इराक की सीमा पर हुआ कुर्दों के दो गुटों का संघर्ष

इरबिल – इराक के स्वायत्त कुर्दिस्तान प्रांत की सुरक्षा का ज़िम्मा संभाल रहे कुर्दों के ‘पेशमर्गा’ और तुर्की ने आतंकी करार दिए ‘पीकेके’ इन दो गुटों में संघर्ष शुरू हुआ है। कुर्दिस्तान के प्रधानमंत्री ने पेशमर्गा पर हुए इस हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है। तभी, अमरीका और मित्रदेश भी ‘पीकेके’ का निषेध करे, यह माँग कुर्दिस्तान की सरकार ने की है। इसी बीच, ‘पीकेके’ से जुड़ी सीरिया में स्थित ‘वायजीपी’ नामक कुर्द संगठन को अमरीका का समर्थन प्राप्त हुआ है। इस वजह से कुर्दों के इस विवाद में अमरीका कौनसी भूमिका अपनाती है, यह बात अहम साबित होगी।

iraq-kurdsइराक, ईरान, तुर्की, सीरिया और आर्मेनिया में फैले कुर्दवंशी स्वतंत्र कुर्दिस्तान की माँग कर रहे हैं। इसके लिए बीते कुछ वर्षों से इराक और सीरिया के कुर्दवंशियों ने संघर्ष तीव्र किया है। इराक में स्थित कुर्दवंशियों ने अपनी बहुसंख्या वाला इलाका कुर्दिस्तान घोषित किया है और इस प्रांत पर कुर्दों की स्वायत्त सरकार राज कर रही है। साथ ही इस प्रांत की सुरक्षा का ज़िम्मा इराकी सैनिकों पर नहीं है, बल्कि ‘पेशमर्गा’ नामक कुर्दों के हथियारबंद गुट के हाथों में है। ‘आयएस’ जैसे आतंकी संगठन को भगानेवाली और उनसे ड़टकर जंग करनेवाली संगठना के तौर पर ‘पेशमर्गा’ का ज़िक्र किया जाता है।

बीते कुछ दिनों से पेशमर्गा के सैनिकों पर सीरिया के सरहदी क्षेत्र से हमले हो रहे हैं। ‘कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी’ (पीकेके) और ‘पिपल्स प्रोटेक्शन युनिट्स’ (वायपीजी) इन कुर्दों के ही संगठनों ने यह हमले शुरू किए हैं। ‘पीकेके’ और ‘वायपीजी’ के सैनिकों को इराक में प्रवेश करना है और पेशमर्गा उन्हें विरोध कर रही है। इस वजह से दोनों कुर्द गुटों में यह संघर्ष शुरू हुआ है और इस दौरान दोनों ओर के सैनिक मारे जाने का दावा किया जा रहा है।

iraq-kurdsइसके बाद पेशमर्गा और पीकेके-वायपीजी के गुटों में गोलीबारी हो रही है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय यह संघर्ष रोकने के लिए कोशिश करें, ऐसा आवाहन इराक के कुर्दिस्तान की सरकार ने किया है। सीरिया की पीकेके-वायपीजी इन कुर्द संगठनों को अमरीका का समर्थन प्राप्त है। अमरीका ने सीरिया में ‘आयएस’ के विरोध में संघर्ष करने के लिए इन्हीं आतंकी संगठनों की सहायता ली थी। अमरीका और पीकेके के सहयोग पर तुर्की ने आलोचना भी की थी।

सीरिया में स्थित ‘पीकेके-वायपीजी’ के लिए इराक की सीमा बंद करने के मुद्दे पर पेशमर्गा और तुर्की ने हाथ मिलाया है, ऐसा भी कहा जा रहा है। पेशमर्गा और तुर्की ने इराक के उत्तरी सरहदी क्षेत्र में सुरक्षा चौकियां और नए लष्करी अड्डे स्थापित किए हैं। इस वजह से पीकेके-वायपीजी के कुर्दों के लिए उत्तरी सरहद खोलने पर अपनी सुरक्षा चौकियां एवं नए ठिकानों की सुरक्षा के लिए खतरा होगा, यह चिंता तुर्की को सता रही है। इसी के लिए तुर्की ने पेशमर्गा से सहयोग करने से कुर्दवंशी संगठनों में ही संघर्ष भड़का हुआ दिख रहा है।

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