अमरीका में ‘स्टॉप कम्युनिस्ट चायना’ मुहिम शुरू – अमरीका की पूर्व राजदूत निकी हॅले ने की पहल

वॉशिंग्टन, (वृत्तसंस्था) – ‘कोरोनावायरस के संक्रमण के बारे में दुनिया को अंधेरे में रखनेवाले चीन को इस महामारी ने लीं जानों के लिए ज़िम्मेदार ठहराना होगा। इस महामारी की गहराई से जाँच होनी चाहिए’, ऐसी माँग कर संयुक्त राष्ट्रसंघ की अमरीका की पूर्व राजदूत निकी हॅले ने ज़बरदस्त मुहिम छेड़ी है। ‘स्टॉप कम्युनिस्ट चायना’ इस हॅले ने शुरू की हुई ऑनलाईन मुहिम को अमरीका में ज़बरदस्त प्रतिसाद मिल रहा है। अमेरिकन काँग्रेस, दुनियाभर में बढ़ रही पहल को रोकने के लिए समय पर ही कदम उठायें, इसलिए यह मुहिम छेड़ी होने का हॅले ने स्पष्ट किया है।

‘अमरीका गत कुछ सालों से चीन की कम्युनिस्ट सरकार से होनेवाले ख़तरे के बारे में चिल्लाकर कह रही है। कोरोनावायरस के संक्रमण के कारण, चीन कितना ख़तरनाक है, इसका अनुभव पूरी दुनिया ने किया है। अब चेतावनी देने का समय ख़त्म हुआ है। अमेरिकन जनता की सुरक्षा, स्वास्थ्य और समृद्धि के लिए कार्रवाई करनी ही होगी’, ऐसा हॅले ने अपनी ऑनलाईन मुहिम का समर्थन करते हुए कहा है। अमेरिकन काँग्रेस चीन के इस संक्रमण की गहराई से तहकिक़ात करें। साथ ही, इस संक्रमण के कारण हुई ज़बरदस्त हानि का मुआवज़ा चीन से वसूल करने के लिए अमेरिकन काँग्रेस कदम उठायें, ऐसा आवाहन हॅले ने किया है।

कोरोनावायरस का संक्रमण अमरीका में दाख़िल होते ही निकी हॅले ने चीन के विरोध में आक्रमक भूमिका अपनाकर, इस देश को सबक सिखाने की ज़रूरत है, ऐसा कहा था। साथ ही, चीन ने प्रमुख आंतर्राष्ट्रीय संगठनों पर अपना प्रभाव सुव्यवस्थित रूप में बढ़ाकर वर्चस्व स्थापित किया है। दिसम्बर महीने में ही तैवान ने चीन में फ़ैल रही इस महामारी के बारे में आगाह करनेवाला पत्र ‘जागतिक स्वास्थ्य संगठन’ को लिखकर भी उसपर कार्रवाई नहीं की गयी थी। क्योंकि इस संगठन पर चीन का प्रभाव है। उसका इस्तेमाल कर चीन ने महत्त्वपूर्ण जानकारी दुनिया से छिपाकर रखी, इसपर हॅले ने ग़ौर फ़रमाया।

‘इसी कारण आंतर्राष्ट्रीय संगठन तथा अमरीका जैसे देश पर बढनेवाले चीन के प्रभाव को रोकने के लिए समय पर ही कदम उठाना अनिवार्य बन गया है। अमरिकी विद्यापीठ के प्राध्यापक और अभ्यासकों को चीन से मिलनेवाले फंडिग की जानकारी ज़ाहिर करके, यह फंडिंग रोकने के लिए अमेरिकन काँग्रेस कार्रवाई करें’, ऐसी माँग हॅले ने की।

‘कोरोनावायरस का सत्य दुनिया से छिपानेवाले चीन में जो, वैद्यकीय सामग्री तथा दवानिर्माण अमरिकी कंपनियाँ कार्यरत हैं, उन्हें अमरीका में वापस बुलाइए। चीन के फ़ाँसी के फ़ंदे से अमरिकी कंपनियों को छुड़ाइए’ ऐसा आवाहन हॅले ने किया। चीन को दी जानेवालीं छूटें बंद कर दीजिए और कोरोनावायरस के संक्रमण से हुए नुकसान का मुआवज़ा चीन से वसूल करें। यह मुद्दा अमेरिकन काँग्रेस संयुक्त राष्ट्रसंघ के पास उपस्थित करें, ऐसा हॅले ने कहा है।

हॅले की ऑनलाईन मुहिम को ज़बरदस्त प्रतिसाद मिल रहा होकर, चन्द कुछ घंटों में ४० हज़ार लोगों ने इस मुहिम का समर्थन किया। इससे चीन के विरोध में अमरिकी जनता में खौल रहा ग़ुस्सा सामने आ रहा है।

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