‘न्यूक्लीयर ब्लैकमेल’ कर रहे ईरान को अमरिका और इस्रायल का इशारा

Third World Warजेरूसलम/वॉशिंगटन: आनेवाले १० दिनों में परमाणु करार के अंतर्गत जारी होनेवाले यूरेनियम संवर्धन की मर्यादा लांघने की घोषणा करनेवाले ईरान पर अमरिका एवं इस्रायल ने तीव्र क्रोध व्यक्त किया है| संवर्धित यूरेनियम का भंडार बढ़ाने की घोषणा करते हुए ईरान अंतरराष्ट्रीय समुदाय को न्यूक्लियर ब्लैकमेल कर रहा है| पर कुछ भी होने पर परमाणु हथियारों से सज्ज ईरान बर्दाश्त नहीं होगा, ऐसी कड़ी चेतावनी व्हाइट हाउस एवं इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू ने दी है| साथ ही ‘परमाणु ब्लैकमेल’ करनेवाले ईरान पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय अपना दबाव बढ़ाए, ऐसा आवाहन अमरिका एवं इस्रायल ने किया है|

परमाणु करार का उल्लंघन करने की ईरान ने की हुई घोषणा के बाद अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प इनके राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार समिति ने कड़ी टिप्पणी लगाई है| वर्ष २०१५ में हुए परमाणु समझौते के बाद ईरान के परमाणु कार्यक्रम का कोई नुकसान नहीं हुआ है| इसीलिए आज ईरान संवर्धित यूरेनियम का भंडार बढ़ाने की घोषणा कर सकता है, ऐसा कहकर ४ वर्षों पहले ही यह परमाणु करार नाकाम होने का एहसास अमरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार समिति ने दिलाया है| कुछ भी होने पर ईरान को परमाणु शस्त्र सज्ज नहीं होने देंगे, ऐसा राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने पहले ही घोषित किया है| इसकी याद इस समिति के प्रवक्ता गैरेट माक्विस ने दिलाई है|

२७ जून तक संवर्धित यूरेनियम भंडार की मर्यादा लांघने की घोषणा करके ईरान प्रशासन अंतरराष्ट्रीय समुदाय को न्यूक्लियर ब्लैकमेल कर रहा है, यह आरोप अमरिका ने किया है| ईरान का दाव उधेड़ने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय ईरान पर दबाव बढ़ाए, ऐसा अमरीका ने सुझाया है| अमरिका ने इससे पहले ही ईरान पर प्रतिबंधों का फंदा कंसना शुरू किया है और यूरोपीय देश भी अमरिका की भूमिका का समर्थन करें और ईरान के साथ करार से वापसी करे, ऐसी सूचना राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने पहले ही की थी|

इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू ने भी ईरान के ‘डेडलाइन’ की धमकी पर जोरदार आलोचना की है| ईरान की धमकी अंतरराष्ट्रीय नियम एवं परमाणु समझौते का उल्लंघन है| इसकी वजह से अंतरराष्ट्रीय समुदाय ईरान पर तत्काल प्रतिबंध जारी करने का प्रयत्न करें, ऐसा आवाहन प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने किया है| साथ ही परमाणु शस्त्र सज्ज ईरान सहन नहीं किया जाएगा, इस अपनी भूमिका पर इस्रायल आज भी कायम होने की बात नेत्यान्याहू ने कही है|

दौरान सौदी अरब के साथ अन्य अरब देश भी ईरान पर आलोचना कर रहे हैं| पर अबतक ईरान को साथ देनेवाले यूरोपीय देश उस समय ईरान को संयम दिखाने का आवाहन कर रहे है| संयुक्त राष्ट्रसंघ के परमाणु ऊर्जा आयोग से ईरान के परमाणु कार्यक्रम के बारे में अधिकृत जानकारी प्रसिद्ध नहीं होती, तबतक परमाणु करार से वापसी नहीं करेंगे, ऐसा फ्रान्स ने घोषित किया है|

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