राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने किए – ‘अमरिकन आर्टिफिशल इंटेलिजन्स इनिशिएटिव्ह’ पर हस्ताक्षर

Third World Warवॉशिंगटन: चीन और रशिया जैसे देशों से ‘आर्टिफिशल इंटेलिजन्स’ यानी कृत्रिम बुद्धिमत्ता क्षेत्र में अगुआई करने के लिए जोरदार गतिविधियां शुरू है| इस पृष्ठभूमि पर अन्य तकनीकी क्षेत्रों के साथ ‘आर्टिफिशल इंटेलिजन्स’ में अमरिका ने हासिल किया चोटी का पायदान कायम रखने के लिए राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प इन्होंने स्वतंत्र आदेश जारी किया है| इस आदेश के नुसार अमरिका की सभी यंत्रणाओं को ‘आर्टिफिशल इंटेलिजन्स’ में निवेश, संशोधन और विकास के लिए वरीयता देने की सूचना की गई है|

राष्ट्राध्यक्ष, डोनाल्ड ट्रम्प, अमरिकन आर्टिफिशल इंटेलिजन्स इनिशिएटिव्ह, हस्ताक्षर, अमरिका, चीन, रशिया‘अमरिकन एआई इनिशिएटिव्ह’ यह ट्रम्प इन्होंने घोषित किए इस कार्यक्रम का नाम है और इसके आगे ‘आर्टिफिशल इंटेलिजन्स’ क्षेत्र में प्रगत और नया संशोधन अमरिका में ही होगा, यह उम्मीद जताई गई है| इसके लिए इस क्षेत्र के लंबे समय के संशोधन को बढावा दिया जाएगा और वर्तमान में कार्यरत संशोधकों को सरकारी जानकारी और संबंधित कॉम्प्युटर नेटवर्क उपलब्ध कराने के लिए स्पष्ट आदेश दिए गए है|

‘आर्टिफिशल इंटेलिजन्स’ का इस्तेमाल करनेवालों को और साथ ही इस क्षेत्र के कर्मचारियों के लिए अधिक से अधिक ऍप्लिकेशन्स विकसित करने पर जोर दिया जाएगा| अमरिकी युवकों को ‘आर्टिफिशल इंटेलिजन्स’ क्षेत्र में कुशलता प्राप्त हो एवं इस क्षेत्र में प्रशिक्षित श्रमिक सही मात्रा में उपलब्ध हो, इशके लिए कोशिश की जाएगी| ‘आर्टिफिशल इंटेलिजन्स’ क्षेत्र के विकास और इस्तेमाल के लिए निदेशक मुद्दे तय करने के निर्देश राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने सरकारी यंत्रणा को दिए है|

राष्ट्राध्यक्ष, डोनाल्ड ट्रम्प, अमरिकन आर्टिफिशल इंटेलिजन्स इनिशिएटिव्ह, हस्ताक्षर, अमरिका, चीन, रशिया‘आर्टिफिशल इंटेलिजन्स’ क्षेत्र की संवेदनशील तकनीक सुरक्षित रखने के लिए विशेष सतर्कता बरती जाएगी और उसी समय इस क्षेत्र में अमरिका की प्रभूता कायम रहे, इस लिए जोर दिया जाएगा, ऐसा ट्रम्प ने अपने आदेश में कहा है| राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने जारी किये यह आदेश अमरिका में ‘आर्टिफिशल इंटेलिजन्स’ तकनीक क्षेत्र को बढावा देनेवाले है, फिर भी इसका प्रमुख उद्देश्य चीन को रोकना, यही होने का दावा विश्‍लेषकों ने किया है|

सिर्फ ‘आर्टिफिशल इंटेलिजन्स’ ही नही, बल्कि, ‘५जी’ एवं ‘क्वांटम टेक्नॉलॉजी’ जैसे प्रगत तकनीकी क्षेत्र में चोटी पर बने रहने के लिए ट्रम्प की ओर से कदम बढाए जाएंगे, ऐसे संकेत प्राप्त हो रहे है| पिछले वर्ष के दौरान चीन ने इन क्षेत्रों में बडी पहल की है और अरबों डॉलर्स का निवेश भी किया है| पश्‍चिमी देशों में विकसित होनेवाली तकनीक प्राप्त करने के लिए चीन ने गुप्तचर एवं सायबर हमलों के साथ आर्थिक बलबुते पर पश्‍चिमी कंपनीयों को कब्जे में करने की नीति अपनाई है|

राष्ट्राध्यक्ष, डोनाल्ड ट्रम्प, अमरिकन आर्टिफिशल इंटेलिजन्स इनिशिएटिव्ह, हस्ताक्षर, अमरिका, चीन, रशियाचीन ने वर्तमान में प्राप्त की हुई बढत इसी जोर पर हासिल की है, ऐसा दावा अमरिका कर रही है| आनेवाले समय में चीन के बढते कदम रोकने के लिए ट्रम्प इन्होंने आक्रामक गतिविधियां शुरू की है| दिसंबर में ही संसद ने मंजूर किया हुआ ‘नैशनल क्वांटम इनिशिएटिव्ह एक्ट’, ‘५ जी’ क्षेत्र में चीन की कंपनीयों को रोकने के लिए यूरोप एवं अन्य मित्र देशों के साथ शुरू की हुई कार्रवाई इसी का हिस्सा माना जाता है| ‘आर्टिफिशल इंटेलिजन्स’ क्षेत्र के लिए स्वतंत्र आदेश जारी करके राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प इन्होंने इस क्षेत्र में भी अमरिका चीन को रोकेगी, ऐसे स्पष्ट संकेत दिए है|

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