अमरिकी सेना हटाने के बाद तालिबान अफगानिस्तान की सत्ता पर कब्जा कर सकेगी – अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरवॉशिंग्टन/काबुल – ‘शांति समझौते के अनुसार अमरिकी सेना पाकिस्तान से हटाई गई तो इसके बाद तालिबान अफगानिस्तान की गनी सरकार का तख्तापलट करेगी और इस देश की सरकार पर कब्जा कर सकेगी, यह बयान अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने किया है| इसी वजह से अफगानिस्तान के नेताओं को इसके आगे अपने देश का ठिक से ध्यान रखना होगा, यह कहकर राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने अफगान नेताओं को खतरें का एसहास कराया है|

पीछले शनिचर के दिन तालिबान ने कतार में आयोजित बैठक में अमरिका के साथ शांति समझौता किया था| इसके बाद अफगानिस्तान में हो रहे आतंकी हमलों की मात्रा भी बढी है| अमरिका के विदेशमंत्री ने अफगानिस्तान में बनी इस स्थित पर चिंता व्यक्त करके तालिबान देश में शांति स्थापित करने के लिए कोशिश करें, यह निवेदन भी किया था| साथ ही तालिबान कें साथ हुआ शांति समझौता अबाधित होने का दावा भी पोम्पिओ ने किया था

इस वजह से शुक्रवार के दिन व्हाईट हाउस में पत्रकारों के साथ बातचीत करते समय राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प इस पर प्रतिक्रिया देंगे, यह उम्मीद थी| पर, अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने अफगानिस्तान के सामने बन रही चुनौतियों का एहसास दिलाया| ‘अफगानिस्तान से अमरिकी सेना को हटाना शुरू होने के बाद वर्तमान की सरकार का तख्ता पलट करके तालिबान अफगानिस्तान की सरकार पर कब्जा कर सकेगी, यह बयान राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने किया है|

पिछले २० वर्षों से अफगानिस्तान में अमरिका की मौजुगदी है और अमरिका ने इस देश की सुरक्षा की है| पर, अगले २० वर्ष अमरिका वहां पर रहेगी ही, ऐसा नही है| इस वजह से कभी ना कभी अफगानियों को अपनी देश की सुरक्षा करनी ही होगी, यह कहकर राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने अफगान सरकार और सुरक्षा दलों के सामने होनेवाली चुनौतियों का एहसास कराया| साथ ही पश्चिमी देशों की सेना पीछे हटने के बाद अफगान सरकार आतंकियों से अपनी देश की सुरक्षा कर सकेगी, यह भरोसा भी अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने जताया|

पीछले कुछ दिनों से अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के साथ अन्य प्रमुख शहरों में आतंकी हमलें होने की मात्रा बढी है| अफगान सेना, पुलिस एवं सरकारी अफसर और नेताओं को इन हमलों में लक्ष्य किया जा रहा है| इन हमलों के पीछे तालिबान होने की कडी संभावना जताई जा रही है| अफगान सरकार ने अपने पांच हजार सहयोगियों की रिहाई नही की तो उनपर हो रहे हमलें जारी रहेंगे, यह अपनी धमकी तालिबान सच्चाई में उतार रही है, यह दावा भी हो रहा है| पर, आतंकियों की रिहाई के बाद तालिबान हमलें नही करेगी, इसकी हमें गारंटी चाहिए, यह मांग अफगान राष्ट्राध्यक्ष गनी ने रखी है|

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