सऊदी ने लगाए प्रतिबंधों को पीछे नहीं लिया तो, येमेन में हर दिन हजारों लोग मारे जाएंगे- अमरिका के ‘फ्यूज नेट’ का डर

वॉशिंगटन: सऊदी अरेबिया और अरब मित्र देशों ने येमेन को दुविधा में डालने की वजह से लाखों येमेनी जनता पर भुखमरी का संकट छाया है। सऊदी ने समय पर इन प्रतिबंधों को पीछे नहीं हटाया तो येमेन के हजारों लोग मारे जाएंगे, ऐसा डर ‘फैमाइन अर्ली वार्निंग सिस्टम नेटवर्क’ (फ्यूज नेट) ने किया है। येमेन के करीब २५ लाख नागरिकों को पिने का स्वच्छ पानी उपलब्ध नहीं है। इस वजह से संघर्ष में गिरे इस देश में कॉलेरा बीमारी का फैलाव होने का खतरा है, ऐसा इशारा ‘अंतर्राष्ट्रीय रेड क्रॉस’ समिति ने कुछ घंटों पहले दिया है।

प्रतिबंध

पिछले साल भर से हौथी बागी और सऊदी अरेबिया और अरब मित्र देशों के बिच चल रहे संघर्ष की वजह से येमेन की जनता को तकलीफ होने की टीका ‘फ्यूज नेट’ ने अपनी रिपोर्ट में की है। इन दिनों येमेन के ७० लाख से डेढ़ करोड़ नागरिक सूखे का सामना कर रहे हैं। सूखे के परिणामों के साथ तुलना की जाए तो येमेन की यह परिस्थिति खतरे के पड़ाव तक पहुँच गई है। लेकिन सऊदी और मित्र देशों ने येमेन पर डाले प्रतिबंधों के पहले की यह परिस्थिति है, यह याद ‘फ्यूज नेट’ ने दिलाई है।

‘इसके आगे भी सऊदी और अरब मित्र देशों ने येमेन को दुविधा में डालने वाले प्रतिबंधों को कायम रखा, तो पहले से ही सूखे का सामना कर रहे इस देश में अनाज की किल्लत बढ़ेगी और येमेन की परिस्थिति खतरे के पड़ाव को पार करेगी’, ऐसा इशारा ‘फ्यूज नेट’ ने दिया है। ‘सऊदी ने येमेन की सीमारेखाएं और समुद्री और्बनरगाह और्बन करके मानवतावादी सहायता में रुकावट डालना जारी रखा, तो अगले तीन से चार महीनों में येमेन में अनाज की किल्लत, दवाइयों की किल्लत निर्माण होगी। ऐसा हुआ तो हर दिन सऊदी में हजारों लोगों की मृत्यु होगी’, ऐसा डर इस अमरिका स्थित इस संगठन ने व्यक्त किया है।

उसीके साथ ही सऊदी येमेन पर लगाए हुए सभी प्रतिबन्ध हटाए, समुद्री और सीमारेखाएं पूरी तरह खोलदे, बन्दरगाह पर परिवहन न रोके, क्योंकि सिर्फ एडन और्बनरगाह शुरू करके येमेन के सूखे की समस्या नहीं सुलझने वाली, ऐसा आवाहन फ्यूज नेट ने किया है।

यह रिपोर्ट प्रसिद्द होने से कुछ घंटों पहले ‘अंतर्राष्ट्रीय रेड क्रॉस समिति’ ने इसी तरह का इशारा दिया था। सऊदी ने लगाए प्रतिबंधों की वजह से येमेन की जनता को मदद दिलाने वाले ट्रक, वाहन, जहाज येमेन की सीमा के पास अटक गए हैं। ऐसे में येमेन में सतत हो रहे संघर्ष की वजह से जनता को पिने के लिए स्वच्छ पानी भी मिल नहीं रहा है। अशुद्ध पानी पर येमेन की जनता गुजारा कर रही है, इस वजह से येमेन में कॉलेरा जैसी बीमारी का फैलाव होने की संभावना बढ़ने का इशारा रेड क्रॉस समिति ने दिया था।

दो हफ़्तों पहले येमेन के हौथी बागियों ने सऊदी के रियाध शहर के अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे की दिशा में बैलेस्टिक मिसाइल प्रक्षेपित किया था। सऊदी ने ‘पैट्रियट’ इस मिसाइल भेदी यंत्रणा का इस्तेमाल करके हौथी बागियों के इस मिसाइल को गिराया था। उसीके साथ ही इस हमले के निषेध के तौर पर सऊदी ने येमेन को जाने वाले सभी मार्गों पर प्रतिबन्ध घोषित किए थे। सऊदी के इस निर्णय को अरब खाड़ी मित्र देशों ने समर्थन दिया था।

उसके बाद अंतर्राष्ट्रीय स्तर से सऊदी को यह प्रतिबन्ध पीछे लेने के लिए आवाहन किया जा रहा है। पिछले हफ्ते संयुक्त राष्ट्रसंघ ने सऊदी को येमेन की दुविधा को नष्ट करने का आवाहन किया था, लेकिन सऊदी ने इस बारे में निर्णय नहीं दिया है।

हौथी बागी सऊदी पर हमले जारी रखेंगे

सना: सऊदी अरेबिया पर बैलेस्टिक मिसाइलों के हमले इसके आगे भी जारी रहने वाले हैं, ऐसी धमकी येमेन के हौथी बागियों ने दी है। हौथी बागियों की इस धमकी के बाद अमरिका ने अपने नागरिकों को सऊदी की यात्रा करने से पहले इस खतरे का विचार करके निर्णय लेने की सूचना दी है।

येमेन में अस्थिरता के लिए हौथी बागी जिम्मेदार न होने का अरब लीग का आरोप हमें मान्य नहीं है। अरब लीग के शब्दों को हम कीमत नहीं देते, ऐसा हौथी बागियों ने कहा है। साथ ही सऊदी पर अधिकाधिक हमले करने के लिए तेजी से मिसाइल निर्माण करने की सूचना हौथी बागियों के नेताओं ने अपने साथियों को की है। दौरान, सऊदी के रियाध के साथ जेद्दा, दहरान इन प्रमुख शहरों पर हौथी बागियों के हमलों का संकट निर्माण होने की चिंता जताकर अमरिका ने अपने नागरिकों को सतर्क किया है।

 

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