ईरान का पक्ष लेने वाले अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय की अमरिका की तरफ से आलोचना

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वॉशिंगटन – ईरान पर लगाए गए प्रतिबंधों को हटाने के संबंध में अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय ने दिए आदेशों की आलोचना करके अमरिका ने सन १९५५ को ईरान के साथ किए अनुबंध से पीछे हटने की घोषणा की है।‘अमरिका की सुरक्षा को ईरान से बहुत बड़ा खतरा है’, ऐसा कहकर ईरान के साथ आर्थिक और राजनीतिक सहकार्य संबंधी किया गया अनुबंध ख़त्म करने की घोषणा अमरिका के विदेश मंत्रालय ने की है।अमरिका के इस निर्णय को ३९ सालों का विलंब हुआ, ऐसी आलोचना भी विदेश मंत्री पॉम्पिओ ने की है।

कुछ घंटों पहले अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय ने ईरान के समर्थन में परिणाम घोषित करके अमरिका ईरान से आयात की जाने वाली ‘मानवतावादी’ सहायता से संबंधित उत्पादों पर लगाए प्रतिबन्ध उठाए, ऐसे आदेश दिए थे।ईरान को दवाइयां, चिकित्सा उत्पाद, अनाज, कृषि उत्पाद और नगरी हवाई क्षेत्र की सुरक्षा के लिए आवश्यक घटकों के निर्यात में आने वाली रुकावटें दूर करने के आदेश संयुक्त राष्ट्रसंघ के अंतररष्ट्रीय न्यायालय ने अपने फैसले में कहा था।

संयुक्त राष्ट्रसंघ के नियम के अनुसार अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय के आदेश बंधनकारक हैं। लेकिन पॉम्पिओ ने न्यायालय के इस निर्णय की आलोचना की है।‘ईरान ने अमरिका के खिलाफ लगाए आरोप निराधार थे।अमरिका ने ईरान के साथ किया हुआ अनुबंध तोड़ने की वजह से ईरान ने अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय में अपील करके अमरिका के निर्णय को चुनौती देने की कोशिश की है।लेकिन ईरान का यह कृत्य सन १९५५ में हुए अनुबंध का उल्लंघन है’, ऐसा पलटवार पॉम्पिओ ने किया है।

ईरान ने अमरिका के सार्वभौम अधिकारों में हस्तक्षेप करने की कोशिश की है।साथ ही ईरान के इस कृत्य की वजह से अमरिका की सुरक्षा को खतरा निर्माण होने की आलोचना पॉम्पिओ ने की है।इसके लिए अमरिका ईरान के साथ किए सन १९५५ के अनुबंध से पीछे हट रहा है, ऐसा पॉम्पिओ ने घिषित किया है।उसीके साथ ही आने वाले कुछ दिनों में ईरान के आतंकवादी हमलों को प्रत्युत्तर देने के लिए अमरिका सज्ज है, ऐसा पॉम्पिओ ने कहा है।साथ ही किसी भी परिस्थिति में अमरिका ईरान पर ४ नवम्बर को डालने जा रहे प्रतिबंधों से पीछे हटने वाला नहीं है, ऐसा भी पॉम्पिओ ने कहा है।

दौरान, अमरिका ने इसके पहले लगाए प्रतिबंधों के परिणाम ईरान की अर्थव्यवस्था पर हो रहे हैं, इस बात को ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता आयातुल्ला खामेनी ने कबूल किया है।

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