इराक में अमरिकी हमलों को भीषण जवाब मिलेगा – इराकी सेना का इशारा

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरबगदाद/वॉशिंग्टन:  ‘इराक में हो रहे अमरिका के हमलें हमारे देश की सार्वभूमता का उल्लंघन करनेवाले है| अमरिका के इन हमलों को आगे सबसे अधिक भीषण जवाब मिलेगा’, ऐसा इशारा इराक की सेना ने दिया है| साथ ही अमरिका के हमलें लष्करी सहयोग के विरोध में होने की बात कहकर इराक की सेना ने इस सहयोग से पीछे हटने के संकेत दिए| ऐसे में इराकी विदेश मंत्रालय ने अमरिका एवं ब्रिटेन के राजदूत को समन्स दिया है| अमरिका ने इराक में ईरान से संबंधित गुटों के अड्डों पर किए हमलों पर इराक की सेना ने यह प्रतिक्रिया दर्ज की है|

दो दिन पहले इराक के ताजी में बनें अमरिकी हवाई अड्डे पर आतंकियों ने तेज राकेट हमलें किए थे| इन हमलों में अमरिका के दो और ब्रिटेन का एक सैनिक मारा गया था| इन हमलों के लिए ईरान से जुडे गुट जिम्मेदार होने का आरोप इराक में स्थित अमरिकी लष्करी अफसरों ने किया था| अगले कुछ घंटों में अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने अपनी सेना को इराक में होनेवाले हमलों को जवाब देने का पुरा अधिकार होने की बात घोषित की है| तभी, ब्रिटेन ने भी ताजी पर हुए कायराना हमले को निर्णायक जवाब देने का ऐलान किया है|

गुरूवार की रात अमरिकी लडाकू विमानों ने इराक के करबला शहर के हवाई अड्डे पर जोरदार हमलें किए| इराक में ईरान से जुडे ‘कतैब हिजबुल्लाह’ इस आतंकी संगठन के हवाई अड्डे पर कार्रवाई करने का ऐलान अमरिका ने किया| इन हमलों में कतैब के हथियारों के पांच भंडार तबाह होने की जानकारी अमरिका ने साझा की| इन हमलों में कतैब के १२ आतंकी ढेर हुए है| इस दौरान ईरान के रिव्होल्युशनरी गार्डस् के वरिष्ठ अफसर जनरल सियामंद मशादानी भी इन हमलों में मारे गए है, ऐसी खबर कुछ माध्यमों ने प्रसिद्ध की है|

ईरान के रिव्होल्युशनरी गार्डस् के वरिष्ठ अफसर मशादानी इन हमलों में मारे गए या नही, यह भी स्पष्ट नही हो सका है| पर, ईरान की हुकूमत का प्रभाव होनेवाली इराक की सरकार और सेना ने अमरिकी हमलों पर जहरिली प्रतिक्रिया दर्ज की है|

अमरिका ने हमला किए हुए करबला के हवाई अड्डे पर सभी लोग आम नागरिक थे| इस वजह से अमरिका के इन हमलों में अपने कुछ सैनिक और इस हवाई अड्डे पर काम कर रहे इराकी नागरिक भी इन हमलों का शिकार होने का दावा इराकी सेना ने किया| ‘अपने ताजी अड्डे पर हुए हमले पर जवाबी कार्रवाई की गई है| अमरिका का यह कहना बिल्कुल झुठ है| अमरिका के इन हमलों से स्थिति और भी बिगडेगी और इसपर अब किसी भी प्रकार का हल नही है’, यह कहकर इराक की सेना ने कार्रवाई के संकेत दिए है|

तभी ‘इराक में हमलें करके अमरिका ने सहयोग की सीमा लांघ ने दी है| इसपर जवाब यकिनन मिलेगा| यह जवाब सबसे भीषण रहेगा’, ऐसी चेतावनी इराक की सेना ने दी है| साथ ही इराक में अमरिका और मित्रदेशों की हुई सेना तैनाती पर भी इराकी सेना ने सवाल किया है| इराक के विदेश मंत्रालय ने ताजी में हुए हमले के लिए अमरिका एवं पश्‍चिमी सेना की इराक में हुई तैनाती ही जिम्मेदार होने की बात कहकर ईरान से जुडे गुटों का समर्थन किया है|

इसी बीच जनवरी महीने में अमरिका ने इराक में ईरान के वरिष्ठ सेना अधिकारी जनरल कासेम सुलेमानी को हवाई हमलों में मार दिया था| इसके बाद इराक में स्थित अमरिकी लष्करी अड्डों पर हो रहे हमलों में बढोतरी हुई| साथ ही ईरान से संबंधित इराकी सरकार एवं सियासी नेताओं ने अमरिका की सेना तैनाती का विरोध करना शुरू किया था| अमरिका ने करबला में ईरान से जुडे गुट के हवाई अड्डे पर किए हमले के बाद इराक में यह विरोध और भी तेज हुआ है| इसका बडा असर अगले दिनों में इराक में होता दिखेगा, यह दावा विश्‍लेषक कर रहे है|

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