‘एलियन्स’ की उड़न तश्तरियों ने अमरीका की परमाणु यंत्रणा में हस्तक्षेप किया था। – ‘पेंटॅगॉन’ के पूर्व अधिकारी लु एलिज़ोन्दो का दावा

परमाणु यंत्रणावॉशिंग्टन – ‘एलियन्स’ की उड़न तश्तरियों को परमाणु ऊर्जा और संबंधित गतिविधियों में रुचि है और उन्होंने अमरीका की परमाणु यंत्रणाओं में हस्तक्षेप किया था, ऐसा सनसनीखेज दावा ‘पेंटॅगॉन’ के पूर्व अधिकारी लु एलिज़ोन्दो ने किया है। एलिज़ोन्दो ने रक्षा विभाग ने उड़न तश्तरियों के अध्ययन के लिए गठित गुट के संचालक के तौर पर काम किया है। इसलिए उनका यह बयान ध्यान आकर्षित करनेवाला साबित हुआ है।

अमरीका के कुछ अधिकारी एवं सांसद बीते कुछ वर्षों में लगातार ‘एलियन्स’ एवं उड़न तश्तरियों का मुद्दा उपस्थित कर रहे हैं। इसे आधार बनाकर अमरिकी सिनेट की ‘इंटेलिजन्स कमिटी’ ने बीते वर्ष रक्षामंत्री एवं ‘डायरेक्टर ऑफ नैशनल इंटेलिजन्स’ से उड़न तश्तरियों से संबंधित रपट माँगी थी। अमरिकी संसद में अगले कुछ दिनों में यह ‘अनक्लासिफाईड रपट’ पेश की जा रही है। इस पृष्ठभूमि पर अमरीका में ‘एलियन्स’ और उड़न तश्तरियों का मुद्दा फिर से उठा है।

अमरीका के प्रमुख माध्यमों द्वारा पूर्व राष्ट्राध्यक्ष, सांसद, अमरिकी रक्षाबलों के पूर्व विमान चालक एवं वरिष्ठ अफसरों का साक्षात्कार किया जा रहा है। लु एलिज़ोन्दो रक्षा विभाग के ‘एडवान्सड् एरोस्पेस थ्रेट आयडेंटिफिकेशन प्रोग्राम’ (एएटीआयपी) के संचालक रहे हैं। उन्होंने ‘वॉशिंग्टन पोस्ट’ को दिए साक्षात्कार में परमाणु क्षमताओं में हुए हस्तक्षेप के मुद्दे पर बयान किया।

परमाणु यंत्रणा“एलियन्स’ और उड़न तश्तरियों को अमरीका की परमाणु तकनीक में रुचि थी। इसके अलावा वह परमाणु तकनीक में हस्तक्षेप करने की क्षमता भी रखते थे। यह बात साबित करनेवाले सबूत भी मौजूद हैं। अमरीका के परमाणु हथियार ‘ऑफलाईन’ करने की घटनाएँ भी हुई हैं। अमरीका की परमाणु क्षमता ‘ऑफलाईन’ करने के साथ ही विदेश में तैनात परमाणु हथियार एवं संबंधित यंत्रणा कार्यान्वित करने के प्रकार भी सामने आए हैं। ऐसी घटनाएँ एक से अधिक बार दर्ज़ हुई हैं’, ऐसा सनसनीखेज दावा एलिज़ोन्दो ने किया।

वर्ष २०१७ में अमरीका के रक्षा विभाग ने पहली बार उड़न तश्तरियों के मुद्दे पर शोधकार्य जारी होने की बात अधिकृत तौर पर कबूली थी। २००७ से २०१२ के दौरान अमरिकी रक्षा विभाग ने इस विषय पर एक विशेष गुट गठित करके जानकारी इकठ्ठा की थी। इसके बाद २०१७ एवं २०१८ में अमरिकी प्रसारमाध्यम एवं कुछ गुटों ने उड़न तश्तरियों के वीडियो जारी किए थे। सितंबर २०१९ में अमरिकी नौसेना ने इन वीडियोज्‌ की सच्चाई स्वीकारी थी।

अब बीते महीने में ही अमरिकी सिनेटर मार्को रुबिओ ने अमरिकी संसद ने उड़न तश्तरियों के मुद्दे को गंभीरता से देखना होगा, यह माँग बड़े आग्रह से रखी थी। इसके बाद अमरीका के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष बराक ओबामा ने भी उड़न तश्तरियों का ज़िक्र किया था।

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