चीन के बढते समुद्री प्रभाव के विरोध में अमरिका अतिप्रगत ‘ड्रोन्स अर्माडा’ का निर्माण करेगी – अमरिकी कांग्रेस का रपट

Third World Warवॉशिंगटन: चीन के बढते समुद्री प्रभाव को प्रत्युत्तर देने के लिए अमरिका अतिप्रगत ‘ड्रोन्स के अर्माडा’ का निर्माण करेगी| अमरिकी ड्रोन्स का यह अर्माडा डायरेक्टेड एनर्जी वेपन्स यानी लेजर, हायपरसोनिक मिसाइल, आर्टिफिशल इंटेलिजन्स (एआई) और सायबर तकनीक से सज्जित होगा| पिछले सप्ताह में प्रसिद्ध किए गए अमरिकी कांग्रेस की नई रपट में यह जानकारी रखी गई है| इस वजह से अगले दिनों में अमरिकी नौसेना का स्वरूप बदलने के संकेत प्राप्त हो रहे है|

अमरिकी नौसेना फिलहाल २९० युद्धपोत का बेडा रख रही है और इनमें १० विशाल विमान वाहक युद्धपोतों का समावेश है| अमरिकी नौसेना दुनिया में सबसे बडी और शक्तिमान नौसेना समझी जाती है| अमरिकी नौसेना का यह प्रभाव बरकरार रखने के लिए अगले कुछ वर्षों में इन युद्धपोतों की संख्या ३२० तक बढाने का ऐलान राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने पिछले वर्ष में किया था| ट्रम्प की इस घोषणा का अमरिकी नौसेना ने स्वागत किया था| लेकिन, साथ ही इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में चीन की बढती हरकतों की ओर भी अमरिकी कांग्रेस ने ध्यान आकर्षित किया था|

‘इंडो-पैसिफिक’ क्षेत्र में चीन की नौसेना का बढता प्रभाव अमरिकी युद्धपोतों के लिए चुनौती साबित हो सकता है, यह इशारा कांग्रेस ने अपनी रपट में दिया था| इस पृष्ठभूमि पर चीन के प्रभाव को प्रत्युत्तर देने के लिए अमरिकी नौसेना परंपरागत तैयारी से बाहर निकले, यह सुझाव अमरिकी कांग्रेस ने अपने रपट में दिया है| पिछले वर्ष अमरिकी नौसेना में ‘सी हंटर’ यह ड्रोन विध्वंसक सक्रीय की गई थी| लेकिन, अमरिकी नौसेना में इस तरह की ड्रोन विध्वंसक और पनडुब्बीयों की बडी संख्या में जरूरत होने की बात ‘कांग्रेशनल रिसर्च सर्व्हिस रिपोर्ट’ में रखी गई है|

अमरिकी नौसेना विश्‍लेषक रोनाल्ड ओरौर्के ने तैयार किए इस रपट में अमरिकी नौसेना में ‘सी हंटर’ की तरह ‘लार्ज अन्मॅन्ड्’ सर्फेस व्हेईकल’ एवं ‘मिडियम अन्मॅन्ड् सर्फेस व्हेईकल’ और ‘एक्सट्रा लार्ज अन्मॅन्ड सर्फेस व्हेईकल’ का बडा बेडा विकसित करने की जरूरत होने की बात ओरॉर्के ने रखी है| युद्धपोतों से विध्वंसकों की आकार की इन ड्रोन विध्वंसको के साथ ही अमरिकी नौसेना ने ड्रोन पनडुब्बी के निर्माण के लिए भी कोशिश करनी होगी, ऐसा इस विश्‍लेषक ने अपने अहवाल में कहा है|

अमरिकी नौसेना में तैनात ‘सी हंटर’ यह ड्रोन विध्वंसक सीर्फ समुद्री गश्त के लिए इस्तेमाल हो रही है| यह ड्रोन विध्वंसक हथियारों से सज्जित नही की गई है| लेकिन, ओरॉर्के ने अमरिकी ड्रोन आर्माडा प्रगत हथियारों से सज्जित हो, यह विचार स्पष्ट शब्दों में रखा है| डायरेक्टेड एनर्जी वेपन्स यानी लेजर, हायपरसोनिक मिसाइल, एआई और सायबर तकनीक से सज्जित इस ड्रोन आर्माडा की सहायता से अमरिका किसी भी चुनौती का सामना कर सकेगी| सीधे चीन के बढते समुद्री प्रभाव को भी अमरिकी ड्रोन्स आर्माडा प्रत्युत्तर देगी, यह दावा ओरॉर्के ने किया|

अलग अलग आकार की यह ड्रोन्स विध्वंसक और पनडुब्बीयों की वजह से अमरिका का रक्षा खर्च कम होगा और जान का नुकसान होने से भी बचना मुमकिन होगा, यह दावा ओरॉर्के ने इस अहवाल में किया है| ऐसी प्रगत ड्रोन विध्वंसक और पनडुब्बीयों के निर्माण के लिए नौसेना ने ६३ करोड डॉलर्स की मांग की है, यह कहा जा रहा है|

इस दौरान, रेथॉन, बोईंग इन शीर्ष अमरिकी कंपनियों ने इस ड्रोन आर्माडा के निर्माण के लिए पहले ही अपने प्लैन रखे है, ऐसा बताया जा रहा है| फरवरी महीने में बोईंग ने ‘ओर्का’ ड्रोन पनडुब्बी सामने रखी थी| बोईंग ऐसी कम से कम नौ ड्रोन पनडुब्बी बनाने की तैयारी कर रही है| वही, अगले वर्ष में ऐसी ड्रोन विध्वंसक कार्यरत करने संबंधी अमरिकी नौसेना गंभीरता से विचार कर रही है|

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