तुर्की ने सीरिया में किए हमलों से क्रोधित हुए अमरिका और यूरोप तुर्की पर प्रतिबंध लगाने के विचार में

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरवॉशिंगटन/बु्रसेल्स/मास्को: तुर्की की सेना ने सीरिया में सेना उतारकर शुरू किए हमलों पर दुनिया भर से आलोचना हो रही है| अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने तुर्की की अर्थव्यवस्था तबाह करने की धमकी फिर से दी है| अमरिका की तरह यूरोपिय महासंघ भी तुर्की पर कडे प्रतिबंध लगाने की तैयारी में है| वही, तुर्की ने सीरिया में शुरू की हुई इस एकतरफा कार्रवाई से इस क्षेत्र में अस्थिरता निर्माण होगी, यह आलोचना भारत ने की है|

तुर्की ने सीरिया में की हुई इस कार्रवाई की गुंज अमरिकी क्रॉंग्रस में भी सुनाई पडी है| कॉंग्रेस के रिपब्लिकन जनप्रतिनिधीं ने तुर्की पर कडे प्रतिबंध लगाने की मांग की है और राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने गुरूवार के दिन पत्रकारों के साथ की बातचीत के दौरान इस सबंधी संकेत भी दिए है| ‘तुर्की मर्यादा लांघकर सीरिया में अमानवी हमलें करते रहा है तो अमरिका तुर्की की अर्थव्यवस्था तबाह करेगी, यह इशारा भी दिया गया है| तुर्की पर प्रतिबंध लगाने के लिए मैं भी तैयार हुं| लेकिन, इन प्रतिबंधों से काफी आगे तुर्की पर कार्रवाई करते समय हम भी आगे पीछे नही देखेंगे’, यह चेतावनी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने दी है|

इस संघर्ष को खतम करने के लिए अमरिका और तुर्की एवं कुर्दों में मध्यस्थता करने के लिए राष्ट्राध्यक्ष ने तैयारी होने की बात कही है| वही, यूरोपिय देशों में ३६ लाख शरणार्थियों के झुंड छोडने की धमकी दे रहे तुर्की को यूरोपिय महासंघ ने कडी चेतावनी दी है| ‘शरणार्थियों को हथियारों से सज्जित करना यूरोप को कभी भी मंजूर नही होगा| इसके साथ ही इन शरणार्थियों को धमकाकर यूरोप को तुर्की ब्लैकमेल ना करें| तुर्की के इन हमलों की वजह से सीरिया में मानव अधिकारों का हनन हुआ तो यूरोपिय महासंघ तुर्की के विरोध में कडे प्रतिबंध लगाएगा’, ऐसा इशारा तुर्की महासंघ के अध्यक्ष डोनाल्ड टस्क ने दिय है|

रशिया ने भी तुर्की ने सीरिया में किए हमलें ‘आईएस’ के आतंकियों को फिर से सीर उठाने का अवसर प्रदान करेंगे, यह चिंता भी व्यक्त की है| इसी बीच तुर्की ने सीरिया में सेना उतारकर इस देश की सार्वभूमता का उल्लंघन किया है, यह आलोचना भारत के विदेश मंत्रालय ने की है| तुर्की के इन हमलों की वजह से इस क्षेत्र में अस्थिरता और अराजकता में बढोतरी होगी और इससे नई मानवी आपत्ति निर्माण होगी, यह चेतावनी भारत के विदेश मंत्रालय ने दी है| इस वजह से दुनिया भर के लगभग सभी प्रमुख देश तुर्की ने सीरिया में की हुई कार्रवाई का विरोध कर रहे है, यह बात स्पष्ट तौर पर दिखने लगी है|

लेकिन, तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष ने अपनाई आक्रामक भूमिका देखें तो वह इस अंतरराष्ट्रीय विरोध का ध्यान रखकर यह हमलें रोकेंगे नही, यह भी स्पष्ट हो रहा है|

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