अमरिका का ईरान विरोधी ‘एक्शन ग्रुप’ असफल साबित होगा – ईरान के विदेश मंत्री जावेद झरीफ

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तेहरान – ‘६५ वर्ष पहले अमरिका ने ईरान के खिलाफ एक्शन ग्रुप की स्थापना करके ईरान के डॉ.मोस्सादेघ की लोकनियुक्त सरकार को गिराकर ईरानी जनता पर तानाशाही लादी थी। अगले २५ सालों तक ईरानी जनता इस तानाशाही के पैरों तले थी। इतने सालों बाद अमरिका ने फिर एक बार ‘ईरान एक्शन ग्रुप’ बनाकर ईरान की लोकनियुक्त सरकार को गिराने की योजना बनाई है। लेकिन अमरिका की यह इरान विरोधी योजना कभी भी सफल नहीं होने वाली है’’, ऐसी घोषणा ईरान के विदेश मंत्री जावेद झरीफ ने की हैं।

अमरिका की प्रमुख गुप्तचर यंत्रणा ‘सीआईए’ ने छह दशकों पहले पहली बार ‘ईरान एक्शन ग्रुप’ की स्थापना की थी, ऐसा दावा झरीफ ने किया है। तब अमरिका के ईरान के खिलाफ दांवपेंच सफल हुए थे, लेकिन नए सिरे से इस ‘एक्शन ग्रुप’ की स्थापना करके अमरिका ईरान में सत्ता परिवर्तन नहीं कर सकता ऐसा दावा झरीफ ने किया है। अमरिका इस ‘एक्शन ग्रुप’ की सहायता से ईरान पर दबाव डालकर और रोहानी सरकार के खिलाफ अपप्रचार करके यह बगावत लाने की कोशिश कर रहा है, ऐसा आरोप झरीफ ने किया है।

इसके लिए झरीफ ने ६५ सालों पहले की सरकार विरोधी बगावत की फोटो सोशल मीडिया पर प्रसिद्ध की है। सन १९५३ में अमरिका और ब्रिटन ने ईरान की लोकनियुक्त सरकार के खिलाफ जनता से करवाई यह बगावत ईरान के लिए एक सबक था। फिरसे इस तरह की गलती न होने का दावा झरीफ और ईरान के अन्य नेता कर रहे हैं। ईरान के उपराष्ट्राध्यक्ष जहाँगीरी ने भी अमरिका के प्रतिबंधों की वजह से ईरान का कुछ बिगड़ने वाला नहीं है, ऐसा कहा है। ईरान की अर्थव्यवस्था के लिए यह बुरा समय है। लेकिन ईरान की अर्थव्यवस्था अभी तक मृत नहीं हुई है। ऐसा कहकर अमरिका के प्रतिबंधों के बाद भी ईरान की अर्थव्यवस्था सुधरेगी, ऐसा दावा जहाँगीरी ने व्यक्त किया है।

दौरान, अमरिका के प्रतिबंधों के डर की वजह से ईरान की अर्थव्यवस्था बर्बाद हो रही है। ऐसे में अमरिका ने लगाए प्रतिबंधों की वजह से अर्थव्यवस्था पर दबाव आने की कड़ी संभावना जताई जा रही है। ईरान की रोहानी सरकार अर्थव्यवस्था की बर्बादी रोकने में असफल साबित होने की आलोचना करते हुए ईरानी जनता रास्ते पर उतरकर जोरदार प्रदर्शन और रोहानी सरकार का विरोध कर रही है। अमरिका के प्रतिबंधों की वजह से ईरान में हो रहे सरकारविरोधी प्रदर्शन तीव्र होंगे, ऐसा बोला जा रहा है। लेकिन अमरिका की यह कोशिश असफल होगी, ऐसा दावा ईरान के नेता कर रहे हैं।

ट्रम्प के सुरक्षा सलाहकार इस्राइल में दाखिल
जेरुसलेम – अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प के सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन इस्राइल में दाखिल हुए हैं और आने वाले कुछ घंटों में वह इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू से मुलाकात करने वाले हैं। ईरान और सीरिया के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए बोल्टन इस्राइल में दाखिल हुए हैं ऐसा कहा जाता है।

बोल्टन ने सोशल मीडिया पर अपने इस्राइल दौरे की जानकारी दी है। नेत्यान्याहू और इस्राइल के अन्य नेता और अधिकारियों के साथ मुलाकात करके द्विपक्षीय सहकार्य साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर चर्चा करने वाले हैं, ऐसा बोल्टन ने कहा है। सीरिया में ईरानी लष्कर की बढती गतिविधियाँ साथ ही अमरिका ने ईरान पर लगाए नए प्रतिबन्ध और उसके बाद की परिस्थिति पर बोल्टन और इस्राइली नेताओं के बीच चर्चा होने वाली है, ऐसी जानकारी इस्राइली अधिकारियों ने दी है।

 

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