व्हेनेजुएला की अध्यक्षता से बनी संयुक्त राष्ट्रसंघ की परिषद पर अमरिका ने किया बहिष्कार

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरजीनिव्हा – संयुक्त राष्ट्रसंघ की ‘कॉन्फरन्स ऑन डिसआर्मामेंट’ इस हथियारों के नियंत्रण के विषय में बनी परिषद पर अमरिका ने बहिष्कार किया है| इस परिषद की अध्यक्षता व्हेनेजुएला को प्राप्त होने से निषेध व्यक्त करने के लिए अमरिका के विशेषदूत रॉबर्ट वूड ने इस परिषद से वॉक आउट किया| वही, लैटिन अमरिका के कुछ देशों ने इस बैठक से दूर रहने का निर्णय किया|

संयुक्त राष्ट्रसंघ ने नियोजित किए नियमों के नुसार रोटेशन की पद्धती से इस महीने में ‘कॉन्फरन्स ऑन डिसआर्मामेंट’ परिषद की अध्यक्षता व्हेनेजुएला को प्राप्त हुई है| व्हेनेजुएला के राजदूत जॉर्ज वॅलेरो ने इस परिषद की अध्यक्षता स्वीकारी है| लेकिन, व्हेनेजुएला की मदुरो हुकूमत ही अवैध होने का आरोप करके अमरिका के विशेषदूत रॉबर्ट वूड इन्होंने हथियार बंदी की परिषद की अध्यक्षता व्हेनेजुएला को प्राप्त होने सभी तरह से अनुचित होने का दावा किया|

‘सीरिया में अस्साद और व्हेनेजुएला की मदुरो हुकूमत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किसी भी संगठन की अध्यक्षता प्राप्त ना हो, इस लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय कोशिश करें| अस्साद-मदुरो की हुकमतों को अंतरराष्ट्रीय संगठनों की अध्यक्षता प्राप्त होना यानी संघ के असली ढांचे की रचना में कमी होने की बात दिखाई दे रही है| इसमें सुधार करना जरूरी है, यह फटकार वूड ने लगाई|

जीनिव्हा की बैठक से अमरिकी विशेषदूत वूड ने पीछे हटना यानी व्हेनेजुएला की मदुरो हुकूमत को होनेवाला विरोध और विपक्षी नेता जुआन गैदो को होनेवाला समर्थन है, यह दावा किया जा रहा है| अर्जेंटिना, ब्राजिल औड़ चिली इन लैटिन अमरिकी देशों ने भी इस परिषद में अनुपस्थित रहकर अमरिका की भूमिका का समर्थन किया|

रशिया और सीरिया ने अमरिका के इस निर्णय की आलोचना की है| अमरिका हथियारों की पाबंदी के विषय में हो रही परिषद को सियासी मोड देने की कोशिश कर रही है, यह आरोप रशिया और सीरिया ने किया| वही, व्हेनेजुएला के राजदूत ने भी अमरिका के इस निर्णय पर नाराजगी व्यक्त की है| अमरिका ने व्हेनेजुएला की मदुरो हुकूमत अवैध करार दी है| पिछले वर्ष चुनाव में गडबडी करके मदुरो ने व्हेनेजुएला की सत्ता हथियाई है, यह आरोप अमरिका और व्हेनेजुएला के विपक्षी नेता कर रहे है|

इस दौरान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अमरिका और यूरोप एवं लैटिन अमरिका के कुछ दैश गैदो के समर्थन में खडे है| मदुरो की सरकार का तख्तापलट करने के लिए लष्करी हस्तक्षेप करने की चेतावनी भी अमरिका ने दी थी|

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