरक्षा और स्थिरता को कौन झटके दे रहा है, इसका ठिक से अहसास रखना होगा| इस क्षेत्र के बाहर के देश यहां पहुंचकर अपने सामर्थ्य का प्रदर्शन करते है और यहां की व्यवस्था बिगाडकर निकल जाते है| इन देशों ने बडे युद्धपोत और लडाकू विमानों की सहायता से गतिविधियां शुरू करने से ही चीन इस क्षेत्र में बडी तैयारी के साथ रक्षा केंद्र का निर्माण करने के लिए विवश हुआ| इस क्षेत्र की समृद्धी और सभी सहयोगी देशों के भविष्य के लिए ही चीन ऐसे निर्णय करने के लिए विवश हुआ’, इन शब्दों में रक्षामंत्री वी फेंगहे इन्होंने ‘साउथ चाइना सी’ में चीन से शुरू हरकतों को जोरदार समर्थन किया|

‘चीन ने कभी भी युद्ध के लिए या संघर्ष के लिए उकसाया नही है| चीन ने अन्य देशों का क्षेत्र काबिज किया नही है या अन्य देशों पर हमला भी किया नही है| चीन ने कभी भी दुसरों पर बुरी नजर रखी नही है और साथ ही हम अन्य देशों को भी चीन पर बुरी नजर नही रखने नही देंगे, या हममें दरार निर्माण करने नही देंगे’, इन शब्दों में चीन के रक्षामंत्री ने चीन की भूमिका स्पष्ट करने की कोशिश की| अमरिका ने तैवान संबधी शुरू की गतिविधियों पर भी रक्षामंत्री वी फेंगहे इन्होंने कडी नाराजगी व्यक्त की|

चीन के अंतर्गत कारोबार में हस्तक्षेप करनेवाला कानून करने का अधिकार अमरिका को किसी ने भी दिया नही है| इस कानून का कुछ भी मतलब नही है| चीन को तोडने की कोशिश कभी भी सफल नही होगी| तैवान में हस्तक्षेप करने की सभी कोशिशें नाकामयाब साबित होगी’, इन शब्दों में फेंगहे इन्होंने यह भी चेतावनी दी है की, ‘तैवान के मुद्दे पर चीन कभी भी पीछे हटेगा नही|’

इस दौरान ‘हुवेई’ कंपनी और चीन की सेना के दौरान होनेवाले संबंधों पर बोलते समय रक्षामंत्री फेंगहे इन्होंने ‘हुवेई’ लष्करी कंपनी नही है, यह स्पष्ट किया| अमरिकी रक्षामंत्री ने अपने वक्तव्य में ‘हुवेई’ के चीन सरकार और सेना से काफी नजदिकी संबंध होने का आरोप किया था| इस वजह से चीन के रक्षामंत्री ने इस मुद्दे पर किया खुलासा ध्यान आकर्षित करता है|

Leave a Reply

Your email address will not be published.