सुलेमानी की हत्या के पृष्ठभूमि पर मुस्लिम देश एक होने के लिए यही अवसर – मलेशिया के प्रधानमंत्री महाथिर मोहमद

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरकौलालंपूर: ईरान के लष्करी नेता मेजर जनरल कासेम सुलेमानी की हत्या अवैध हरकत है, यह कहकर अब मुस्लीम देशों को एक होने का अवसर बना है, यह चेतावनी मलेशिया के प्रधानमंत्री महाथिर मोहम्मद ने दी है| साथ ही सुलेमानी की हुई हत्या की तुलना सौदी अरब के पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या के साथ करके महाथिर ने सनसनी फेलाई है| पिछले महीने में प्रधानमंत्री महाथिर ने कौलालंपूर समिट का आयोजन करके इस्लामी देशों का स्वतंत्र गुट गठित करने के और अमरिका को चुनौती देने के संकेत दिए थे|

किसी का अवमान किया या उसपर आलोचना की तो भी दुसरें देश में ड्रोन हमला करके उसे खतम करने में कुछ भी गलत नही है’, यह संदेशा सुलेमानी की हत्या के जरिए दिया गया है, यह आरोप मलेशिया के प्रधानमंत्री ने रखा| सीधे नाम लिए बिना अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष ने मनमानी तरीके से यह एकतरफा निर्णय किया है, ऐसी आलोचना महाथिर ने की| साथ ही सुलेमानी पर हुई कार्रवाई का संबंध सौदी अरब के पत्रकार खाशोगी से जोडकर महाथिर ने अमरिका और सौदी अरब की नीति एक होने की बताने की कोशिश की है|

सुलेमानी पर हुई कार्रवाई दुसरें देश में हुई जमाल खशोगी की हत्या की तरह है| सुलेमानी के मामले में भी एक देश ने सीधे दुसरे देश के नेता को मारने का निर्णय किया| ऐसी हरकत करनेवाले दोनों देश अवैध हरकत करनेवाले अपराधि है| यह हरकत कानून के विरोध में है’, इन शब्दों में प्रधानमंत्री महाथिर मोहम्मद ने अमरिका के साथ ही सौदी अरब को भी लक्ष्य किया|

ट्रम्प जैसे ताकतवर व्यक्ति ने किए निर्णय की वजह से इसके आगे संभव है दुनिया भर में आतंकी घटना में बढोतरी हुई दिखेगी, यह बयान भी मलेशिया के प्रधानमंत्री ने किया| मलेशिया के प्रधानमंत्री ने सुलेमानी की हत्या की पृष्ठभूमि पर की हुई यह बयानबाजी अमरिका के साथ ही खाडी क्षेत्र एवं अन्य क्षेत्रों के अमरिकी सहयोगी देशों को लक्ष्य करने की कोशिश समझी जा रही है|

पिछले महीने में मलेशिया की राजधानी कौलालंपूर में हुई बैठक में तुर्की, ईरान, कतार यह देश एक हुए थे| यह देश इस्लामी देश का स्वतंत्र गुट तैयार करने की कोशिश होने की बात समझी जा रही है| इन चारों देशों ने अमरिका के साथ ही अमरिका की सहायता कर रहे इस्लामी देशों के विरोध में आलोचना की फटकार लगाई थी| इसमें सौदी अरब के नेतृत्व में गठित ‘ऑर्गनायझेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन’ (ओआयसी) का समावेश था|

इस दौरान प्रधानमंत्री महाथिर ने ईरान के राष्ट्राध्यक्ष के साथ स्वतंत्र बैठक करके द्विपक्षिय संबंध और व्यापार मजबूत करने के मुद्दे पर बातचीत की थी| इस वजह से सुलेमानी की हत्या की पृष्ठभूमि पर ईरान ने किसी भी प्रकार का निर्णय किया तो मलेशिया उसका समर्थन कर सकता है, यह कहा जा रहा है| प्रधानमंत्री महाथिर ने मुस्लिम देशों की एकता के संबंधी किया बयान इसी नजरिए से अहमियत रखता है|

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