अफ़गानिस्तान में हवाई हमलें करनेवाली अमरीका को तालिबान की चेतावनी

काबुल/वॉशिंग्टन- अफ़गानिस्तान के नांगरहार प्रांत में अमरीका ने किये हवाई हमले में १३ तालिबानी आतंकी ढ़ेर हुए। उसके बाद आगबबूला हुए तालिबान ने अमरीका पर, शांति समझौते के उल्लंघन का आरोप किया है। अमरीका ने यदि फ़ौरन ये हमलें नहीं रोके, तो तालिबान के प्रत्युत्तर के लिए अमरीका ही ज़िम्मेदार होगी, ऐसी चेतावनी तालिबान ने दी है। वहीं, अमरीका की अफ़गानिस्तान में चलनेवाली कार्रवाई नियमों के अनुसार है, उल्टा तालिबान ही अफ़गानिस्तान में हमलें करके शांति समझौते का भंग कर रहा होने की याद अमरीका ने करा दी है।

afghanistan-us-talibanअफ़गानिस्तान में तालिबान का प्रवक्ता झबिउल्लाह मुजाहिद ने सोमवार को माध्यमों में पत्रक जारी करके अमरीका पर आरोप किये। पिछले कुछ दिनों से अमरिकी लष्कर अफगाणी जवानों को तालिबानविरोधी कार्रवाई के लिए सहायता कर रहा है। तालिबान का प्रभाव होनेवाले नांगरहार, हेल्मंड और कंदहार इन तीन प्रांतों में अमरीका के लड़ाक़ू विमानों ने हवाई हमलें किये होने का आरोप मुजाहिद ने किया। ये हमलें, पिछले वर्ष के फ़रवरी महीने में अमरीका और तालिबान में हुए समझौते का उल्लंघन करनेवाले हैं, ऐसा मुजाहिद ने कहा है।

afghanistan-us-talibanअमरीका ने यदि ये हवाई हमलें और तालिबानविरोधी कार्रवाई समय पर ही नहीं रोकी, तो तालिबान जो कुछ कार्रवाई करेगा, उसकी पूरी ज़िम्मेदारी अमरीका पर होगी’, ऐसा झबिउल्लाह मुजाहिद ने धमकाया। दो दिन पहले अफ़गानी लष्कर ने नांगरहार, हेल्मंड और कंदहार इन तीन प्रांतों में की हुई अलग अलग कार्रवाई में, तालिबान के १०० से अधिक आतंकी ढ़ेर हुए थे। वहीं, पिछले हफ़्तेभर में तालिबान के डेढ़सौ से भी अधिक आतंकी मारे गये, ऐसा अफगानी लष्कर का कहना है। इससे यही दिखायी दे रहा है कि अमरीका द्वारा तालिबान पर जारी हवाई हमलों के कारण अफगानी लष्कर को सफलता मिल रही है।

अमरीका ने भी अपनी इस कार्र्वाई का समर्थन किया है। ‘अमरीका ने किसी भी समझौते का उल्लंघन नहीं किया है। पिछले साल से अमरिका अपनी अफ़गानिस्तान से संबंधित भूमिका के बारे में बहुत स्पष्ट और सातत्यपूर्ण है। तालिबान के हमलों से अफगानी जवानों की सुरक्षा करने के लिए अमरीका जवाबदेह है। इसके आगे भी अमरीका अपनी यह ज़िम्मेदारी निभानेवाली है। तालिबान अपनीं आतंकवादी हरक़तें कम करें’, ऐसा अफ़गानिस्तानस्थित अमरिकी लष्कर के प्रवक्ता कर्नल सॉनी लेगेट ने डटकर कहा।

afghanistan-us-talibanसाथ ही, तालिबान भी सालभर पहले हुए समझौते का उल्लंघन कर रहा होने का एहसास कर्नल लेगेट ने करा दिया। गत सालभर में तालिबान ने अफगानी जनता, नेता, सरकारी अधिकारी, प्रांताधिकारी और पत्रकारों को लक्ष्य करना जारी ही रखा है। तालिबान के ये हमलें, यानी अमरीका के साथ हुए समझौते का खुलेआम उल्लंघन होने का पलटवार कर्नल लेगेट ने किया।

इसी बीच, मंगलवार से कतार की राजधानी दोहा में अफगान सरकार और तालिबान के बीच बातचीत शुरू हो रही है। अमरीका के विशेषदूत झल्मे खलिलझाद भी इस बैठक में सहभागी हो रहे हैं। इससे पहले खलिलझाद ने पाकिस्तान का दौरा करके प्रधानमंत्री इम्रान खान से भेंट की थी। वहीं, तालिबान के नेताओं ने भी पाकिस्तानी नेताओं से मुलाक़ात की होने की ख़बरें जारी हुईं थीं।

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