अंतरिक्ष में रशिया की गतिविधियाँ खतरनाक होने का अमरिका का आरोप

संयुक्त राष्ट्रसंघ में अमरिका रशिया के ‘एब्नार्मल सॅटॅलाइट’ और ‘स्पेस वेपन्स’ का मुद्दा उपस्थित

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तर

बर्न – रशिया ने पिछले वर्ष अंतरिक्ष में प्रक्षेपित किया हुआ विशेष उपग्रह अत्यंत विचित्र रूपसे गतिविधियाँ कर रहा है और उसका कक्षा में बर्ताव अत्यंत संदिग्ध होने की चिंता अमरिका ने संयुक्त राष्ट्रसंघ में व्यक्त की है। उसी समय रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन उपग्रह विरोधी हथियार यंत्रणा विकसित कर रहे हैं और यह बात अत्यंत गंभीर होने का दावा भी अमरिका ने किया है। पिछले हफ्ते में ही अमरिका के उपराष्ट्राध्यक्ष माईक पेन्स ने अंतरिक्ष में चीन और रशिया की गतिविधियों की तरफ ध्यान आकर्षित करके अमरिका की स्पेस फ़ोर्स कली स्थापना का समर्थन किया था। उसके बाद अमरिकी अधिकारियों ने संयुक्त राष्ट्रसंघ में रशियन गतिविधियों के मुद्दे को उपस्थित करना ध्यान आकर्षित करता है।

कुछ दिनों पहले यूरोप में संयुक्त राष्ट्रसंघ की ‘डिसआर्मामेंट कांफ्रेंस’ पूरी हुई। इस बैठक में अमरिका के विदेश विभाग की ‘आर्म्स कण्ट्रोल, वेरिफिकेशन एंड कॉम्प्लायंस’ की सहाय्यक सचिव ‘य्लिम डी. एस. पॉब्लेट’ ने रशिया की अंतरिक्ष में खतरनाक गतिविधियों की तरफ ध्यान आकर्षित किया है।

‘’रशिया ने पिछले वर्ष अक्टूबर महीने में अंतरिक्ष में ‘स्पेस एपार्ट्स इन्स्पेक्टर’ के तौर पर पहचाने जाने वाला उपग्रह छोड़ा था। इस उपग्रह को किस कक्षा में छोड़ा है। इसके अलावा इसके बारे में कोई भी विश्वस्त जानकारी उपलब्ध नहीं है। उल्टा इस उपग्रह की गतिविधियाँ अत्यंत विचित्र हैं। यह गतिविधियाँ रशिया ने इसके पहले अंतरिक्ष में छोड़े निरिक्षण उपग्रहों के साथ भी मेल खाने वाली नहीं हैं। इन गतिविधियों को लेकर अमरिका चिंतित है’’, इन शब्दों में पॉब्लेट ने अंतरिक्ष में रशिया की तरफ से चल रही संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी दी है।

उसी समय रशिया अंतरिक्षयुद्ध के लिए स्वतंत्र हथियार यंत्रणा विकसित कर रहा है, ऐसा दावा भी अमरिकी अधिकारियों ने किया है। पुतिन ने मार्च महीने में रशिया छः नए ‘ऑफेंसिव वेपन्स सिस्टम’ विकसित करने की घोषणा की थी। उसमें ‘मोबाइल लेझर सिस्टम’ का समावेश है और यह यंत्रणा अंतरिक्ष के उपग्रहों को लक्ष्य कर सकती है। इस बात की तरफ ध्यान आकर्षित करके ‘य्लिम पॉब्लेट ने रशिया के आश्वासन और कृति इनमें मेल नहीं है, यह बात फिर एक बार सिद्ध हुई है, ऐसा आरोप लगाया है।

अमरिकी अधिकारियों की तरफ से किए गए यह आरोप रशिया ने स्पष्ट शब्दों में ख़ारिज किए हैं। अमरिका ने इसके पहले भी लगातार निरर्थक और तथ्यहीन आरोप किए हैं और नए विधानों से यही बात आगे शुरू है, ऐसा दिखाई दे रहा है। ऐसा प्रत्युत्तर रशिया के राजनीतिक अधिकारी अलेक्झांडर देनेको ने दिया है।

चीन-रशिया की तरफ से सुरक्षा के लिए ‘स्पेस फ़ोर्स’ आवश्यक – अमरिकी रक्षा मंत्री का दावा
रिओ दी जानिरो – ‘हम अंतरिक्ष में उपग्रह कभी भी छोड़ सकते हैं, ऐसा संदेश हमें देने की चीन कोशिश कर रहा है। उसी समय रशिया ने अंतरिक्ष में हमला करने की क्षमता प्राप्त की है, यह जानकारी अमरिका की गुप्तचर यंत्रणाओं ने दी है। दूरसंचार, यातायात, हवामान की जानकारी इसीके साथ ही कई महत्वपूर्ण चीजों के लिए आवश्यक उपग्रहों को संभावित खतरों की तरफ अमरिका नजरअंदाज नहीं कर सकता। अन्य देश अंतरिक्ष में युद्ध छेड़ने की तैयारी कर रहे हैं, ऐसे में अमरिका स्वस्थ नहीं बैठ सकता। आवश्यकता पड़ने पर अमरिका खुद की रक्षा करने के लिए सज्ज है’, इन शब्दों में अमरिका के रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस ने रक्षा बल के स्वतंत्र स्पेस फ़ोर्स का समर्थन किया है।

 

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