अमरिका ने ऑस्ट्रेलिया को विध्वंसक विरोधी मिसाइल प्रदान करने का किया निर्णय

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरवॉशिंग्टन: अमरिका जल्द ही ऑस्ट्रेलिया को २०० विध्वंसक विरोधी मिसाइल प्रदान करेगी| अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने ऑस्ट्रेलिया के साथ किए गए ९९ करोड डालर्स के समझौते को मंजुरी प्रदान की है| अमरिकी रक्षा मंत्रालय ने इस निर्णय का ऐलान किया| पिछले कुछ हफ्तों से ऑस्ट्रेलिया की समुद्री सीमा के निकट चीन ने अपने विध्वंसकों की गश्त बढाई है| ऐसी स्थिति में अमरिका ने ऑस्ट्रेलिया को विध्वंसक विरोधी मिसाइल प्रदान करना अहमियत रखता है|

अमरिकी रक्षा मंत्रालय के ‘डिफेन्स सिक्युरिटी कोऑपरेशन एजन्सी’ (डीएससीए) ने ऑस्ट्रेलिया के साथ हुए समझौते की जानकारी प्रदान की| ऑस्ट्रेलिया ने अमरिका के सामने विध्वंसक विरोधी मिसाइल खरीद ने का प्रस्ताव रखा था| ऑस्ट्रेलिया की इस मांग के अनुसार अमरिकी विदेश मंत्रालय ने ऑस्ट्रेलिया को विध्वंसक विरोधी मिसाइल प्रदान करने को अनुमति प्रदान ही है, यह बात ‘डीएससीए’ ने स्पष्ट की|

अमरिका ने ऑस्ट्रेलिया को लंबी दुरी के २०० एजीएम १५८ सी’ यह विध्वंसक विरोधी मिसाइल प्रदान करने का निर्णय किया है| इस मिसाइल के साथ ही सहायक यंत्रणा और सामान प्रदान करने का निर्णय भी अमरिका ने किया है| यह मिसाइल खरीद ने के लिए ऑस्ट्रेलिया ने अमरिका के साथ ९९ करोड डालर्स का समझौता किया है और अमरिका की लोकहिड मार्टीन कंपनी इस मिसाइल का निर्माण करेगी|

ऑस्ट्रेलिया को प्रदान हो रहे यह मिसाइल अमरिका की विदेश नीति के लिए सहायक साबित होंगे और इससे अमरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा का उद्देश्य पुरा होगा, यह दावा अमरिका के विदेश मंत्रालय ने किया है| तभी, ऑस्ट्रेलिया यह पैसिफिक क्षेत्र में अमरिका का सबसे नजदिकी मित्रदेश होने की बात अमरिकी रक्षा मंत्रालय ने स्पष्ट की है| इस क्षेत्र में ऑस्ट्रेलिया की अहमियत काफी बडी है और इस देश की सुरक्षा और आर्थिक स्थिरता अमरिका के लिए अहम होने की बात रक्षा मंत्रालय ने स्पष्ट की|

अमरिका ने ऑस्ट्रेलिया को लंबी दूरी के ‘एजीएम१५८सी’ यह विध्वंसक विरोधी मिसाइल प्रदान करने का निर्णय हो रहा है और राडार यंत्रणा को भी चकमा देने की क्षमता रखता है, यह दावा भी हो रहा है| अमरिकी नौसेना में दाखिल किए गए ‘हार्पून’ इस विध्वंसक विरोधी मिसाइल से भी ‘एजीएम १५८ सी’ मिसाइल अधिक भेदक होने का दावा विश्‍लेषक कर रहे है|

तीन वर्ष पहले यह मिसाइल अमरिकी रक्षादल में शामिल किया गया था| अमरिकी वायुसेना के ‘एफ ३५’ विमान पर इस मिसाइल की तैनाती हुई है| तभी ऑस्ट्रेलिया ने अमरिका से खरिदें ‘एफ १८’ विमानों पर यह मिसाइल तैनात करने के संकेत दिए है| इन मिसाइलों की वजह से ऑस्ट्रेलिया की नौसेना के सामर्थ्य में बढोतरी होगी, ऐसा कहा जा रहा है|

पिछले तीन वर्षों में अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने ऑस्ट्रेलिया और जापान को हथियारों से सज्जित करने की नीति अपनाई है| इस क्षेत्र में बढ रहे चीन के प्रभाव को चुनौती देने के लिए अमरिका ने यह नीति अपनाई है| कुछ महीनें पहले चीन की विध्वंसकों ने ऑस्ट्रेलिया के समुद्री क्षेत्र से काफी नजदिक गश्त की थी| वही, ऑस्ट्रेलिया के पडोसी वनातू’ द्विपपर भी चीन अपनी नौसेना का अड्डा स्थापित करने में जुटा होने की खबरें प्रसिद्ध हुई थी| इसी पृष्ठभूमि पर अमरिका ने ऑस्ट्रेलिया को विध्वंसक विरोधी मिसाइल प्रदान करके चीन को इशारा दिया हुआ दिख रहा है|

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