व्हेनेजुएला को लेकर कई विकल्प खुले – अमरिकी विदेशमंत्री की चेतावनी

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरबोगोटा/कॅराकस – व्हेनेजुएला के तानाशाह निकोलस मदुरो देश की सीमा खुली कर के नागरिकों की परेशानियों को खतम करें, ऐसा आवाहन करते हुए मदुरो के शासन के विरोध में अमरिका के पास सभी विकल्प खुले हैं, ऐसी चेतावनी विदेश मंत्री माईक पोम्पिओ ने दी हैं| व्हेनेजुएला की परिस्थिति दिनोंदिन बिकट होते हुए ही पोम्पिओ ने लैटिन अमरिकी देशों की यात्रा की हैं| इस यात्रा में उन्होंने कोलंबिया-व्हेनेजुएला सीमा पर व्हेनेजुएला से बाहर निकलने वाले शरणार्थियों से भी मुलाकात की हैं|

व्हेनेजुएला में मदुरो के शासन के विरोध में दिनोंदिन असंतोष बढ़ते हुए विरोधी नेता जुआन गैदो को मिलने वाला समर्थन भी बढ़ता जा रहा हैं| इस कारण मदुरो ने रशिया, चीन, क्युबा इन देशों के सहयोग से अपनी सरकार बचाने के लिए प्रयत्न शुरू कर दिए हैं| रशिया और चीन के लष्करी दल व्हेनेजुएला में दाखिल होते हुए क्युबा से भी बड़ी तादाद पर सहयोग दीया जाने का खुलासा हुआ हैं|

इस पृष्ठभूमि पर अमरिका ने भी मदुरो और उन्हें समर्थन देने वाले देशों के विरोध में गतिविधियां शुरू करते हुए उसी के लिए लैटिन अमरिका के मित्र देशों का नेतृत्व तैयार किया जा रहा हैं| विदेश मंत्री पोम्पिओ ने चिली, पेरू और पॅराग्वे को दी हुई भेंट उसी का हिस्सा होने का बताया जाता हैं| इन तीनों देशों में अमरिकी विदेश मंत्री ने व्हेनेजुएला के मुद्दे पर अमरिका की भूमिका आक्रामक रूप से प्रस्तुत करते हुए अमरिका से किए जाने वाली कार्रवाई को समर्थन दे, ऐसी आग्रहपूर्ण मांग भी प्रस्तुत की हैं|

लैटिन अमरिका के तीन देशों की यात्रा के बाद पोम्पिओ ने कोलंबिया, व्हेनेजुएला की सीमा पर व्हेनेजुएला के शरणार्थियों से खास मुलाकात की हैं| पिछले दो वर्षों में मदुरो के शासन से तंग आकर लगभग ३० लाख से अधिक नागरिकों ने देश छोड़ा हैं| उन में से लगभग १५ लाख शरणार्थी कोलंबिया में रहने का बताया जाता हैं| इन शरणार्थियों से मुलाकात कर विदेश मंत्री पोम्पिओ ने अमरिका संपूर्ण रूप से उनके साथ होने का आश्वासन दिया हैं| उसी समय आपको क्या चाहिए, ऐसा पूछने पर शरणार्थियों के गुटने, ‘हस्तक्षेप करें’ ऐसी मांग करने का दावा सूत्रों ने किया हैं|

अमरिकी विदेश मंत्री ने रशिया, चीन, क्युबा इन तीनों देशों पर आलोचना करते हुए ट्रम्प शासन के सामने सभी विकल्प उपलब्ध होने की चेतावनी दी हैं| चीन से व्हेनेजुएला के साथ अन्य लैटिन अमरिकी देशों में शुरू होने वाली घुसपैठ पर तीव्र नाराजगी व्यक्त करते हुए अमरिका ने यह बर्दाश्त नहीं करने का घोषित किया हैं| पोम्पिओ के कथन को चीन ने कठोर उत्तर देते हुए अमरिका लैटिन अमरिकी देशों को अपना आंगन ना समझे, ऐसे शब्दों में फटकारा हैं|

व्हेनेजुएला के विरोध में अमरिका से किए जाने वाले कार्रवाईयों की पृष्ठभूमि पर कनाडा ने भी मदुरो के शासन को लक्ष्य करने के लिए कदम उठाए हैं| सोमवार को कनाडा ने व्हेनेजुएला के विदेश मंत्री जॉर्ज अरेझा के साथ ४३ लोगों पर प्रतिबंध की घोषणा की हैं| कनाडा की यह कार्रवाई मतलब अमरिका के युद्धखोर साहसवाद में सहयोग होने की आलोचना व्हेनेजुएला से की जा रही हैं|

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