ईरान की ‘रिव्होल्युशनरी गार्डस्’ को आतंकी संगठन करार देगी अमरिका

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरवॉशिंगटन – ईरान की सेना के तौर पर जानी जा रही ‘रिव्होल्युशनरी गार्डस्’ को आतंकी संगठन घोषित करने की तैयारी अमरिका ने शुरू की है| अमरिकी प्रसारमाध्यमों में इससे जुडी खबर प्रसिद्ध की है और इस बारे में अगले दो दिनों में अमेरिका से ऐलान हो सकता, ऐसा इस खबर में कहा गया है| अमरिका ने यह कदम उठाया तो ईरान भी अमरिकी रक्षाबलों का समावेश आतंकियों की सुचि में करेगा, यह इशारा ईरान के अधिकारियों ने दिया है|

ईरान के साथ हुए अंतरराष्ट्रीय परमाणु समझौते से बाहर होने के बाद अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने लगातार ईरान पर दबाव बनाने के लिए कदम उठाए है| अमरिका ने पिछले वर्ष से ईरान पर कडे प्रतिबंध लगाए है और इसमें से आर्थिक प्रतिबंध उम्मीद से भी अधिक सफल हो रहे है, यह दावा अमरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन इन्होंने हाल ही में किया था| अमरिका ने ईरान के ईंधन, रक्षा एवं परमाणु क्षेत्र को लक्ष्य किया है| उसके बाद अब सिधे ईरान की सेना को आतंकी संगठन करार देना आक्रामक कदम माना जा रहा है|

अप्रैल ८ के दिन अमरिका से ईरान की ‘रिव्होल्युशनरी गार्डस्’ दहशतगर्द संगठन होने का ऐलान होगा, यह दावा अमरिकी माध्यम कर रहे है| अमरिकी प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के हवाले से यह वृत्त दिया गया है, यह भी इन माध्यमों ने कहा है| यह निर्णय राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प इनकी कठोर ईरान नीति का हिस्सा होने का दावा किया जा रहा है| ‘रिव्होल्युशनरी गार्डस्’ को आतंकी संगठन करार किया गया तो किसी एक देश की सेना का समावेश आतंकीयों की सुचि में होने की यह पहली घटना साबित होगी|

ट्रम्प प्रशासन के इस ऐलान के पिछे इस्रायल के चुनाव भी एक अहम घटक होने की बात कही जा रही है| इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू इनके नेतृत्व को कडी चुनौती मिली है और यह चुनाव उनके लिए आसान नही होगा, यह संकेत प्राप्त हो रहे है| इस पृष्ठभूमि पर अमरिका ने ईरान की सेना को आतंकी घोषित किया तो, इससे कुछ तादाद में नेत्यान्याहू को लाभ हो सकता है, यह दावा विश्‍लेषक कर रहे है|

अमरिकी प्रसारमाध्यमों ने प्रसिद्ध की हुई खबर पर ईड़ान से कडी प्रतिक्रिया प्राप्त हुई है| ईरान की ‘नैशनल सिक्युरिटी कमिटी’ के प्रमुख हेशमातुल्ला फलाहतपिसेह इन्होंने अमरिका को कडा जवाब देने की चेतावनी दी है| अमरिका ने ईरान की सेना को आतंकी संगठन घोषित किया तो ईरान भी अमरिकी सेना को ‘आईएस’ की तरह आतंकियों की सुचि में शामिल करेगा, यह इशारा फलाहतपिसेह इन्होंने दिया है|

ईरान की सेना के तौर पर पहचानी जा रही ‘रिव्होल्युशनरी गार्डस्’ का गठन ईरान में वर्ष १९७९ में हुई इस्लामिक क्रांती के बाद किया गया था| ‘रिव्होल्युशनरी गार्डस्’ ने ‘कुदस् फोर्स’ जैसी कई संगठनों का गठन किया है और सीरिया एवं येमन के साथ खाडी क्षेत्र के कई देशों में मौजूद संगठनों को ‘रिव्होल्युशनरी गार्डस्’ सहायता कर रही है| इराक एवं सीरिया के संघर्ष में ‘रिव्होल्युशनरी गार्डस्’ का सहभाग पहले ही स्पष्ट हुआ है| ‘रिव्होल्युशनरी गार्डस्’ पैलस्टिन में आतंकी संगठन के साथ ‘हिजबुल्लाह’ की भी हर प्रकार से सहायता कर रही है, यह बात सामने आ रही है| ऐसे में अमरिका ने ‘रिव्होल्युशनरी गार्डस्’ को आतंकी करार देना ईरान के लिए झटका साबित होगा|

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