सीरिया में कार्रवाई करने के लिए तुर्की की तैयारी – रशिया ने अलेप्पो में सेना की तैनाती बढाई

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अंकारा/बैरूत -सीरिया में ‘सेफ झोन’ तैयार करने का ऐलान करनेवाले तुर्की ने इस पर अंमल करने के लिए लष्करी गतिविधियां शुरू की है| किसी भी क्षण तुर्की की सेना सीरिया में घुंसेगी, यह कहकर अमरिका ने भी हम इसी के पक्ष में या विरोध में उतरें बिना तटस्थ रहने का ऐलान किया है|  वही, तुर्की ने घोषित किए सेफ झोन से नजदिक होनेवाले अलेप्पो शहर में रशिया ने अपनी सेना तैनात की है|

पिछले सप्ताह में तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष रेसेप एर्दोगन ने संयुक्त राष्ट्रसंघ के सुरक्षा परिषद की आमसभा के दौरान सीरिया में ‘सेफ झोन’ का निर्माण करने का प्रस्ताव रखा था| इस ‘सेफ झोन’ की वजह से तुर्की में पनाह लिए हुए कम से कम २० लाख सीरियन शरणार्थी अपने देश वापिस लौट सकेंगे, यह दावा एर्दोगन ने किया था| साथ ही तय समय में अपने प्रस्ताव का स्वीकार नही किया तो, सीरिया में सेना उतारकर कार्रवाई करने का ऐलान राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन ने किया| वही, तुर्की इस प्रस्ताव के आडं सीरिया में नरसंहार करने की तैयारी में होने का आरोप करके सीरिया ने यह प्रस्ताव ठुकराया था|

यूरोपिय देशों ने भी अपने प्रस्ताव से इन्कार करने के बाद तुर्की ने सीरिया की सीमा के निकट लष्करी गाडियां, तोंप, टैंक की गतिविधियां शुरू की थी| तुर्की की इस तैनाती के विरोध में अमरिका कडी भूमिका अपनाएगी, यह कहा जा रहा था| लेकिन, सीरिया में तुर्की की लष्करी कार्रवाई के समर्थन में या विरोध में हम नही है, यह घोषित करके अमरिका ने इस मुद्दे पर तटस्थ रहेंगे, यह स्पष्ट किया है| जल्द ही अमरिका के सैनिक सीरिया से वापसी करेंगे और तुर्की की लष्करी कार्रवाई शुरू होगी, यह ऐलान अमरिका ने किया है|

अमरिका ने किए इस ऐलान के बाद सीरिया की सीमा पर तुर्की की सेना की गतिविधियों में बढोतरी हुई है| किसी भी क्षण अपनी सेना सीरिया के उत्तरी हिस्से में युफ्रेटस नदी के पूर्वीय हिस्से में बडी कार्रवाई करेगी, ऐसा तुर्की ने घोषित किया है| मनजिब, देर अल झोर इन हिस्सों को जोडनेवाली ‘युफ्रेटस नदी’ के पूर्वीय हिस्से में बडी तादाद में दहशतगर्द तैयारी में छिपे है| इन आतंकियों पर तुर्की कार्रवाई करने की तैयारी में है और इस कार्रवाई से ‘आईएस’ या कुर्द आतंकियों को बाजू में नही रखेंगे, यह घोषणा तुर्की ने की है| इसके लिए तुर्की हवाई हमलों का भी प्रयोग करेगी, यह संकेत एर्दोगन ने दिए है|

तुर्की की इन गतिविधियों पर जर्मनी ने चिंता व्यक्त की है| तुर्की की सेना ने सीरिया में घुंसकर कार्रवाई की तो अस्थिरता बढेगी, यह आलोचना जर्मनी की सरकार ने की है| वही, तुर्की की लष्करी गतिविधियों की वजह से अलर्ट हुए रशिया ने भी अलेप्पो में अपने हितसंबंधों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त सेना की तैनाती की है|

इस दौरान, तुर्की के सीरिया पर होनेवाले हमलें हमारी सार्वभूमता को चुनौती देनेवाले होंगे, यह कहकर सीरिया ने तुर्की को जवाब देने की धमकी दी थी| इस वजह से तुर्की की इस कार्रवाई से तुर्की और सीरिया में संघर्ष शुरू होने की कडी संभावना है|

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