ठोस कदम उठाकर कोरोना की तीसरी लहर से बचना मुमकिन होगा – प्रधानमंत्री के वैद्यकीय सलाहकार के.विजय राघवन

नई दिल्ली – कोरोना की दूसरी लहर अभी काबू में नहीं आई है और ऐसे में तीसरी लहर टकराने के इशारे विशेषज्ञ दे रहे हैं। यह तीसरी लहर कितनी बड़ी होगी? यह लहर कब टकराएगी? इस लहर में कितने लोग संक्रमित होंगे? ऐसे सवालों के जवाब अभी नहीं मिले हैं। लेकिन, इस नई लहर के लिए तैयार रहना होगा, ऐसा इशारा विशेषज्ञ दे रहे हैं। इसी पृष्ठभूमि पर प्रधानमंत्री के वैज्ञानिक सलाहकार के.विजय राघवन ने कोरोना की तीसरी लहर से बचना हमारे हाथों में होने की बात स्पष्ट की। सख्त प्रावधान और उस पर सख्ती से अमल करने पर काफी कुछ निर्भर रहेगा, ऐसा बयान राघवन ने किया था।

कोरोना की तीसरी लहर

देश में फिलहाल कोरोना के रोज़ाना ४ लाख से अधिक नए मामले सामने आ रहे हैं और करीबन ४ हज़ार संक्रमितों की प्रति दिन मौत हो रही है। शुक्रवार की सुबह तक के चौबीस घंटों के दौरान देश में कोरोना के ४.१४ लाख नए मामले सामने आए और ३,९१५ संक्रमित मृत हुए। इस वजह से देश में कोरोना मृतकों की कुल संख्या बढ़कर अब २.३४ लाख तक जा पहुँची है। साथ ही देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या २.१४ करोड़ हुई है।

मार्च के शुरू में देश के कुछ राज्यों में यकायक कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने लगी। १ मार्च के दिन कोरोना के करीबन १२ हज़ार नए मामले पाए गए थे। यही संख्या एक महीने बाद बढ़कर ९५ हज़ार से १ लाख तक जा पहुँची। फिलहाल रोज़ाना करीबन ४.२५ नए मामले दर्ज़ हो रहे हैं। बीते वर्ष कोरोना की पहली लहर के दौरान सितंबर में चौबीस घंटों में करीबन ९८ हज़ार मामले सामने आ रहे थे। इसके बाद नए संक्रमितों की संख्या कम होती गई। इस वजह से पहली लहर की तुलना में कोरोना की दूसरी लहर महाभयंकर साबित हो रही है। ऐसे में कोरोना की तीसरी लहर भी टकराएगी, ऐसा बयान विशेषज्ञ कर रहे है।

कोरोना की तीसरी लहरगुरूवार के दिन प्रधानमंत्री के वैज्ञानिक सलाहकार के.वी.राघवन ने भी इसी को लेकर इशारा दिया और यह लहर टकराकर ही रहेगी, ऐसा कहा। लेकिन, यह लहर कब टकराएगी, कितने दिन रहेगी, इसकी जानकारी देना अभी संभव नहीं है, यह भी उन्होंने स्पष्ट किया था। साथ ही कोरोना की तीसरी लहर के लिए तैयार रहें, यह इशारा भी दिया था।

शुक्रवार के दिन इस मुद्दे पर अधिक खुलासा करते हुए कोरोना की तीसरी लहर टकराने की संभावना है। लेकिन, इससे बचा जा सकता है। इसका प्रभाव कम करना भी मुमकिन होगा। यह सबकुछ सख्त प्रावधानों पर निर्भर होगा। कोरोना से जुड़ी सभी गाईडलाईन्स का सख्ती से पालन किया जाए, स्थानीय स्तर पर नियमों का प्रभावी अमल किया जाए तो यह लहर हर जगह पर नहीं टकराएगी। कुछ चुनिंदा हिस्सों में ही इस लहर का प्रभाव नियंत्रित होगा, ऐसा राघवन ने कहा है।

इसी बीच शुक्रवार के दिन महाराष्ट्र में ८९८ कोरोना संक्रमित मृत हुए और ५४ हज़ार से अधिक नए मामले सामने आए। कर्नाटक में इस दौरान ४८,७८१ नए मामले दर्ज़ हुए और ५९२ संक्रमितों की मौत हुई। केरल में ३८ हज़ार नए संक्रमित पाए गए और ५४ की मौत हुई। उत्तर प्रदेश में इन्हीं चौबीस घंटों के दौरान ३७२ संक्रमित मृत हुए और २८ हज़ार नए मामले सामने आए। दिल्ली में १९ हजार नए संक्रमित पाए गए और ३४१ की मौत हुई।

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