अफगान राष्ट्राध्यक्ष की प्रचार सभा पर तालिबान का हमला – २६ लोगों की मौत, ४० से अधिक जख्मी

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरकाबुल: अफगानिस्तान में राष्ट्राध्यक्ष अश्रफ गनी की प्रचार सभा पर तालिबान ने हमला किया है| इस हमलें में २६ लोगों की मौत हुई है और ४० से अधिक लोग जख्मी हुए है| राष्ट्राध्यक्ष गनी इस हमलें में सुरक्षित रहें| पिछले कुछ दिनों में अमरिका और अफगान सेना ने तालिबान के विरोध में कडी कार्रवाई शुरू की है| इसे जवाब देने के लिए यह हमला होने की कडी आशंका व्यक्त की जा रही है|

राजधानी काबुल के उत्तरी हिस्से में परवाना प्रांत में राष्ट्राध्यक्ष गनी ने मंगलवार के दिन प्रचार सभा रखी थी| यह प्रचारसभा शुरू होने के दौरान मोटरसायकल पर पहुंचे आतंकी ने सभास्थान के द्वार पर एक मोटार से टकराकर विस्फोट किया| इस विस्फोट में मारे गए लोगों में बच्चे एवं चार अफगान सैनिकों का समावेश है| अगले कुछ घंटों में इस हमलें में मारे गए लोगों की संख्या बढेगी, यह डर परवान प्रांत के अस्पताल के प्रमुख अब्दुल कासिम संगीन ने व्यक्त किया है|

यह विस्फोट हुआ तब राष्ट्राध्यक्ष गनी व्यासपीठ पर मौजूद थे| अफगान सुरक्षा यंत्रणा ने राष्ट्राध्यक्ष गनी को सुरक्षा के घेरे में सुरक्षित जगहपर पहुंचाया| इस विस्फोट के बाद अगले कुछ ही मिनिटों में राजधानी काबुल में ‘पुलिस डिस्ट्रिक्ट ९’ इस अतिसंवेदनशील हिस्से में भी एक विस्फोट हुआ| इस विस्फोट की जगह से कुछ ही दूरी पर अफगान रक्षामंत्रालय, अमरिकी दूतावा, नाटो का मुख्यालय है| पिछले हफ्ते से इस जगह पर हुआ यह दुसरा हमला है| कुछ दिन  पहले यहां के दूतावास में बडा विस्फोट हुआ था|

तालिबान ने इन दोनों हमलों की जिम्मेदारी स्वीकारी है| ऐसे में २८ सितंबर के रोज अफगानिस्तान में राष्ट्राध्यक्ष पद के लिए चुनाव हो रहे है| इस चुनाव का प्रचार शुरू हुआ है| अफगान जनता को इस चुनाव से दूर रहने का इशारा भी तालिबान ने दिया है| चुनाव के दौरान भीषण हमलें करने की धमकी भी तालिबान ने दी है|

तालिबान को अफगानिस्तान की सत्ता काबिज करनी है| लेकिन, चुनाव में कामयाबी प्राप्त करके सत्ता पर आना संभव नही है, इस बात का पूरा एहसास तालिबान को है| इसी लिए अफगानिस्तान का चुनाव उधेड ने के लिए तालिबान ऐसे खुनखराबा करनेवाले हमलों का सत्र शुरू करेगी, यह बात पहले ही स्पष्ट हुई है| इसी बीच अमरिका और अफगान सेना ने तालिबान के विरोध में शुरू की हुई आक्रामक लष्करी मुहिम को बडी कामयाबी मिल रही है और इसमें हजार से भी अधिक तालिबानी आतंकी मारे गए है| इस वजह से तालिबान पर बने दबाव में बढोतरी हुई है और अपनी ताकद दिखाने के लिए भी तालिबान इन आतंकी हमलों का इस्तेमाल कर रहा है|

इस दौरान, अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने तालिबान के साथ बातचीत रद्द करने के बाद अफगानिस्तान में शुरू खुनखराबे में और भी बढोतरी होगी, ऐसा अमरिका के वरिष्ठ सेना अधिकारी ने कहा था| इस हिंसा का अफगानिस्तान के चुनाव पर असर हो सकता है, यह चिंता व्यक्त हो रही है|

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