ग्रीस के साथ किए रक्षा सहयोग से अमरिका नए लष्करी अड्डों के साथ ‘ड्रोन बेसेस’ का निर्माण करेगी

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरअथेन्स: अमरिका ने यूरोप के प्रवेशद्वार के तौर पर पहचाने जा रहे ग्रीस के साथ लंबे समय के लिए रक्षा सहयोग संबंधी समझौता किया है| इस में नए रक्षा अड्डों के साथ ‘ड्रोन बेसेस’ का निर्माण करने के लिए प्रावधान रखा गया है| इस समझौते के पीछे तुर्की के साथ बने तनाव और खाडी क्षेत्र की गतिविधियां कारण होने की बात समझी जा रही है| अमरिका के विदेशमंत्री माईक पोम्पिओ की यूरोप यात्रा के आखिरी स्तर पर इस समझौते पर हस्ताक्षर हुए| इस दौरान पोम्पिओ ने ‘सायप्रस’ के मुद्दे पर तुर्की को कडी चेतावनी भी दी|

अमरिका और ग्रीस में वर्ष १९८३ में ‘डिफेन्स इंडस्ट्रिअल को-ऑपरेशन एग्रिमेंट’ हुआ था| इसी समझौते के आधार पर ग्रीस ने खाडी क्षेत्र का युद्ध, अफगानिस्तान युद्ध, ‘आईएस’ विरोध में व्यापक लष्करी मुहीम जैसे संघर्ष में अमरिका की सहायता की थी| ग्रीस के ‘क्रेटे’ द्विप पर अमरिकी नौसेना का बना अड्डा यूरोप और भूमध्य समुद्र के क्षेत्र में सबसे बडे नौसेना अड्डे के तौर पर जाना जाता है| लेकिन पिछले कुछ वर्षों में खाडी देशों के साथ यूरोपिय क्षेत्र में बदलती गतिविधियां ध्यान में रखकर अमरिका ने ग्रीस के साथ सामरिक मुद्दों पर बातचीत शुरू की थी| नया रक्षा समझौता इसी बातचीत का अहम स्तर समझा जा रहा है|

यह समझौता लंबे समय के लिए किया गया है और हर वर्ष ग्रीक संसद की मंजूरी लेने की जरूरत नही रही है| इस समझौते के अनुसार फिलहाल अमरिका ने ग्रीस के क्रेटे द्विप पर बनाए नौसेना अड्डे का विस्तार करेगी| इस के तहेत ग्रीस में ‘ड्रोन्स’ का अड्डा बनाने का प्लैन भी शामिल है| मध्य ग्रीस में हमेशा के लिए हेलिकॉप्टर प्रशिक्षण केंद्र भी तैयार किया जा रहा है|

ईशान्य ग्रीस में ‘अलेक्झांड्रोपोलि’ में निर्माण किया जानेवाला नया रक्षा अड्डा इस समझौते का सबसे अहम अंग होने की बात कही जा रही है| इस रक्षा अड्डे पर नौसेना एवं वायुसेना का अड्डा बनेगा| यूरोप के ‘नाटो’ सदस्य देशों की सुरक्षा मजबूत करने के लिए अमरिका इस अड्डे का निर्माण कर रही है, यह जानकारी सूत्रों ने दी| इस अड्डे के निर्माण से अमरिका को यूरोपिय देशों में लष्करी गतिविधियां करने के लिए तुर्की की सहायता पाने की जरूरत नही रहेगी, यह भी कहा जा रहा है|

ग्रीस के साथ नए ‘म्युच्युअल डिफेन्स एग्रीमेंट’ के पीछे तुर्की के साथ बढ रहे तनाव का मुद्दा भी अहम घटक साबित हुआ है| तुर्की और अमरिका का ‘नाटो’ में सहयोग होने के बावजूद तुर्की और रशिया, ईरान एवं चीन से नजदिकीयां बढना आपत्तिजनक महसूस हो रहा है| खास तौर पर रशिया से ‘एस-४००’ मिसाइल यंत्रणा के खरीद का मुद्दा सीरिया में ईरान की हकतों को प्राप्त हो रहा समर्थन, सीरिया में हो रहा हस्तक्षेप एवं चीन के साथ बने संबंधों के मुद्दों पर अमरिका एवं तुर्की के बीच लगातार विवाद हो रहा है|

यूरोप में ग्रीस और भूमध्य समुद्र में सायप्रस अमरिका का मित्रदेश है और उनके साथ तुर्की के बने विवाद भी अमरिका के लिए चिंता का विषय साबित हो रहे है| ग्रीस में अपनी यात्रा के बीच अमरिकी विदेशमंत्री ने इसी मुद्दे पर तुर्की को बडी डांट देकर ग्रीस के पीछे अमरिका डटकर खडी रहेगी, यह वादा भी किया|

तुर्की ने सायप्रस के समुद्री क्षेत्र में ईंधन का खनन करने के लिए जहाज भेजने का निर्णय किया है और साथ ही नौसेना के पोत भी तैनात करने की तैयारी हो रही है| सायप्रस ने तुर्की की यह हरकत यानी उखलेआम उकसानेवाली घटना होने का इशारा दिया है| तुर्की के इस इशारे पर कडी आलोचना करके विदेशमंत्री पोम्पिओ ने तुर्की की अवैध हरकतें अमरिका कभी भी बर्दाश्त नही करेगी, यह इशारा भी दिया है| इस मामले में तुर्की को अच्छी तरह से समझाया जाएगा, यह दावा भी पोम्पिओ ने किया है|

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