राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प शीतयुद्धकालीन मानसिकता से बाहर निकलें- चीन के विदेश मंत्रालय का ताना

बीजिंग/ सेऊल/ टोकियो: अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प के पहले ‘स्टेट ऑफ़ द युनियन’ भाषण पर चीन और ईरान की प्रतिक्रिया आयी है। इस भाषण में ट्रम्प ने चीन और रशिया का उल्लेख ‘प्रतिस्पर्धी’ देश ऐसा किया था। उसपर चीन ने आक्षेप लिया है। राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प शीतयुद्धकालीन मानसिकता से बाहर निकलें , ऐसा ताना चीन के विदेश मंत्रालय ने मारा है। ईरान के विदेश मंत्री ने भी ट्रम्प पर टीका की है।

विनाशकारी राजवट, आतंकवादी और चीन व रशिया इन प्रतिस्पर्धी देशों की तरफ से अमरिका को चुनौतियाँ मिल रहीं हैं, ऐसा ट्रम्प ने अपने भाषण में कहा था। उसका प्रमाण देकर चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने ट्रम्प शीतयुद्ध की मानसिकता से बाहर निकलें, ऐसा आवाहन किया है। साथ ही दोनों देशों के बीच संबंध सुधारने के लिए चीन कर रही कोशिशों को अमरिका की तरफ से भी प्रतिसाद मिलेगा, यह अपेक्षा भी चुनयिंग ने व्यक्त की है। लेकिन चीन ने जानबूझकर ट्रम्प के विधान पर कठोर प्रतिक्रिया देना टाला है, ऐसा दावा कुछ विश्लेषक कर रहे हैं।

अमरिका और चीन के बीच द्विपक्षीय व्यापार में चीन करीब २७५ अरब डॉलर्स का फायदा उठा रहा है। लेकिन अमरिका की तरफ से हर तरह की व्यापारी सहुलतें पाने वाला चीन, अमरिका को व्यापारी सहुलतें नहीं दे रहा है, ऐसी शिकायत राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प कर रहे हैं। दोनों देशों के बीच मतभेदों का यह सबसे महत्वपूर्ण वजह बताई जा रही है। साउथ चाइना सी और प्रशांत महासागर क्षेत्र में चीन की गतिविधियाँ यह अमरिका के हितसंबंधों को लिए घातक साबित हो रहा है, इस वजह से अमरिका ने चीन के खिलाफ निश्चित भूमिका अपनाई है। राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने इस बारे में अमरिका की नीति अधिक आक्रामक बनाई है, ऐसा कहा जा रहा है।

भले ही चीन ने राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प के भाषण पर आक्षेप लिया हो, लेकिन जापान ने भाषण का स्वागत किया है। ट्रम्प ने सटीक शब्दों में उत्तर कोरिया को उचित इशारा दिया है, ऐसा जापान के कैबिनेट सेक्रेटरी ‘योशिहिदे सुगा’ ने कहा है। साथ ही दक्षिण कोरिया के अभ्यासक ने भी यह कहा के राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने उत्तर कोरिया को कड़क इशारा दिया है, ऐसा कहकर उसपर समाधान व्यक्त किया है। ट्रम्प ने उल्लेख की विनाशकारी राजवटों में उत्तर कोरिया और ईरान का समावेश है, ऐसा माना जा रहा है। उत्तर कोरिया ने अपेक्षा के अनुसार ट्रम्प के भाषण की वजह से तनाव बढने का आरोप किया है। साथ ही अमरिका भी अपने खिलाफ युद्ध पुकारने की तैयारी कर रहा है, ऐसा आरोप लगाकर उत्तर कोरिया भी इस युद्ध के लिए तैयार है, ऐसा इस देश की अधिकृत वृत्तसंस्था ने कहा है।

ईरान के विदेश मंत्री जावेद झरिफ ने सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया देते समय ‘राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प कहाँ और किस के साथ खड़े हैं, यह सबको मालूम है’, ऐसी टिप्पणी की है। वह ईरानी जनता के साथ नहीं हैं, ऐसा निश्चित रूप से कहा जा सकता है, ऐसा भी आगे झरिफ ने कहा है। रशियन मीडिया में भी ट्रम्प के भाषण पर टीका हुई है। ट्रम्प के भाषण को उनकी रिपब्लिकन पार्टी के नेताओं की तरफ से प्रतिसाद देने की प्रतियोगिता रंग लाई थी, ऐसा एक रशियन वृत्तसंस्था के पत्रकार ने कहा है।

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