उत्तर कोरिया पर लष्करी कार्रवाई का विकल्प नाकारा नहीं- अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष का इशारा

वॉशिंगटन: ‘उत्तर कोरिया के परमाणु और मिसाइल कार्यक्रम को रोकने के लिए अमरिका अपनी लष्करी ताकत इस्तेमाल नहीं करेगा। लेकिन उत्तर कोरिया ने उस तरह की स्थिति निर्माण की तो अमरिका का लष्करी प्रत्युत्तर उत्तर कोरिया के नेतृत्व के लिए सबसे दुखदायक साबित होगा,’ ऐसा इशारा अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने दिया है। उसके साथ ही उत्तर कोरिया को रोकने के लिए कड़े प्रतिबंधों की आवश्यकता है , ऐसा भी ट्रम्प ने कहा है।

हाइड्रोजन बम का परिक्षण करने वाला उत्तर कोरिया और एक बैलेस्टिक मिसाइल के परिक्षण की तैयारी कर रहा है, ऐसा दावा किया जा रहा है। इस पृष्ठभूमि पर उत्तर कोरिया को रोकने के लिए अमरिका और मित्र देशों ने संयुक्त राष्ट्रसंघ की ओर प्रतिबंधों की माँग की है। लेकिन उसी दौरान अमरिका ने उत्तर कोरिया के खिलाफ लष्करी कार्रवाई का विकल्प खुला रखने की बात डोनाल्ड ट्रम्प ने मीडिया से कही है। उत्तर कोरिया के खिलाफ कोई भी विकल्प नाकारा नहीं है, ऐसा ट्रम्प ने स्पष्ट किया है। लेकिन लष्करी कार्रवाई के विकल्प को हम इस समय महत्व नहीं देंगे, इस बात को ट्रम्प ने स्पष्ट किया है।

उत्तर कोरिया की समस्या सुलझाने के लिए चर्चा उचित विकल्प है, ऐसा रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन ने कहा है। ‘पिछले कई सालों में प्रतिबन्ध लादने पर भी उत्तर कोरिया की मिसाइल निर्मिती जारी है, इस वजह से उत्तर कोरा पर प्रतिबन्ध लगाकर परमाणु और मिसाइल निर्माण की समस्या नहीं सुलझने वाली,’ ऐसा कहकर राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने अमरिका के प्रतिबन्ध के प्रस्ताव पर टीका की थी।

दौरान, अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने उत्तर कोरिया के खिलाफ लष्करी कार्रवाई का विकल्प नहीं अपनाएंगे ऐसा कहा है, फिर भी अमरिकी मरिन्स के पथक ने उत्तर कोरियन तानाशाह किम जोंग-उन के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी करने की खबरें सामने आ रही हैं।

उसके साथ ही ‘एफ-३५’ लड़ाकू विमानों से सज्जित विमानवाहक युद्धनौका जल्द ही कोरियन इलाके में तैनात किए जाएँगे, ऐसा दावा भी किया जा रहा है। कुछ घंटों पहले ही अमरिका ने दक्षिण कोरिया में ‘थाड’ यंत्रणा तैनात की है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.