अमरिकी सेना की खाडी क्षेत्र में तैनाती होगी – राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प के ऐलान पर ईरान की प्रतिक्रिया दर्ज

Third World Warवॉशिंगटन/तेहरान: ईरान युद्ध चाहता हैं, ऐसा मुझे नहीं लगता| ईरान को अमरिका के साथ युद्ध करने की इच्छा बिल्कुल नहीं होगी| फिर भी खाड़ी की सुरक्षा के लिए यह १५०० सैनिकों की तैनाती की जा रही हैं’, ऐसा अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने घोषित किया हैं| ट्रम्प से इस तैनाती की घोषणा होते हुए ईरान ने अमरिका की जंगी जहाजों को जल समाधि देने वाले ‘सिक्रेट वेपन’ अपने पास होने का घोषित किया हैं| उसी समय अमरिका से ईरान को बडा खतरा नहीं होने का बयान ईरान के वरिष्ठ लष्करी अधिकारी और नेता दे रहे हैं|

पिछले कुछ सप्ताह से अमरिका ने ईरान के विरोध में खाड़ी में तैनाती बढ़ाई हैं| अमरिका के जंगीजहाज खाड़ी में पहुंचे हैं और मिसाइल भेदी यंत्रणा और बॉम्बर विमान भी खाड़ी के अड्डों पर तैयार हैं| इसके साथ-साथ अमरिका खाड़ी में एक लाख, २० हजार सैनिक तैनात करने की खबर प्रसिद्ध हुई थीं| उसमें तथ्य नहीं होने का राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने कहा था| परंतु आवश्यकता होने पर इससे भी अधिक तैनाती करने की अमरिका की तैयारी होने का ट्रम्प ने स्पष्ट किया था|

इस पृष्ठभूमि पर, अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष ने १५०० सैनिकों की तैनाती की जानकारी दी हैं| परंतु यह ईरान पर हमले की तैयारी नहीं हैं, ऐसा दावा कर ट्रम्प ने यह तैनाती आक्रामक कार्रवाई नहीं होने का खुलासा किया हैं| साथ ही ईरान को अमरिका से युद्ध करने की इच्छा नहीं, ऐसा बताते हुए ही राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने सुरक्षा के लिए खाड़ी में १५०० सैनिकों की तैनाती करने का दावा किया हैं| साथ ही यह तैनाती बहुत बड़ी नहीं है, ऐसी तर्कसंगति भी ट्रम्प ने जोड़ी हैं| परंतु इस तैनाती की ओर ईरान अत्यंत गंभीरता से देख रहा हैं|

अमरिका के पास ईरान पर हमला करने की दिलेरी नहीं होने का दावा ईरान के लष्करी अधिकारी और नेता कर रहे हैं| फिर भी अमरिका ने ईरान पर हमले की कोशिश की तो अमरिका की जंगी जहाजों को जल समाधि देने वाला ‘सिक्रेट वेपन’ ईरान के पास हैं, ऐसा ईरानी सेना के जनरल मोर्तास कुर्बानी ने कहा हैं| पाकिस्तान की यात्रा पर होने वाले ईरान के विदेश मंत्री जावेद झरीफ ने भी अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष पर कठोर आलोचना की हैं| ईरान के विरोध में अमरिका के तैनाती का परिणाम नहीं होगा, ऐसा बताते हुए झरीफ ने ट्रम्प पर जोरदार टीका की हैं|

आने वाले समय में ईरान ट्रम्प का अंत देख सकता हैं, परंतु इसके अलावा और कुछ नहीं हो सकता हैं, ऐसा टोला झरीफ ने लगाया हैं| ईरान के अन्य नेता और अधिकारी भी अमरिका पर ऐसी टीका कर रहे हैं| उसी समय ईरान स्वयं युद्ध नहीं छेड़ेगा यह भी ईरान के नेताओं से और अधिकारियों से लगातार बताया जा रहा हैं| वर्तमान में ईरान बहुत भयानक आर्थिक संकट का सामना कर रहा हैं| आने वाले समय में यह संकट अधिक तीव्र होगा, ऐसे संकेत ईरान के राष्ट्राध्यक्ष हसन रोहानी ने दिए थे| इस संकट का ईरान की जनता धैर्य से सामना करेगी और आखिर विजयी साबित होगी, ऐसा विश्वास ईरान के राष्ट्राध्यक्ष ने व्यक्त किया था| परंतु प्रत्यक्ष में ईरान की जनता अमरिका के प्रतिबंधों के कारण निर्माण हुए भयानक आर्थिक समस्याओं से परेशान होती दिखाई दे रही हैं|

इस कारण ईरान में रोहानी की सरकार के विरोध में वातावरण भड़क उठा हैं| ईरान की राजनीतिक व्यवस्था के अनुसार सर्वश्रेष्ठ होने वाले सर्वोच्च धर्मगुरु आयातुल्ला खामेनी ने भी राष्ट्राध्यक्ष रोहानी के धारणाओं के कारण ईरान के सामने संकट बढ़ने की कठोर टीका की थीं| इस कारण अमरिका ने ईरान पर बनाए आर्थिक दबाव के कारण इस देश में सामाजिक और राजनीतिक असंतोष भी बढता दिखाई देता हैं|

Leave a Reply

Your email address will not be published.