अमरीका-जापान-फ्रान्स की नौसेना का ‘इंडो-पैसिफिक’ में संयुक्त अभ्यास – फ्रान्स की परमाणु पनडुब्बी अभ्यास में सहभागी

गुआम/बीजिंग – इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में अमरीका, जापान और फ्रान्स के बीच संयुक्त नौसेना अभ्यास संपन्न हुआ। अमरीका की ‘पैसिफिक फ्लीट’ ने यह जानकारी दी। इस अभ्यास में अमरीका का विध्वंसक ‘युएसएस जॉन मॅक्केन’, जापान का विध्वंसक ‘जेएस ह्युगा’ और फ्रान्स की परमाणु पनडुब्बी ‘एफएस एमेरॉद’ सहभागी हुए थे। फ्रान्स ने इस क्षेत्र में नौसेना अभ्यास के लिए पहली ही बार परमाणु पनडुब्बी भेजी है, ऐसा बताया जाता है।
us-japan-franceपिछले कुछ सालों में चीन ने अपने रक्षाबलों का सामर्थ्य बड़े पैमाने पर बढ़ाने की शुरुआत की है। चीन की नौसेना फिलहाल दुनिया की सबसे बड़ी नौसेना के रूप में जानी जाती है और उसमें विमानवाहक युद्धपोतों समेत प्रगत विध्वंसक, अत्याधुनिक ऍम्फिबियस शिप्स, पनडुब्बियाँ, गश्ती नौकाएँ और ‘अंडरवॉटर ड्रोन्स’ का समावेश है। इस नौसेना के सामर्थ्य के बल पर चीन ने ‘साऊथ चायना सी’ एवं ‘ईस्ट चायना सी’ समेत इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के देशों के विरोध में हरक़तें शुरू कीं हैं। चीन की हरक़तों को रोकने के लिए अमरीका ने व्यापक नीति बनाकर, इस क्षेत्र के अग्रसर देशों समेत युरोपीय देशों को भी इंडो-पैसिफिक की सुरक्षा के लिए सहभागी होने का आवाहन किया है।
अमरीका के आवाहन को प्रतिसाद देकर फ्रान्स और जर्मनी इन शीर्ष देशों ने स्वतंत्र ‘इंडो-पैसिफिक पॉलिसी’ घोषित की है। उसमें चीन की आक्रामकता पर रोक़ लगाने के लिए, इस क्षेत्र में रक्षा तैनाती के भी संकेत दिये गए हैं। कुछ ही दिन पहले जापान ने आवाहन किया था कि जर्मनी अपना युद्धपोत पैसिफ़िक क्षेत्र में भेजें। फ्रान्स ने इस क्षेत्र में अपनी तैनाती इससे पहले ही शुरू की होकर, नौसेना अभ्यास में फ्रेंच पनडुब्बी का सहभाग उसीका भाग माना जाता है। इससे पहले फ्रान्स ने अपने विध्वंसक पोत इंडो-पैसिफिक में ‘फ्रीडम ऑफ नॅव्हिगेशन’ के तहत भेजे थे। लेकिन बहुराष्ट्रीय अभ्यास में परमाणु पनडुब्बी पहली ही बार भेजी गई है।
us-japan-franceअमरीका-जापान और फ्रान्स का नौसेना अभ्यास पैसिफिक महासागर का भाग होनेवाले ‘फिलिपाईन्स सी’ क्षेत्र में संपन्न हुआ। इस अभ्यास से पहले फ्रेंच पनडुब्बी और ‘सपोर्ट शिप’ ने अमरीका के गुआमस्थित रक्षाअड्डे की भेंट की होने की जानकारी अमरिकी नौसेना द्वारा दी गयी। अभ्यास के दौरान ‘अँटी सबमरिन वॉरफेअर टॅक्टिक्स’ पर ज़ोर दिया था, ऐसा अमरिकी नौसेना की ‘सेव्हन्थ फ्लीट’ द्वारा बताया गया। ‘साझेदार देश की पनडुब्बी के साथ अभ्यास का अवसर मिलना, यह दुर्लभ मौक़ा है। इस अभ्यास से हमारी युद्धसिद्धता अधिक मज़बूत हुई’, ऐसी प्रतिक्रिया अमरिकी विध्वंसक के वरिष्ठ अधिकारी लेफ्टनंट रायन ने दी।
संयुक्त अभ्यास के बाद अमरिकी विध्वंसक ‘युएसएस जॉन मॅक्केन’ ने साऊथ चायना सी स्थित ‘स्प्राटले आयलंड’ भाग से प्रवास किया होने की जानकारी सामने आयी है। इस समय चीन के युद्धपोत ने अमरिकी विध्वंसक का पीछा किया होने की जानकारी अमरिकी नौसेना द्वारा दी गयी है। इसी बीच, फ्रान्स की परमाणु पनडुब्बी और सपोर्ट शिप फिलिपाईन्स में दाखल हुए, ऐसा बताया जाता है।

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