अमरीका द्वारा चीन की ३३ कंपनियाँ ‘ब्लॅकलिस्ट’

वॉशिंग्टन/बीजिंग – अमरीका के वाणिज्य विभाग ने चीन के लष्कर से संबंधित होनेवालीं ३३ कंपनियों को ‘ब्लॅकलिस्ट’ किया है। अमरीका का निर्णय यानी कोरोना महामारी की पृष्ठभूमि पर अमरीका ने शुरू किये राजनैतिक युद्ध में चीन को दिया ज़बरदस्त झटका साबित होता है। अमरीका ने ब्लॅकलिस्ट कीं हुईं कंपनियों में ‘आर्टिफिशिअल इंटेलिजन्स’ तथा ‘फेशिअल रेकग्निशन’ क्षेत्रों की कंपनियों का समावेश है। 

शुक्रवार को अमरीका के वाणिज्य विभाग ने ३३ चिनी कंपनियों को ब्लॅकलिस्ट किया होने की बात घोषित की। उनमें ‘किहू३६०’, ‘क्लाऊड माईंडस’ और ‘नेट पोसा’ जैसीं बड़ीं कंपनियों का समावेश है। ये कंपनियाँ तथा ब्लॅकलिस्ट की हुईं अधिकांश कंपनियाँ चीन के लष्कर से संबंधित हैं। इनमें से कुछ कंपनियों का इस्तेमाल चीन की सत्ताधारी कम्युनिस्ट हुक़ूमत ने उघुरवंशीय मुस्लिमों पर नज़र रखने के लिए किया होने की बात भी सामने आयी है। 

अमरीका ने चिनी कंपनियों को ठेंठ ब्लॅकलिस्ट करने की, पिछले सात महीनों में यह दूसरी बड़ी कार्रवाई है। पिछले साल, अक्तूबर महीने में अमरीका ने २८ कंपनियों को ब्लॅकलिट किया था। उनमें ‘हाईक व्हिजन’ इस ‘व्हिडीओ सर्व्हिलन्स’ क्षेत्र की बड़ी कंपनी का समावेश था।

अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने गत कुछ वर्षों में आर्थिक और व्यापारी क्षेत्र समेत सभी क्षेत्रों में चीन के ख़िलाफ़ आक्रमक भूमिका अपनायी है। ‘हुवेई’ जैसी कंपनी पर की कार्रवाई के संदर्भ में उन्होंने किये हुए निर्णय और चीन के विरोध में अपनाया संघर्ष का पैंतरा आंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ध्यान आकर्षित करनेवाला साबित हुआ था। कोरोना महामारी के मुद्दे पर भी ट्रम्प और अमरिकी प्रशासन के अन्य नेताओं ने भी चीन को लक्ष्य किया होकर, खुलेआम राजनैतिक युद्ध का ऐलान किया है।

अमरीका के वाणिज्य विभाग ने की हुई यह कार्रवाई यही दर्शा रही है कि ट्रम्प प्रशासन द्वारा चीन के ख़िलाफ़ राजनैतिक युद्ध अधिक तीव्र होता चला जा रहा है।

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