साउथ चाइना सी से तैवान के सागरी क्षेत्र तक अमरीका शक्ति प्रदर्शन करेगा – अमेरिकी वृत्त माध्यम का दावा

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वॉशिंगटन – साउथ चाइना सी के क्षेत्र में अमरिकी युद्ध नौका के पास खतरनाक यात्रा करने वाले चीन को प्रत्युत्तर देने के लिए अमरिका आनेवाले महीने में शक्ति प्रदर्शन करने वाला है। विमान वाहक युद्धनौका, लड़ाकू विमान, बॉम्बर विमान तथा हजारों सैनिकों के साथ साउथ चाइना सी से तैवान की खाड़ी तक श्रृंखला में युद्धाभ्यास का आयोजन करके अमरिका चीन को अपने सामर्थ्य की याद दिलाने वाला है। अमरिका में अग्रणी के वृत्त माध्यम ने इस संदर्भ में वृत्त प्रसिद्ध किया है।

साउथ चाइना सी क्षेत्र में चीन के बढ़ते धौसियों पर नियंत्रण करने के लिए अमरिका के पैसिफिक कमांड ने रक्षा दल के शक्ति प्रदर्शन का प्रस्ताव रखा है। अमरिका के नौदल ने इस संदर्भ में तैयार किए प्रस्ताव में पैसिफिक कमांड ने पूर्ण सामर्थ्य से युद्धाभ्यास का आयोजन करने की योजना प्रस्तुत की है। इस युद्धाभ्यास में पैसिफिक कमांड में होने वाली अमरिका के तीन अजस्त्र विमान वाहक युद्धनौका, ऐम्फिबियस युद्धनौका, विध्वंसक का बेड़ा, लड़ाकू विमान और मरींस पथक शामिल होंगे ऐसा भी कहा है।

आशिया प्रशांत क्षेत्र में एक ही समय पर युद्ध का भड़का उड़ा तो उसे प्रत्युत्तर देने का अभ्यास इसमें किया जाने वाला है। साउथ चाइना सी से शुरू होनेवाला यह युद्धाभ्यास तैवान के खाड़ी तक चलने वाला है। साधारण रूप से हफ्ते भर चलनेवाला यह युद्धाभ्यास नवंबर महीने में संपन्न होने वाला है। यह युद्धाभ्यास मतलब इस सागरी क्षेत्र में चीन के बढ़ते धौसियों को प्रत्युत्तर होगा, ऐसा दावा अमरिकी वृत्त माध्यम ने किया है। अमरिका के नौदल से लष्कर और वायु सेना के वरिष्ठ अधिकारियों को इस युद्धाभ्यास की कल्पना दी गई है।

साथ ही इस भव्य युद्धाभ्यास के पृष्ठभूमि पर चीन तथा रशिया से क्या प्रतिक्रिया आ रही है, इस बारे में अमरिका के गुप्तचर यंत्रणा से अलग अलग स्तर पर चर्चा करके अंदाज लिया जा रहा है, ऐसी जानकारी अमरिकी वृत्त माध्यम ने दी है।

अमरिका का यह शक्ति प्रदर्शन इस क्षेत्र में बड़े गतिविधियों के संकेत देने वाला ठहर सकता है, ऐसा इस वृत्त माध्यम का कहना है। पिछले कई दिनों में साउथ चाइना सी के सागरी क्षेत्र में अमरिका एवं चीन के युद्ध नौकाओं में निर्माण हुए तनाव के पृष्ठभूमि पर अमरिका के इस शक्ति प्रदर्शन को देखा जा रहा है।

पिछले हफ्ते में चीन के विध्वंसक ने साउथ चाइना सी के क्षेत्र में गश्ती करने वाले अमरिका के यूएसएस डेकैटर इस युद्धनौका के पास से खतरनाक यात्रा की थी। अमरिकी युद्धनौका के गश्ती को रोकने के लिए चीन के विध्वंसक ने खतरनाक रूप से ४५ यार्ड (४१ मीटर) अंतर से आक्रामक यात्रा की थी। चीन के विध्वंसक की यह कार्रवाई गैर जिम्मेदार एवं भड़काऊ थी ऐसा आरोप अमरिका ने किया है। साथ ही चीनी विध्वंसक के इस खतरनाक यात्रा की वजह से साउथ चाइना सी के क्षेत्र में बड़ी दुर्घटना हो सकती थी। जिसकी वजह से अमरिका एवं चीन में संघर्ष कर उस का युद्ध में रूपांतर हुआ होता, ऐसी आलोचना अमरिका ने की थी।

इस सागरी क्षेत्र में चीन के बढ़ते धौसियों की वजह से सागरी परिवहन की स्वतंत्रता खतरे में आने का आरोप अमरिका ने किया है। तथा चीन के इस कार्रवाई की वजह से अमरिका साउथ चाइना सी में गश्ती बंद नहीं करेगा और आगे चलकर भी गश्ती शुरू रहने की बात अमरिका ने घोषित की थी। जिसकी वजह से चीन के अशिष्ट बर्ताव को प्रत्युत्तर देने के लिए अमरिका साउथ चाइना सी से तैवान की खाड़ी तक भव्य युद्धाभ्यास का आयोजन करता दिखाई दे रहा है।

दौरान साउथ चाइना सी में चीन के चेतावनी की वजह से इस क्षेत्र में युद्ध भड़क सकता है, ऐसी चेतावनी मलेशिया के प्रधानमंत्री ने हालही में दी थी।

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