इराक, सीरिया में अमरिकी हितसंबंधों को ईरान से खतरा – अमरिकी ‘सेंटकॉम’ का इशारा

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरवॉशिंगटन/बगदाद – इराक और सीरिया में तैनात अमरिकी सैनिक और वहां पर अमरिकी हितसंबंधों को ईरान या ईरान के हस्तकों से गंभीर खतरा होने का इशारा अमरिका की ‘सेंट्रल कमांड’ (सेंटकॉम) के प्रवक्ता बिल अर्बन इन्होंने दिया है| ‘सेंटकॉम’ ने दिए इस इशारे के साथ ही अमरिका एवं इराक में तैनात नाटो की सेना ने अपने जवानों के लिए ‘हाय अलर्ट’ जारी किया है| अमरिकी विदेशमंत्रालय ने इराक में मौजूद अपने अधिकारियों को रहने की जरूरत नही है तो तूरंत इराक छोडने के आदेश दिए है|

पिछले कुछ वर्षों से अमरिका ने इराक और सीरिया में ‘आईएस’ के विरोध में ‘ऑपरेशन इनहेरंट रिझॉल्व्ह’ यह लष्करी मुहीम शुरू रखी है| इस लष्करी मुहीम के तहेत इराक और सीरिया में अमरिका के हजारो सैनिक तैनात है| इनमें से इराक में मौजूद अमरिकी सैनिक इराकी लष्कर को आतंकवाद विरोधी कार्रवाई के लिए प्रशिक्षित भी कर रहे है| लेकिन, इन्ही अमरिकी सैनिकों की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा होने का ऐलान ‘सेंटकॉम’ ने किया है|

अमरिका के साथ बढ रहे तनाव की पृष्ठभूमि पर इराक और सीरिया में मौजूद अमरिकी सैनिकों पर ईरान हमलें कर सकता है, इसके लिए ईरान से इराक और सीरिया में स्थित अपने हस्तकों का इस्तेमाल हो सकता है, यह संभावना भी सेंटकॉम के प्रवक्ता अर्बन ने व्यक्त की है| यह खतरा ध्यान में रखकर अमरिकी विदेश मंत्रालय ने इराक में नियुक्त अपने अधिकारियों को तुरंत वापस बुलाया है| अरब-खाडी क्षेत्र के हर एक देश की लष्करी गतिविधियों पर सेंटकॉम की कडी नजर होती है|

इसी सेंटकॉम ने कुछ दिन पहले ईरान से ‘पर्शियन खाडी’ में अमरिका एवं मित्रदेशों के हितसंबंधों के लिए खतरा होने का इशारा दिया था| इस वजह से सेंटकॉम के इस नए इशारे की ओर गंभीरता से देखा जा रहा है| कुछ दिन पहले अमरिका के विदेशमंत्री माईक पोम्पिओ ने इराक की यात्रा की थी| इस दौरान इराकी प्रधानमंत्री के साथ हुई बातचीत में भी विदेशमंत्री पोम्पिओ ने इराक में ईरान के हस्तकों के जरिए अपने हितसंबंधों को बना खतरा रेखांकित किया था| साथ ही अपने देश को बचाना है तो इराक अब ईरान से दूरी बरते, यह इशारा भी पोम्पिओ ने दिया था|

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