अमरीका रशिया के साथ संबंध नहीं बिगाड़े- रशियन उप-विदेशमंत्री का आवाहन

हेलसिंकी: अमरीका रशिया एवं अमरीका के बीच संबंध खत्म करने का काम कर रहा है उसके बजाय दोनों देशों के बिच निर्माण हुए समस्याओं पर हल निकालने का प्रयत्न करें। समस्या बढ़ाने के पीछे रशिया की गलती नहीं है, यह अमरीका ध्यान दें याद रखें, इन शब्दों में रशिया के उप-विदेशमंत्री सर्जेई रायबकोव्ह ने अमरीका को आवाहन किया है। रायबकोव्ह व अमरीका के उप-विदेशमंत्री थॉमस शैनोन की हेलसिंकी में २ दिनों की उच्चस्तरीय चर्चा हुई। इस पृष्ठभूमि पर रशियन उप- विदेशमंत्री ने दो देशों के बीच तनाव कायम होने की बात कहकर, इसके लिए अमरीका को ही जिम्मेदार होने का आरोप किया है।

अमरीका रशिया

अमरीका के राष्ट्रपति पद के चुनाव में रशिया का ‘कथित’ हस्तक्षेप एवं उसके विरोध में अमरीका ने की कारवाई इन मुद्दों की वजह से दोनों देशों में बहुत बढ़ा तनाव निर्माण हुआ है। दोनों देशों ने एक दूसरों के विरोध में आक्रामक कार्यवाही एवं ‘जैसे को तैसा’ उत्तर देने के इशारे दिए हैं और उस दिशा में कदम उठाने शुरू किये है। कारवाई शुरू होते हुए दोनों देशों ने राजनीतिक चर्चा का पर्याय भी खुला रखा है। उसके अनुसार युरोप के हेलसिंकी शहर में दोनों देशों के वरिष्ठ अधिकारियों में २ दिन तक उच्च स्तरीय राजनीतिक चर्चा हुई।

चर्चा के संदर्भ में अमरीका से अब तक कोई अधिकृत प्रतिक्रिया नहीं आयी है। उसी समय रशिया के उप-विदेशमंत्री रायबकोव्ह ने चर्चा के संदर्भ में जानकारी देते हुए, इस चर्चा में किसी प्रकार का ठोस हल न निकलने की बात स्पष्ट की है। इस चर्चा के दौरान, अनेक मुद्दों पर विवाद एवं मतभेद हुए हैं। उन में परमाणु शस्त्र करार एवं अंतराल में बढ़ती शस्त्र स्पर्धा जैसे बातों का समावेश था, ऐसा रायबकोव्ह ने कहा है। उस समय अमरीका राजनीतिक करार व उनके प्रावधान तथा शर्तें नहीं पाल रहा, यह आरोप भी रशियन मंत्री ने किया है।

पिछले वर्ष अमरीका के तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा ने रशिया के राजनीतिक अधिकारियों को बाहर खदेड़ा था। रशिया के राजनीतिक अधिकारी अमरीका में जासूसी करने का आरोप भी ओबामा प्रशासन ने किया था। उसी समय रशिया की राजनीतिक संपत्ति जप्त की गई थी। यह संपत्ति राष्ट्रपति ट्रम्प रशिया को वापस करें यह मांग भी रशिया ने की थी। जर्मनी में हुए ‘जी-२०’ इस बैठक में रशियन राष्ट्रपति पुतिन ने यह मुद्दा अमरीकी राष्ट्रपति ट्रम्प के सामने उपस्थित किया था।

पर उसके बाद २ देशों में संबंध प्रतिदिन बिगड़ने की बात सामने आई है। अमरीका की मांग झूठलाने के बाद रशिया ने प्रत्युत्तर देते समय अमरीका के १५५ राजनीतिक अधिकारियों को बाहर खदेड़ने का आदेश दिया था। रशिया के इस कार्यवाही के बाद अमरीका ने आक्रामक भूमिका लेकर रशिया को अमरीका के तीन राजनीतिक कार्यालय बंद करने का आदेश दिए थे। उसपर रशिया ने तत्काल प्रतिक्रिया नहीं दी पर उस बारे में जल्द ही कदम उठाने के संकेत रशियन विदेशमंत्री से दिए गए थे।

दौरान अमरीका में शुरू होनेवाले संयुक्त राष्ट्रसंघ की बैठक की पृष्ठभूमि पर रशिया के विदेशमंत्री लैबेरोव्ह ने अमरीका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन से मुलाकात की, यह जानकारी रशियन प्रसार माध्यमों ने दी है।

रशियन माध्यम को लक्ष्य करने के लिए अमरीका की गतिविधियां शुरू
‘स्पुटनिक’ एवं ‘आरटी’ पर कारवाई की तैयारी
वॉशिंगटन: अमरीका एवं रशिया के बीच तनाव कायम रहते, अमरीका ने रशियन प्रसार माध्यमों को लक्ष्य करना शुरू किया है। अमरीका की जांच यंत्रणा एफबीआई ने कुछ दिनों पहले ‘स्पुटनिक’ इस रशियन वृत्तसंस्था के भूतपूर्व प्रतिनिधि की जांच करने की जानकारी सामने आयी है। प्रतिनिधि का नाम एंड्रयू फिनबर्ग होने की ख़बर बताई गयी। ‘स्पुटनिक’ की अंतर्गत व्यवस्था, निधि एवं संपादकीय कामकाज इस संदर्भ में उनकी जांच करने की जानकारी सूत्रों ने दी है।

‘स्पुटनिक’ के बाद रशिया टुडे अर्थात ‘आरटी’ इस ग्रुप के माध्यम से संबंधित अमरिकी उपक्रम को अमरीका के न्याय विभाग से नोटिस आने की बात सामने आयी है। इस कंपनी को अमरीका के फॉरेन एजेंट रजिस्ट्रेशन एक्ट के अनुसार पंजीकरण करने के निर्देश दिए गए हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published.