फ्रान्स में मैक्रोन हुकूमत के विरोध में ‘यलो वेस्टस्’ प्रदर्शनों की गरमी बरकरार; कई हिस्सों में ३८ हजार से अधिक प्रदर्शनकारियों की धडक

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पैरिस/ब्रुसेल्स – फ्रान्स में राष्ट्राध्यक्ष इमैन्युअल मैक्रॉन के विरोध में उमडे असंतोष की तीव्रता अभी तक कम नही हुई है| लगातार छठे हफ्तें में फ्रान्स के कोने कोने में पहुंचे लगभग ३८ हजार से भी अधिक ‘यलो वेस्टस्’ प्रदर्शनकारियों ने शनिवार के दिन दुबारा अपनी ताकत दिखाई| केवल फ्रान्स के शहरों में ही नही बल्कि बेल्जियम, ब्रिटेन, स्पेन इन जैसे प्रमुख देशों में भी फ्रेंच प्रदर्शनकारियों का समर्थन प्राप्त हो रहा है|

नवंबर महीने में इंधन के करों में बढोतरी करने के मुद्दे से शुरू हुए ‘यलो वेस्टस्’ प्रदर्शन डेढ महीने में व्यापक हुए है| लगातार छह हफ्ते बाद भी फ्रान्स के इन प्रदर्शनों की गरमी बरकरार रही है और इसके विरोध में किए प्रावधान असफल साबित होते दिखाई दिए है| इंधन के मुद्दे पर शुरू हुए इन प्रदर्शनों के जरिये फ्रान्स के कई क्षेत्रों में राष्ट्राध्यक्ष मैक्रॉन के नीति के विरोध में बना रोष उमडता दिखाई दे रहा है|

शनिवार के दिन राजधानी पैरिस के साथ मार्सेलिस, लिऑन, रोन, बॉर्डे और अँगोलिम शहर में हजारों प्रदर्शनकारियों ने मैक्रॉन को विरोध जताया| कुछ ठिकानों पर प्रदर्शनकारी और रक्षाकर्मियों के बीच भिडंत होने की जानकारी सामने आ रही है और लगभग ७० से अधिक प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है, यह बताया गया| प्रदर्शनकारियों ने स्पेन, इटली के साथ जर्मनी के सरहदी क्षेत्र में रास्ता रोको करने से इन जगहों पर यातायात ठप हुई थी|

स्पेन के सरहदी क्षेत्र के पास शुरू प्रदर्शनों को स्पेन की सीमा से आजाद कैटालोनिया के लिए संघर्ष कर रहे गुट भी ‘यलो वेस्टस्’ के प्रदर्शनकारियों के समर्थन में उतरते दिखाई दिए| उसी समय बेल्जियम की राजधानी ब्रुसेल्स में भी १०० से अधिक प्रदर्शनकारियों ने ‘यलो वेस्टस्’ के समर्थन में निदर्शन भी किए| इस दौरान प्रदर्शनकारियों से हमें बदलाव चाहिये, यह मांग रखी जाने की जानकारी सूत्रों से प्राप्त हुई है|

फ्रान्स में राष्ट्राध्यक्ष मैक्रॉन इनके इस्तिफे की मांग कर रहे ‘यलो वेस्टस्’ प्रदर्शनकारियों को युरोप के अन्य हिस्सों से मिल रहा समर्थन युरोप की स्थापित और उदार हुकूमतों को बडा झटका साबित हुआ है| पिछले कुछ वर्षों से युरोप के कई देशों में दक्षिणपंथी राष्ट्रवादी गुटों का प्रभाव बढ रहा है| इसे विरोध करने की कोशिश कुछ स्थापित हुकूमतों ने की?थी| इन कोशिशों की नींव को झटके मिल रहे है, यह ‘यलो वेस्टस्’ प्रदर्शनों से स्पष्ट हुआ है और निकट के समय में पूरे युरोप में इस के परीणाम होने के संकेत प्राप्त हो रहे है|

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