अफगान लष्कर की कार्रवाई में १४५ तालिबानी ढेर – तालिबान ने की अमरिका के साथ चर्चा से वापसी

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तर

काबुल – अफगानिस्तान की सेना ने पिछले दो हफ्तों में तालिबान के विरोध में की हुई दो अलग अलग कार्रवाई के दौरान १४५ आतंकी ढेर हुए है| इनमें तालिबान के वरिष्ठ कमांडर भी मारे गए है और आने वाले दौर में अफगानिस्तान में शुरू यह संघर्ष और भी तीव्र होगा, यह जानकारी सुरक्षा यंत्रणा दे रही है| दौरान, तालिबान ने ईरान के साथ चर्चा करने की तैयारी करके अमरिका के साथ चर्चा से वापसी की है|

पिछले कुछ हफ्तों में तालिबान ने अफगानी सेना पर हमले की तादात बढाई है| अफगान सैनिकों को लक्ष्य करके तालिबानी आंतकियों ने दक्षिण और पश्‍चिमी अफगानिस्तान पर कब्जा करने की शुरूआत की थी| तालिबान की इन गतिविधियों को प्रत्युत्तर देने के लिए पिछले दो हफ्तों से अफगान सेना अमरिकी सैनिकों की सहायता से ‘कंदहार’ और ‘फरयाब’ प्रांत में बडी मुहिम चला रही थी|

इसमें से फरयाब प्रांत में की कार्रवाई में अफगान सेना ने ९७ तालिबानी आतंकी ढेर किए| वही, कंदहार प्रांत के ‘शाह वाली कोट’ हिस्से में अफगान सेना ने ४८ तालिबानी आतंकियों को खतम किया| इस कार्रवाई के लिए अमरिकी लष्कर ने हवाई हमले करके सहायता की| कंदहार में शुरू यह कार्रवाई अबतक शुरू है और आने वाले दौर में इस कार्रवाई की तीव्रता बढाने की जानकारी सुरक्षा अधिकारियों ने दी|

तालिबान ने अफगान सेना की इस कार्रवाई पर आलोचना की है| अफगान सेना की यह कार्रवाई यानी युद्ध का अपराध है, यह दावा तालिबान का प्रवक्ता ‘कारी युसूफ अहमदी’ इन्होंने किया| अफगान सेना ने अपने निःशस्त्र साथीदार एवं उनके घरों पर हमले किए है, यह आरोप अहमदी ने किया| इन दो प्रांतो के अलावा अफगान सेना और तालिबान के बीच अन्य नौ से दस प्रांतों में संघर्ष शुरू है| इसमे से राजधानी काबुल के साथ बघलान और कम से कम अन्य सात प्रांत में शुरू संघर्ष के कारण बीजली कटी है, ऐसी जानकारी सामने आ रही है|

इस दौरान, तालिबान मुख्या धारा में शामिल हो और अफगानिस्तान के गनी सरकार का हिस्सो हो, यह गुजारिश अमरिका ने की थी| इसके लिए अमरिका ने खाडी देशों में तालिबानी कमांडर्स के साथ बातचीत का आयोजन किया था| बुधवार के दिन भी अमरिका ने अफगानिस्ता के विषय में नियुक्त किए हुए विशेष दूत झाल्मे खलिलझाद और तालिबानी कमांडर्स के बीच बातचीत होंगी, ऐसी खबरे प्रसिद्ध हुई थी| लेकिन, अहम मुद्दों पर मतभेद होने से अमरिका के साथ चर्चा संभव नही होगी, यह तालिबान ने प्रसिद्ध किया है| इसके अलावा तालिबान ने ईरान के साथ चर्चा करने के लिए उत्सुकता दिखाई है|

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