रशिया की बढ़ती सैनिकी गतिविधियों की पृष्ठभूमि पर अमरीका का फिनलैण्ड और ग्रीस के साथ रक्षा समझौता

वॉशिंग्टन/हेलसिंकी/अथेन्स – रशिया ने युरोप और करीबी क्षेत्र में सैनिकी गतिविधियॉं गतिमान की हैं और यूक्रैन के मुद्दे पर पश्‍चिमी देशों ने आक्रामक भूमिका अपनाई, तो युरोप की सुरक्षा के लिए खतरा होगा, यह इशारा भी दिया है| इस पृष्ठभूमि पर अमरीका ने, युरोपीय देशों की रक्षा क्षमता अधिक मज़बूत करने के लिए कदम उठाएँ हैं| फिनलैण्ड एवं ग्रीस के साथ रक्षा समझौता करने के लिए मंजुरी दी गई है| इन समझौतों के अनुसार फिनलैण्ड को ६४ ‘एफ-३५’ लड़ाकू विमान और ग्रीस को ४ नए युद्धपोत प्रदान होंगे|

फिनलैण्ड के रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को अमरीका की ‘लॉकहिड मार्टिन’ कंपनी से ६४ ‘एफ-३५ लड़ाकू विमानों की खरीद करने का ऐलान किया| समझौते में रक्षा यंत्रणा एवं दुरुस्ती और रखरखाव के कान्ट्रैक्ट का भी समावेश है| इसके लिए ११ अरब डॉलर्स से भी अधिक लागत होगी, ऐसा फिनलैण्ड ने कहा| अमरीका से ‘एफ-३५’ जैसें ‘फिफ्थ जनरेशन जेटस्’ की खरीद करनेवाला फिनलैण्ड विश्‍व का १४ वां देश बना है| इनमें से पहला ‘एफ-३५’ विमान वर्ष २०२६ में फिनलैण्ड पहुँचेगा, यह जानकारी दी गई है|

फिनलैण्ड ने ‘एफ-३५’ का चयन करने के बाद फ्रान्स और स्वीडन ने नाराज़गी जताई हैं| फिनलैण्ड के लड़ाकू विमानों के प्रस्ताव के लिए फ्रान्स की ‘डसॉल्ट’ और स्वीडन की ‘साब’ ये कंपनियाँ भी रेस में थीं| लेकिन, इन कंपनियों के प्रस्तावों को नकारा गया और इस कारण संबंधित देशों ने नाराज़गी जताई है| युरोपीय देश ने फिर एक बाद अमरीका को प्राथमिकता देना यह दुर्भाग्यवश होने की प्रतिक्रिया फ्रेंच कंपनी के अफसर ने दर्ज़ की हैं|

इसी बीच, अमरीका ने ग्रीस को चार नए युद्धपोत प्रदान करने के समझौते को मंजुरी प्रदान की है| अमरिकी विदेश विभाग ने इससे संबंधित निवेदन जारी किया है| यह समझौता ९.४ अरब डॉलर्स का है और ग्रीस को ‘मल्टि मिशन सरफेस कॉम्बैटन्ट’ प्रकार के युद्धपोत प्रदान होंगे| अमरिकी नौसेना में फिलहाल सक्रिय ‘लिटोरल कोम्बैट शिप’ की तरह इन युद्धपोतों का निर्माण किया गया है| नए युद्धपोतों के साथ ही ग्रीस की नौसेना में फिलहाल मौजूद ‘मेको क्लास’ विध्वंसकों का आधुनिकीकरण भी किया जाएगा|

कुछ महीनें पहले अमरीका और ग्रीस ने, दीर्घकालिक रक्षा सहयोग करने के समझौते पर हस्ताक्षर किए थे| इस समझौते में अमरिकी सेना की ग्रीस में तैनाती बढ़ाने का भी प्रावधान है|

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