अमरीका और दक्षिण कोरिया के युद्धाभ्यास की वजह से ‘दूसरे कोरियन युद्ध’ की चिंगारी भड़केगी – उत्तर कोरिया का इशारा

सेऊल: अमरीका और दक्षिण कोरिया के लगभग ६८ हजार सैनिक, लड़ाकू विमान, युद्धनौकाएँ, टैंक, तोपें और लश्करी वाहनों का समावेश वाला ‘उलची फ्रीडम गार्डियन’ यह दस दिनों का युद्धाभ्यास शुरू हुआ है। यह युद्धाभ्यास मतलब अपने उपर परमाणु हमले की पूर्व तैयारी है जिससे कोरियन युद्ध की चिंगारी भड़केगी, ऐसा इशारा उत्तर कोरिया ने दिया है। साथ ही इस युद्धाभ्यास को प्रत्युत्तर के तौर पर हम अमरीका को दया भाव न दिखाते हुए हमले करेंगे, ऐसी धमकी उत्तर कोरिया ने दी है।

उत्तर कोरिया का अधिकृत दैनिक ‘रोदोंग शिन्मून’ में प्रसिद्ध हुई एक खबर में अमरीका और दक्षिण कोरिया के युद्धाभ्यास पर कड़ी टीका की गई है। ‘अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने उत्तर कोरिया के खिलाफ इस अविवेकी युद्धाभ्यास का आयोजन किया है। अमरीका की यह बेपरवाही कोरियन इलाके को अनियंत्रित परमाणु युद्ध की ओर धकेल रहा है, ऐसा इशारा उत्तर कोरिया के मुखपत्र ने दिया है।

अमरीका और दक्षिण कोरिया

अमरीका और दक्षिण कोरिया के युद्धाभ्यास को प्रत्युत्तर के तौर पर उत्तर कोरियन लश्कर अमरीका के हवाई अथवा गुआम द्वीपों को लक्ष्य करेगा, ऐसा भी इस मुखपत्र की धमकी में कहा गया है। साथ ही इस युद्धाभ्यास की वजह से ‘दूसरा कोरियन युद्ध’ भड़केगा, ऐसा उत्तर कोरिया ने इशारा दिया है। साथ ही उत्तर कोरिया के इन निर्दयी हमलों को अमरीका रोक नहीं पाएगा, ऐसा भी दावा इस दैनिक ने किया है। अमरीका और दक्षिण कोरिया की सेना में सोमवार से शुरू हुआ युद्धाभ्यास ३१ अगस्त तक चलने वाला है।

पिछले कुछ दिनों से उत्तर कोरिया की ओर से अमरीका और मित्र देशों को युद्ध की धमकियाँ दी जा रही हैं। अमरीका के गुआम द्वीपों को लक्ष्य करने की योजना भी उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग-उन ने रखी थी। लेकिन उत्तर कोरिया की इन धमकियों के बाद भी अमरीका इस युद्धाभ्यास पर कायम है और यह बचावात्मक युद्धाभ्यास है, ऐसा अमरीका का कहना है। इस युद्धाभ्यास का मुआयना करने के लिए अमरीका के ‘पसिफिक कमांड’ के वरिष्ठ अधिकारी एडमिरल हैरी होरिस दक्षिण कोरिया में दाखिल हुए हैं।

दौरान, १९५०-५३ साल में पहला कोरियन युद्ध भड़का था। इस युद्ध में ‘चीन और रशिया’ उत्तर कोरिया की ओर से और ‘अमरीका और मित्र देश’ कोरिया की ओर से लड़े थे। चार साल तक चले इस युद्ध में लगभग ६ लाख लोगों की जान गई थी।

ब्रिटन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया के साथ अन्य देश भी युद्धाभ्यास में शामिल

सेऊल: अमरीका और दक्षिन कोरिया के बीच ‘उलची फ्रीडम गार्डियन’ युद्धाभ्यास पर ऊत्तर कोरिया धमकी दे रहा है, ऐसे में ब्रिटन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, डेनमार्क, न्यूझिलंड, नेदरलैंड, कोलम्बिया इन देशों की सेना भी इस युद्धाभ्यास में शामिल हुई है।

इस युद्धाभ्यास के लिए ऑस्ट्रेलिया ने विनाशिका, ब्रिटन ने परमाणु पनडुब्बी, रवाना की है। कनाडा के साथ अन्य देशों की सेना युद्धाभ्यास में शामिल होने की जानकारी सामने आ रही है। दौरान, कोरियन इलाके में युद्ध भड़का तो ब्रिटन इस युद्ध में अमेरिकी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प को मदद करेगा, ऐसा घोषित करके ब्रिटन ने इस सन्दर्भ में अपनी भूमिका स्पष्ट की है। इस दौरान चीन ने यह युद्धाभ्यास रद्द करने का आवाहन किया है।

 

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