ग्रीस-तुर्की तनाव की पृष्ठभूमि पर अमरीकी विदेशमंत्री करेंगे ग्रीस की यात्रा – तुर्की स्थित अमरीकी अड्डा ग्रीस में स्थापित करने के संकेत

greece-turkey-usवॉशिंग्टन/अथेन्स – भूमध्य समुद्री क्षेत्र के अधिकारों के मुद्दे पर ग्रीस और तुर्की के बीच निर्माण हुए तनाव की पृष्ठभूमि पर अमरीकी विदेशमंत्री माईक पोम्पिओ ग्रीस का दौरा करेंगे, यह जानकारी सामने आयी है। इस दौरान विदेशमंत्री पोम्पिओ ग्रीस के क्रेटे द्विप पर मौजूद अमरीकी रक्षा अड्डे को भी भेंट देंगे, यह बात अमरीका से कही जा रही है। कुछ दिन पहले ही अमरीका और ग्रीस के रक्षा बलों ने संयुक्त लष्करी युद्धाभ्यास किया था। इसके बाद अब अमरीकी विदेशमंत्री का दौरा आयोजित करके ग्रीस-तुर्की विवाद में हम ग्रीस के समर्थन में खड़े होने का संदेश अमरीका ने दिया है, ऐसा समझा जा रहा है। इस ग्रीस दौरे में पोम्पिओ तुर्की स्थित ‘इन्सिर्लिक बेस’ ग्रीस में स्थापित करने पर चर्चा करेंगे, यह संकेत भी दिए जा रहे हैं।

greece-turkey-usबीते महीने में तुर्की ने ‘नैवटेक्स अलर्ट’ जारी करके अपना ‘ओरूक रेईस’ नामक ‘रिसर्च शिप’ दो जहाज़ों के साथ भूमध्य समुद्री क्षेत्र में अनुसंधान के कार्य के लिए रवाना किया था। तुर्की के इस ऐलान पर ग्रीस से तीव्र प्रतिक्रिया प्राप्त हुई थी। भूमध्य समुद्री क्षेत्र की शांति और स्थिरता के लिए खतरा निर्माण कर रही अवैध हरकतें करना तुर्की तुरंत बंद करे, यह इशारा भी ग्रीस ने दिया था। अमरीका के साथ यूरोपिय महासंघ और नाटो ने भी तुर्की की गतिविधियों पर नाराज़गी व्यक्त की थी। तुर्की की हरकतों की वजह से तनाव बढ़ने से फ्रान्स ने भूमध्य समुद्र में अपनी रक्षा तैनाती मज़बूत करने का निर्णय करने का ऐलान करके फ्रान्स ने ‘लाफाएत’ विध्वसंक और रफायल विमान तैनात किए थे। लेकिन, तुर्की ने अपनी हरकतें जारी रखने से इस क्षेत्र में काफी तनाव बढा था।

अमरीका और यूरोपिय महासंघ ने इस विवाद में ग्रीस का समर्थन करके तुर्की पर दबाव बनाना शुरू किया था। इस दबाव की वजह से तुर्की ने अपना जहाज़ भूमध्य समुद्री क्षेत्र से पीछे हटाकर ग्रीस के साथ चर्चा शुरू की है। लेकिन, इसके बाद भी अमरीका ने तुर्की पर दबाव बनाए रखने के लिए गतिविधियां शुरू की हैं, यह बात विदेशमंत्री पोम्पिओ की ग्रीस यात्रा से दिखाई दे रही है। भूमध्य समुद्र क्षेत्र की शांति और सुरक्षा के लिए अमरीका वचनबद्ध है और पोम्पिओ का दौरा इसे नई गति प्रदान करनेवाला साबित होगा। अमरीका और ग्रीस के संबंध बीते कुछ वर्षों में काफी मज़बूत हुए हैं। ग्रीस अब नाटो में अमरीका का अहम साझेदार देश है और क्रेटे स्थित रक्षा अड्डे पर पोम्पिओ का जाना इसी साझेदारी का प्रतीक है, यह बात अमरीकी विदेश विभाग ने अपने निवेदन में कही है।

greece-turkey-usकुछ दिन पहले अमरीकी सिनेटर रॉन जॉन्सन ने एक साक्षात्कार के दौरान अमरीका तुर्की स्थित ‘इन्सिर्लिक एअर बेस’ के लिए विकल्प की तलाश में होने का दावा किया था। अमरीका को तुर्की के साथ सहयोग जारी रखना है फिर भी द्विपक्षीय स्तर पर बने तनाव की वजह से रक्षा अड्डे के मुद्दे पर पुनर्विचार करना पड़ सकता है, यह बात सिनेटर जॉन्सन ने कही थी। उसी समय विकल्प के तौर पर ग्रीस का विचार होने के संकेत भी उन्होंने दिए थे। इस पृष्ठभूमि पर अमरीकी विदेशमंत्री ने ग्रीस स्थित रक्षा अड्डे को भेंट देना तुर्की को सीधा इशारा होगा, ऐसा समझा जा रहा है।

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