अमरिका के ईरान पर प्रतिबंधों को यूरोपीय कंपनियों से झटका

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तर

पैरिस – अमरिका ने ईरान पर जारी किए कठोर आर्थिक प्रतिबंधों के परिणाम दिखने लगे हैं। इसका झटका यूरोप के व्यापार क्षेत्र को लग रहा है और रेनॉल्ट, डैम्लर-बेन्झ, ओपल, सिट्रोन जैसे तथा एअरबस और टोटल ईएनआय इन यूरोपीय कंपनियों ने ईरान के साथ व्यवहार से वापसी करने का निर्णय लिया है। यूरोपीय संघ से संबंधित कई कंपनियां आज भी ईरान के साथ सहयोग में शामिल है। फिर भी आने वाले महीनों में इन कंपनियों द्वारा सहयोग से वापसी की जाएगी ऐसे दावे यूरोप के कई माध्यम करने लगे हैं।

अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने २ दिनों पहले ईरान पर जारी किए प्रतिबंधों का यूरोपीय महासंघ द्वारा निषेध किया जाएगा। तथा यूरोप अपने कंपनियां एवं उपक्रम का रक्षा करना के लिए बंधा है, ऐसी गवाही यूरोपीय महासंघ के विदेश धारणा के प्रमुख फ्रेड्रिका मोघोरिनी ने दी है। तथा ईरान के साथ परमाणु करार और आर्थिक व्यापारी सहयोग पर कायम रहने की बात मोघोरिनी ने स्पष्ट की है, पर अमरिका के प्रतिबंधों की वजह से डरे हुए यूरोपीय कंपनियों के महासंघ के निर्णय का आदर ना करते हुए पहले किये सहयोग से वापसी की है।

अमरिका ने अगस्त महीने में ईरान पर जारी किए प्रतिबंधों के बाद यूरोपीय कंपनियों ने जल्दबाजी में ईरान के साथ सहयोग तोड़ने की जानकारी सामने आ रही है। दुनिया भर में आलीशान मोटर के लिए प्रसिद्ध होने वाले डैमलर-बेन्झ इस जर्मन कंपनी ने दो ईरानी कंपनियों के साथ किए करार आधे पर छोड़ दिए हैं। तथा वॉक्सवैगन इस कंपनी ने ईरान का बड़ा प्लांट शुरू करने वाले थे पर ट्रम्प के प्रतिबंधों के चेतावनी के बाद इस कंपनी ने सहयोग का कदम डालने से पहले ही वापसी की है।

तथा फ्रान्स में पीएसए, प्युगट, ओपल इन कंपनियों ने ईरान से किए सहयोग आधे में छोड़ कर वापसी करने में विवश हुए हैं। ईरान के साथ सहयोग की वजह से बहुत बड़ा आर्थिक नुकसान करने से बेहतर इस सहयोग से वापस लौटे अधिक आसान होने की प्रतिक्रिया इन कंपनियों से आ रही है। ऑटो क्षेत्र में कई यूरोपीय कंपनियों ने ईरान में उत्पादन शुरू है। फिर भी उत्पादन का स्तर बड़े तादाद में कम हुआ है। इसकी वजह से अमरिका के प्रतिबंधों का झटका नहीं लगेगा, ऐसी प्रतिक्रिया इन कंपनियों से दी जा रही है।

तथा ईरान के साथ १०० विमान का करार करने वाली एयरबस इस विमान निर्माण कंपनी ने अमरिका के प्रतिबंधों की वजह से अरबों डॉलर का नुकसान सहना पड़ रहा है। इसे अतिरिक्त यूरोप में ईंधन निर्माण क्षेत्र के कंपनियों ने इसे पहले ही वापसी की है। उसके बाद भी यूरोपीय महासंघ ईरान के साथ सहयोग पर कायम है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.