प्रधानमंत्री मोदी और अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प के बीच हुई बातचीत

नवी दिल्ली/वॉशिंग्टन: अमरिका और ईरान के बीच किसी भी क्षण संघर्ष शुरू होने की संभावना बनी है| ऐसे में अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत की है| भारत और अमरिका का धारणात्मक सहयोग और भी मजबूत होने का बयान इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने दिया है, ऐसा समाचार प्राप्त हुआ है| घोषित किया ना हो, फिर भी इस बातचीत के दौरान दोनों देशों के प्रमुखों ने कासेम सुलेमानी के मारे जाने के बाद बनी स्थिति पर बातचीत की होगी, यह अंदाजा निरिक्षक जता रहे है| तभी, अगले हफ्ते में नई दिल्ली में हो रहे ‘रायसेना डायलॉग’ के लिए ईरान के विदेशमंत्री जावेद झरिफ भारत पहुंच रहे है| इस वजह से अमरिका और ईरान से हितसंबंध रखनेवाले भारत की विदेश नीति के सामने बडी चुनौती खडी होती दिख रही है|

अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प एवं विदेशमंत्री माईक पोम्पिओ ने दुनिया भर के नेताओं से बातचीत करके इन देशों का सहयोग प्राप्त करने की कोशिश शुरू की है| ईरान के कुदस् फोर्स के प्रमुख मेजर जनरल कासेम सुलेमानी पर अमरिका ने की कार्रवाई पर समर्थन प्राप्त करने का उद्देश्य इसके पीछे होने की बात कही जा रही है| साथ ही ईरान को राजनयिक स्तर पर अकेला करने के लिए अमरिका के नेता आक्रामक कोशिश कर रहे है| कासेम सुलेमानी आतंकी थे और उन्होंनें प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष तरिके से कई लोगों की हत्या की है, यह आरोप अमरिका कर रही है| इन आरोपों का समर्थन करने से अमरिका के मित्रदेश भी अबतक दूर रहे थे|

शुरू में अमरिका की कार्रवाई पर नाराजगी व्यक्त करनेवाले ब्रिटेन ने भी अब सुलेमानी को लेकर अमरिका ने किया निर्णय उचित था, यह दावा किया है| इस्रायल ने भी अमरिका को आत्मरक्षा का अधिकार होने की बात कहकर अमरिका की कार्रवाई का समर्थन किया| पर, सौदी अरब और खाडी के अन्य देशों ने अमरिका की इस कार्रवाई की जानकारी हमें नही थी, यह कहकर इस कार्रवाई से पहले हमें भरौसे में नही लिया गया था, यह घोषित किया है| पाकिस्तान जैसे देश ने भी इस विषय पर तटस्थ रहने का दिखावा किया है| इसी बीच पाकिस्तान के विदेशमंत्री ने यह बयान किया है की, ‘किसी भी देश को अपनी जमीन दूसरें देश पर कार्रवाई करन के लिए नही देंगे|’ पर सच्चाई यही है की पाकिस्तान ने ईरान के विरोध में अमरिका की सहायता करने की तैयारी शुरू की है| यह संकेत प्राप्त हो रहे है| ऐसे में अपना यह निर्णय सार्वजनिक होकर पाकिस्तानी जनता इश पर प्रतिक्रिया दर्ज ना करें, इस लिए पाकिस्तान की सरकार सावधानी बरतती दिखाई दे रही है|

इसी पृष्ठभूमि पर अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष ने प्रधानमंत्री मोदी से फोन पर बातचीत की| इस दौरान क्षेत्रिय सुरक्षा का मुद्दा बातचीत में रहा, यह जानकारी व्हाईट हाउस ने जारी की है| पर, क्षेत्रिय सुरक्षा से जुडे यह मुद्दे कौन से थे, इसकी जानकारी व्हाईट हाउस के प्रवक्ता ने सार्वजनिक नही की है| वर्ष २०२० में भारत और अमरिका के धारणात्मक सहयोग पर बातचीत होने का बयान व्हाईट हाउस ने दिया है| भारत और अमरिका का सहयोग सभी स्तरों पर बढाने के बारे में बातचीत होने की जानकारी प्रधानमंत्री दफ्तर ने जारी की है|

रविवार के दिन भारत और अमरिकी विदेशमंत्री ने फोन पर बातचीत की थी| अब अगले हफ्ते में नई दिल्ली में हो रहे ‘रायसेना डायलॉग’ में शामिल होने के लिए ईरान के विदेशमंत्री जावेद झरिफ भार पहुंच रहे है| सुलेमानी पर हुई कार्रवाई के बाद पहली बार ईरान के विदेशमंत्री किसी परिषद को संबोधित करेंगे और इस दौरान वह अमरिका के विरोध में कडे शब्दों में आलोचना कर सकते है| इसी कारण अमरिका और ईरान के बीच संतुलन बरकरार रखने की कसरत भारत के विदेश मंत्रालय को करनी होगी|

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