भारत और अमरिका में ‘टू प्लस टू’ चर्चा संपन्न

नई दिल्ली – भारत और अमरिका के विदेश मंत्री एवं रक्षा मंत्रियों का सहभाग होने वाली पहली ‘टू प्लस टू’ चर्चा संपन्न हुई है। इस निमित्त से दोनों देशों में ‘कम्युनिकेशंस, कंपेटिबिलिटी, सिक्योरिटी एग्रीमेंट’ (कॉमकासा) यह करार संपन्न हुआ है। इसके अनुसार अमरिका से भारत को अति प्रगत संवेदनशील सुरक्षा विषयक तंत्रज्ञान सुलभता से प्राप्त होगा। उस समय आतंकवाद इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में परिवहन की स्वतंत्रता इस पर दोनों देशों में महत्वपूर्ण चर्चा हुई है। मुंबई पर होने वाले आतंकवादी हमले के सूत्रधार हाफिज सईद पर अमरिका द्वारा इनाम घोषित किए जाने के बावजूद भी वह पाकिस्तान में मुक्त तौर पर घूम रहा है। इस बारे में भारत की चिंता योग्य होने की बात अमरिका के विदेश मंत्री माइक पौम्पियो ने कही है।

भारत एवं अमरिका के विदेश मंत्री तथा रक्षा मंत्रियों में स्वतंत्र हॉटलाइन की स्थापना की जाने वाली है। इससे दोनों देशों में विदेश मंत्री तथा रक्षा मंत्रियों के बीच संवाद अधिक गतिशील होगा एवं सहयोग भी अधिक तीव्रता से बढ़ेगा ऐसा विश्वास व्यक्त किया जा रहा है। चीन के बढ़ते लश्करी सामर्थ्य की वजह से दक्षिण एशियाई क्षेत्र से प्राथमिक महासागर क्षेत्र तक निर्माण हुए असंतुलन को दूर करने के लिए भारत एवं अमरिका के बीच होनेवाली यह सहायता अत्यंत महत्वपूर्ण साबित होती है। इसकी वजह से टू प्लस टू चर्चा का महत्व बढ़ा है साथ ही भारत और अमरिका में पहली बार हुए इस चर्चा की ओर दुनियाभर के विश्लेषकों का ध्यान लगा हुआ है।

आज तक अमरिका ने जापान एवं ऑस्ट्रेलिया इन देशों के साथ टू प्लस टू चर्चा की थी। २०१७ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इनके अमरिका भेंट में भारत और अमरिका में इस विषय पर चर्चा होने का निर्णय हुआ था। उसके अनुसार गुरुवार को नई दिल्ली में दोनों देशों के विदेश मंत्री तथा रक्षा मंत्रियों की यह चर्चा संपन्न हुई है। तत्पश्चात आयोजित किए गए संयुक्त पत्रकार परिषद में बोलते हुए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने यह चर्चा अत्यंत समाधानकारक थी, ऐसा दावा किया। इंडो पैसिफिक क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय कानून का पालन हो एवं वहां की व्यवस्था बनी रहे इस पर दोनों देशों का एकमत होने की बात विदेश मंत्री स्वराज ने स्पष्ट की है। इस क्षेत्र में चीन की गतिविधियां चिंताजनक हो गई है और इसके विरोध में अमरिका और भारत के एकजुट होने के संकेत स्वराज के इस विधान से मिल रहे हैं।

वहीं अमरिका के विदेश मंत्री माइक पौम्पियो द्वारा भारत के साथ किया गया कॉमकासा करार यह दोनों देशों के संबंधों के बीच होने वाला ऐतिहासिक पड़ाव माना जाएगा, ऐसा विश्वास व्यक्त किया गया है। भारत के रक्षामंत्री निर्मला सीतारामन ने इस करार की वजह से भारत की रक्षा क्षमता अधिक बढ़ेगी ऐसा कहा है। इसकी वजह से भारत और अमरिका के रक्षा दल के बीच सहयोग और संबंध और भी अधिक बढ़ेगा, ऐसा कहकर रक्षा मंत्री सीतारामनने इस पर समाधान व्यक्त किया है।

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