इराक में स्थित अड्डे पर दुबारा हमला होने पर अमरिका ने दिया कडी कार्रवाई का इशारा

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बगदाद/वॉशिंग्टन – इराक में ‘बिसमाया’ में अमरिका के बने अन्य एक ओर लष्करी अड्डे पर मंगलवार के दिन राकेट हमलें हुआ| पीछले हफ्ते से इराक में स्थित अमरिकी लष्करी अड्डे पर हुआ यह तीसरां हमला साबित हुआ है| इस हमले के लिए इराक में स्थित ईरान से जुडा आतंकी गुट जिम्मेदार होने का आरोप अमरिका कर रही है| इराक में स्थित अपने लष्करी अड्डों पर हो रहे हमलें रोकने है तो अमरिका को सीधा ईरान में रिव्होल्युशनरी गार्डस् के ठिकानों पर कार्रवाई करनी होगी, यह सुझाव अमरिकी विश्‍लेषक दे रहे है|

राजधानी बगदाद के दक्षिणी ओर स्थित बिसमाया कैम्प पर अमरिका और नाटो का संयुक्त लष्करी दल तैनात है| इस अड्डे पर इराक की पुलिस को आतंकवाद विरोधी कार्रवाई का प्रशिक्षण दिया जा रहा है| मंगलवार की सुबह हुए हमले में इस अड्डे का ज्यादा नुकसान नही हुआ है, यह बात पश्‍चिमी लष्करी अफसरों ने स्पष्ट की| इस हमले के कुछ घंटे पहले ही अमरिका एवं पश्‍चिमी मित्रदेशों ने इड़ाक में अपने सैनिकों की गतिविधियां शुरू की थी| इराक में छोटे लष्करी अड्डे पर तैनात अपने सैनिकों को राजधानी बगदाद में बने बडे लष्करी अड्डे पर तैनात करने की गतिविधियां वहां पर हो रही थी| पीछले कुछ हफ्तों से यहां के अमरिकी लष्करी ठिकानों पर हो रहे राकेट हमलों की पृष्ठभूमि पर अमरिका ने यह निर्णय किया था| इसमें ताजी, अल कईम, अल असाद, कयाराह, इरबिल के लष्करी अड्डों का समावेश था| 

पीछले पांच दिनों में दो लष्करी अड्डों पर हुए राकेट हमलों में दो अमरिकी सैनिकों की मौत हुई है और पांच घायल हुए थे| इन हमलों के बाद अमरिकी विदेशमंत्री माईक पोम्पिओ ने इराक सरकार और सेना को कडे शब्दों में इशारा दिया| इराकी सेना ने अमरिका और मित्रदेशों की सेना पर हो रहे हमलें रोके नही तो अपने हितसंबंधों की सुरक्षा के लिए अमरिका आनेवाले दिनों में जोरदार हमलें करेगी, यह इशारा भी पोम्पिओ ने दिया था| ऐसे में पोम्पिओ ने यह इशारा देने के बाद मंगलवार के दिन इराक में बने अमरिकी लष्करी अड्डे पर दुबारा हमला हुआ है और इसपर अमरिका करारा जवाब देने की उम्मीद जताई जा रही है|

इसी बीच पीछले ढाई महीनों से इराक में स्थित अमरिकी लष्करी अड्डों पर हो रहे हमलों के लिए ईरान से जुडे गुट जिम्मेदार होने की बात स्पष्ट हुई है| पर, इन गुटों पर हमलें करने के बजाए अमरिका को सीधा इन गुटों को सहायता प्रदान कर रहे ईरान में बने ‘आयआरजीसी’ के ठिकानों पर ही हमलें करें, यह निवेदन अमरिका में लष्करी विश्‍लेषक कर रहे है| इससे पहले ही ईरान की लष्करी गतिविधियों पर जवाब देने के लिए अमरिका ने दो विमान वाहक युद्धपोत पर्शियन खाडी में तैनात करने का ऐलान किया है|

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