अमरिका के माँगे किसी गैंगस्टर की तरह – उत्तर कोरिया की आलोचना

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प्योनगैंग/टोकियो – ‘उत्तर कोरिया की सौजन्यता और सहनशीलता का अमरिका ने गलत मतलब निकाला है। उत्तर कोरिया परमाणु में कटौती करे इसके लिए अमरिका एक गैंगस्टर की तरह माँगे लाद रहा है। लेकिन उसके बदले में अमरिका उत्तर कोरिया को कोई भी सहुलतें देने के लिए तैयार नहीं है’, ऐसी आलोचना उत्तर कोरिया ने की है। दो दिनों पहले उत्तर कोरिया का दौरा करके परमाणु कार्यक्रम के बारे में की हुई चर्चा सफल होने का दावा अमरिका के विदेश मंत्री माईक पॉम्पिओ कर रहे हैं। लेकिन उत्तर कोरिया ने की आलोचना की वजह से परिस्थिति अलग है, ऐसा दिखाई दे रहा है।

पिछले महीने में सिंगापूर में अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प और उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग-उन के बीच ऐतिहासिक भेंट हुई थी। उत्तर कोरिया परमाणु कार्यक्रम छोड़ दे और परमाणु नाकाम करे, ऐसी माँग ट्रम्प ने इस चर्चा में की थी। किम जोंग-उन ने इन माँगों को मान्य किया था। उसके बाद ट्रम्प ने उत्तर कोरिया की माँग को मान्य करते हुए अमरिका और दक्षिण कोरिया के बीच का युद्धाभ्यास रद्द किया था।

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अमरिका की इस भूमिका का उत्तर कोरिया और दुनिया भर से स्वागत किया गया था। पिछले महीने में हुई इस चर्चा की पृष्ठभूमि पर उत्तर कोरिया की भूमिका जानने के लिए दो दिनों पहले अमरिका के विदेश मंत्री माईक पॉम्पिओ ने उत्तर कोरिया को भेंट दी। उत्तर कोरिया के विदेश मंत्री ‘किम योंग चोल’ के साथ हुई चर्चा सफल होने की घोषणा पॉम्पिओ ने की थी। वर्तमान में जापान और दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्रियों के साथ त्रिपक्षीय चर्चा के लिए जापान दौरे पर गए पॉम्पिओ ने वापस एक बार परमाणु कार्यक्रम रोकने के लिए उत्तर कोरिया पर दबाव डालने में अमरिका सफल होने की बात कही है।

लेकिन पॉम्पिओ के साथ हुई चर्चा के बारे में उत्तर कोरिया ने अलग प्रतिक्रिया दी है। उत्तर कोरिया परमाणु में कटौती करे, इसके लिए पॉम्पिओ ने एकतरफा माँगे रखने का आरोप उत्तर कोरियन विदेश मंत्रालय ने किया है। उसीके साथ माँगों को पूरा करके लेने के लिए अमरिका उत्तर कोरिया पर किसी गैंगस्टर की तरह दबाव दल रहा है, ऐसी आलोचना भी की है। ‘परमाणु योजना का परिक्षण केंद्र नष्ट करके हम अमरिका के साथ की चर्चा के बारे में इमानदार हैं, यह उत्तर कोरिया ने दिखा दिया है। राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने खुद इसकी घोषणा की थी। लेकिन इसके बदले में अमरिका उत्तर कोरिया को किसिस भी तरह की सहुलतें देने के लिए तैयार नहीं है’, ऐसा आरोप उत्तर कोरिया ने लगाया है।

दौरान, अमरिका अपने ऊपर लगाए प्रतिबन्ध वापस ले, ऐसी उत्तर कोरिया कर रहा है। लेकिन परमाणु कार्यक्रम से पूरी तरह से पीछे हटे बगैर उत्तर कोरिया पर भरोसा नहीं किया जा सकता, ऐसा ट्रम्प ने इसके पहले ही स्पष्ट किया था। इस वजह से इस मुद्दे पर अमरिका और उत्तर कोरिया के बीच की चर्चा असफल होंगी, ऐसा दावा भी किया जा रहा है।

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