दो साल के तनाव के बाद तुर्की द्वारा इस्रायल के लिए राजदूत नियुक्त

अंकारा – दो साल के तनाव के बाद तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष रेसेप तय्यीप एर्दोगन ने इस्रायल के लिए राजदूत नियुक्त किया है। सन २०१८ में गाज़ापट्टी में इस्रायल ने की कार्रवाई के बाद तुर्की ने इस्रायल से अपने राजदूत को वापस बुलाया था। उसके बाद अब तुर्की ने इस्रायल के लिए राजदूत नियुक्त किया है। इस्रायल के साथ पुन: सहयोग स्थापित करने के लिए तुर्की ने ख़ुफ़िया गतिविधियाँ चालू कीं होने की ख़बरें कुछ ही दिन पहले जारी हुईं थीं।

turkey-israelतुर्की के राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन के प्रशंसक तथा जेरूसलेम के हिब्रू विश्वविद्यालय में पढ़ाई पूरी किये हुए ‘युफूक युलूतास’ पर राजदूत पद की ज़िम्मेदारी सौंपी गयी है। अमरीका के आगामी राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन के साथ तुर्की संबंध सुधारना चाहता है। इस्रायल से संबंध सुधरे, तो अमरीका के साथ सुदृढ सहयोग का मार्ग खुला होगा, ऐसा तुर्की सोचता है। इसके लिए तुर्की इस्रायल के लिए राजदूत की नियुक्ति कर रहा होने का दावा इस्रायली अख़बार ने किया है।

turkey-israelसन २०१८ में इस्रायली लष्कर ने गाज़ापट्टी में हमास के आतंकियों पर की हुई कार्रवाई में ६० से अधिक लोग मारे गये थे। इस कार्रवाई से क्रुद्ध हुए तुर्की ने, इस्रायल आतंकवादी देश होने का आरोप करके, इस्रायल के राजदूत को अपमानित करके निष्कासित किया था। उसके बाद इस्रायल ने भी तुर्की के राजदूत के साथ उसी प्रकार का बर्ताव किया था।

इसी बीच, यहाँ इस्रायल के साथ के संबंध पुन: पटरी पर लाने के लिए तुर्की के प्रयास जारी हैं और दूसरी ओर तुर्की और ईरान के संबंधों में तनाव पैदा हुआ है। अज़रबैझान में हुए कार्यक्रम में तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष ने, सार्वजनिक कार्यक्रम में किये बयानों पर ईरान ने ग़ुस्सा ज़ाहिर किया है। वहीं, राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन के बारे में ईरान ने इस्तेमाल की हुई भाषा का तुर्की ने निषेध किया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.