अफगानिस्तान की गतिविधियों का भारत की सुरक्षा पर ठेंठ परिणाम संभव – संयुक्त राष्ट्र संगठन में नियुक्त भारत के राजदूत तिरूमुर्ती

संयुक्त राष्ट्रसंघ – ‘आतंकवादियों को फिर एक बार अफगानिस्तान लौटने का मौका नहीं दे सकते। अफगानिस्तान की इन गतिविधियों का भारत की सुरक्षा पर ठेंठ परिणाम हो सकता है’, ऐसा संयुक्त राष्ट्र संगठन में नियुक्त भारत के राजदूत टी. एस. तिरूमुर्ती ने डटकर कहा। साथ ही, सुरक्षा परिषद के अध्यक्षपद की बारी आया हुआ भारत, आतंकवाद पर ‘स्पॉट लाईट’ कायम रखेगा, ऐसा तिरूमुर्ती ने आगे कहा। भारत के पास सुरक्षा परिषद का अध्यक्षपद आने के बाद पाकिस्तान की चिंताएँ बढ़ीं होकर, इस अध्यक्षपद के दौर में भारत पाकिस्तान के सामने नई चुनौतियाँ खड़ी करेगा, ऐसी चिंता पाकिस्तान के नेता और राजनीतिक अधिकारियों ने ज़ाहिर की थी।

भारत की सुरक्षाइस महीने में भारत के पास आए सुरक्षा परिषद के अध्यक्षपद को विशेष महत्व दिया जा रहा होकर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुरक्षा परिषद द्वारा आयोजित की गई मुक्त चर्चा का अध्यक्षपद स्वीकारने वाले हैं। ‘सागरी सुरक्षा’ यह इस ९ अगस्त को होनेवाली चर्चा का विषय होगा। वहीं, १८ अगस्त को ‘तंत्रज्ञान और शांति मुहिम’ इस विषय पर होनेवाली चर्चा के अध्यक्ष भारत के विदेश मंत्री जयशंकर होंगे। १९ अगस्त के दिन ‘आयएस’ इस आतंकवादी संगठन पर चर्चा होनेवाली है। इस कारण, भारत ने घोषित किएनुसार सुरक्षा परिषद, आतंकवाद और सागरी सुरक्षा को सर्वाधिक महत्व देगी। राजदूत तिरूमुर्ती ने भी पत्रकारों के साथ बातचीत करते समय, भारत ने इस संदर्भ में अपनाई भूमिका की जानकारी दी। अफगानिस्तान में मचा आतंकवाद और भारत की सुरक्षा के साथ उसका संबंध, इस पर भी तिरुमूर्ति ने रोशनी डाली।

अफगानिस्तान की गतिविधियाँ यह सुरक्षा परिषद के सभी सदस्य देशों की चिंता का विषय बना है। अफगानिस्तान में खून-खराबा बढ़ता ही चला जा रहा है। सुरक्षा परिषद को जल्द ही इस पर विचार करना होगा । केवल भारत की बात करें, तो भारत स्वतंत्र, शांत, लोकतंत्रवादी और स्थिर अफगानिस्तान चाहता है। इसके लिए भारत ने हर संभव सहायता प्रदान की है’, ऐसा तिरूमुर्ती ने कहा। ‘ अफगानिस्तान में हिंसाचार को रोकना ही होगा। अफगानिस्तान में लौटने का मौका अन्तर्राष्ट्रीय आतंकवादी संगठनों को नहीं दे सकते। अफगानिस्तान में मचे आतंकवाद का भारत की सुरक्षा पर ठेंठ असर हो सकता है’, ऐसा तिरूमुर्ती ने आगे कहा।

इसके लिए भारत आतंकवाद पर ‘स्पॉट लाईट’ कायम रखेगा, ऐसा राजदूत तिरूमुर्ती ने स्पष्ट किया। सुरक्षा परिषद के अध्यक्षपद का इस्तेमाल भारत पाकिस्तान के विरोध में करेगा, ऐसी चिंता पाकिस्तान के नेता और पूर्व लष्करी अधिकारी ज़ाहिर कर रहे हैं। इससे पाकिस्तान के सामने खड़ीं मुश्किलों में बढ़ोतरी होने का दावा भी इन सब ने किया। पाकिस्तान के माध्यम भी भारत को दोष दे रहे होकर, भारत ने अपने देश की छवि ‘आतंकवादी’ ऐसी ही बनाई, ऐसा पाकिस्तानी माध्यमों का कहना है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.