व्हेनेझुएला से आनेवाले झुंड यूरोप में घुस रहे शरणार्थियों के संकट की तरह – संयुक्त राष्ट्रसंघ की चेतावनी

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कैराकस – व्हेनेझुएला से आर्थिक एवं राजनीतिक संकट की वजह से इस देश से बड़े तादाद में शरणार्थियों के झुंड बाहर निकल रहे हैं और यह स्थिति सन २०१५ में यूरोप में निर्माण हुए शरणार्थियों के संकट की तरह है, ऐसा डर संयुक्त राष्ट्रसंघ ने व्यक्त किया है। सन २०१५ में जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल ने शरणार्थियों के लिये यूरोप के दरवाजे खुले करने की घोषणा करने के बाद लगभग १० लाख से अधिक शरणार्थीयों के झुंड यूरोप में दाखिल हुए हैं।

व्हेनेझुएला के चलन होने वाले बोलिव्हर में बहोत बड़ी गिरावट हुई है और चलन बढ़ोतरी लगभग १० लाख प्रतिशत तक जाने का डर अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने व्यक्त किया है। व्हेनेझुएला का आर्थिक नुकसान जीडीपी के २० प्रतिशत तक गया है और कर्ज का आंकड़ा लगभग १५० अरब डॉलर पर गया है। देश के उत्पन्न के प्रमुख साधन होने वाले ईंधन उत्पादन में भी गिरावट हुई है और तीन दशकों में वह न्यूनतम स्तर पर पहुंचा है।

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इंधन संपन्न देश होने वाले वेनेझुएला को फिलहाल आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। सन २०१४ वर्ष में व्हेनेझुएला में आर्थिक मंदी हुई है और ईंधन के दामों में गिरावट और अमरिका ने जारी किए प्रतिबंधों के बाद इस मंदी के झटके अधिक तीव्र होने लगे हैं। २ वर्षों पहले जीवनावश्यक वस्तू, अन्नधान्य एवं दवाइयों के लिए लगभग एक लाख नागरिकों को कोलंबिया में स्थानांतरित करने की घटना से खलबली फैली थी। पर उसके बाद व्हेनेझुएला छोड़ जाने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ती गई और वह संख्या लगभग २३ लाख तक जाने की बात मानी जा रही है।

वेनेझुएला नागरिकों को आश्रय देने वाले ब्राजील, कोलंबिया, इक्वेडोर और पेरू जैसे देशों ने व्हेनेझुएला के शरणार्थियों के झुण्ड रोकने के लिए आक्रामक निर्णय लेने शुरू किए हैं। पिछले हफ्ते में ब्राजील में व्हेनेझुएला की शरणार्थीयों के विरोध में हिंसक घटना होने के बाद ब्राजील ने सीमा भाग में लष्करी टुकड़ियां तैनात किए हैं। इक्वेडोर ने व्हेनेझुएला से आने वाले हर शरणार्थियों के लिए पासपोर्ट एवं अन्य आवश्यक कागजात पास रखने का नया नियम जारी किया है।

लैटिन अमरिका के देश व्हेनेझुएला से आने वाले शरणार्थियों को ठुकराने से इन नागरिकों की परिस्थिती कठिन हो रही है, ऐसा माना जा रहा है। इस पृष्ठभूमि पर संयुक्त राष्ट्रसंघ ने व्यक्त किया यह डर ध्यान केंद्रित करने वाला है। संयुक्त राष्ट्रसंघ ने अपनी चेतावनी में व्हेनेझुएला के शरणार्थियों की वजह से लैटिन अमरिका नए संकट के दहलीज पर होने का दावा किया है।

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