अमरिकी लष्कर सीरिया में तैनात रहेगी-अमरिका के रक्षा मंत्री को घोषणा

वॉशिंगटन: “सीरिया के ९५ प्रतिशत भूभाग से ‘आयएस’ को मार भगाने में सफलता प्राप्त हुई है, फिर भी अमरिका सीरिया छोड़ने वाला नहीं है। जब तक सीरिया में ‘आयएस’ का आखरी आतंकवादी बाकी है, तब तक और ‘आयएस २.०.’ सीरिया में पुनरागमन न करे इसलिए अमरिका की लष्कर सीरिया में दीर्घकाल तक तैनात रहने वाली है’’, यह घोषणा अमरिकन रक्षा मंत्री जेम्स मॅटिस ने की है। उसी के साथ ही ‘जिनिव्हा शांति चर्चा’ के अनुसार सीरिया की राजनीतिक प्रक्रिया भी पूरी होने वाली है’, ऐसा कहकर जेम्स मॅटिस ने सीरिया की अस्साद राजवट को अपना विरोध प्रकट किया है।

अमरिकी लष्कर

पिछले हफ्ते सीरिया में संघर्षबंदी के बारे में अमरिका और रशिया के अधिकारीयों के बिच महत्वपूर्ण चर्चा पूरी हुई है। इस चर्चा में सीरिया में संघर्षबंदी बढाने की बात निश्चित हुई है, इस संघर्षबंदी की पृष्ठभूमि पर सीरियन लष्कर छोड़कर अन्य देश की सेना पीछे हट जाए, इस बात को अमरिका और रशिया ने मान्य किया था। लेकिन इस में ईरान की लष्कर और ईरान समर्थक गुट शामिल नहीं होंगे, ऐसा रशिया ने बाद में घोषित किया था। उसके बाद अमरिकन रक्षा मंत्री जेम्स मॅटिस ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए स्पष्ट किया कि, अमरिकन लष्कर सीरिया में ही रहने वाली है।

‘सीरिया में हमारा काम पूरा हुआ है, ऐसा अभी तक यहाँ के आतंकवादियों ने घोषित नहीं किया है। इस वजह से आतंकवादियों को जितने दिन संघर्ष करना है, उतने दिन अमरिकन लष्कर संघर्ष करेगी’, ऐसा ताना जेम्स मॅटिस ने मारा है। साथ ही सीरिया के ९५ प्रतिशत भूभाग से ‘आयएस’ को मार भगाया है और अभी भी कुछ ‘पॉकेट्स’ में आतंकवादी छिपे हैं। इन आतंकवादियों को मार भगाना अमरिका के लष्कर की जिम्मेदारी है। ‘आयएस २.०.’ सीरिया में फिर से अपना डेरा न जमाए इसके लिए कोशिश करना यही अमरिका का दीर्घकालीन उद्देश्य है।

उसीके साथ ही रशिया की पहल से सीरिया में लागू किए जाने वाले ‘सेफ्टी जोन’ पर भी अमरिका के रक्षा मंत्री ने सवाल खड़ा किया है। ‘रशिया सिर्फ सीरिया में ‘सेफ जोन’ की सीमारेखा बढ़ा रहा है। लेकिन उसके पहले हर ‘सेफ जोन’ का पूरा निरस्त्रीकरण करे और फिर अगले ‘सेफ जोन’ की ओर बढ़ें, ऐसा करेंगे तभी सीरियन जनता वापस लौटेगी’, ऐसा दावा मॅटिस ने किया है। रशिया ने सीरिया में संघर्षबंदी और ‘सेफ जोन’ घोषित किए हैं। साथ ही सीरिया के ‘आयएस’ और आयएस समर्थक आतंकवादी संगठनों को मार भगाने का और उनके ठिकानों को नष्ट करने का दावा रशिया ने किया है। फिर भी सीरियन लष्कर के पिछले हफ्ते से हवाई हमले जारी हैं।

पिछले हफ्ते सीरिया से ‘आयएस’ को नष्ट करने की घोषणा रशियन विदेश मंत्री सर्जेई लाव्हरोव्ह ने की थी। इसलिए अमरिका और मित्र देश सीरिया से अपनी सेना वापस बुलाए, ऐसा भी लाव्हरोव्ह ने कहा था। सीरिया में अमरिका और मित्र देशों के लष्कर की तैनाती अवैध है, ऐसा आरोप रशियन विदेश मंत्री ने किया था। लेकिन यह कहते हुए सीरिया में स्थित ईरान, हिजबुल्लाह और ईरान समर्थक शिया पंथी सशस्त्र गुटों की तैनाती वैध है, ऐसा लाव्हरोव्ह ने कहा था।

सीरिया के संघर्ष में बागियों को सलाहकार के तौर पर अमरिका की लष्कर तैनात की गई थी। साथ ही अमरिकी लष्कर सीरिया के संघर्ष में हिस्सा लेने वाली नहीं है, ऐसा अमरिका ने स्पष्ट किया था। साथ ही सीरियन जनता को खाना, पानी और बिजली दिलवाने के लिए अमरिका की सेना सहायता करेगी, यह घोषणा भी की थी।

दौरान, ‘’’आयएस’ से भी शिया पंथी गुट सबसे खतरनाक हैं और ‘आयएस’ के बाद यह गुट सीरिया पर साम्राज्य प्रस्थापित करेंगे। अगर ऐसा हुआ तो वह सबसे खतरनाक साबित होगा’, ऐसा इशारा अमरिका के भूतपूर्व विदेश मंत्री और प्रभावी विशेषज्ञ हेनरी किसिंजर ने क्कुह महीनों पहले दिया था। इस्त्रायल ने भी सीरिया में स्थित ईरान, हिजबुल्लाह और समर्थक गुटों की उपस्थिति पर चुनता व्यक्त की थी। साथ ही ईरान और हिजबुल्लाह को गोलन पहाड़ियों के सीमा इलाके से पीछे हटाया नहीं तो सीरिया पर हमले जारी रहेंगे, ऐसा इशारा भी इस्त्रायल ने दिया है।

सीरियन लष्कर के हमले में १४ नागरिकों की बलि 

सीरियन लष्कर ने ‘ईस्टर्न घौटा’ में किए हवाई हमले में १४ नागरिकों की बलि गई है और इसमें एक लड़की का समावेश है।शनिवार को सीरिया की राजधानी दमास्कस के पूर्व में स्थित ‘ईस्टर्न घौटा’ इलाके में सीरियन लष्कर ने किए हवाई हमले में १४ नागरिकों की जान गई है। इसमें से सीरियन लड़ाकू विमानों के हमले में १० और सीरियन लष्कर के राकेट हमले में ४ लोगों के मारे जाने की जानकारी स्थानीय लोगों ने दी है। इसके अलावा ४० लोग गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं और मारे जाने वालों की संख्या बढ़ने का डर है। कुछ घंटों पहले ‘अहरार अल-शाम’ इस ‘आयएस’ संलग्न आतंकवादियों ने ‘हरास्ता’ में स्थित लष्करी अड्डे पर हमला किया था। इस हमले को प्रत्युत्तर के तौर पर सीरियन लष्करने यह हमला करने के दावा किया जा रहा है।

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