युद्धविराम से पहले तालिबान ने अफ़गानिस्तान में दो अहम ठिकानों पर कब्ज़ा किया

काबुल – गुरूवार से शुरू हो रहे युद्धविराम से पहले तालिबान ने अफ़गानिस्तान के दो अहम ठिकानों पर कब्ज़ा किया। बुधवार के दिन तालिबान ने काबुल से मात्र ४० किलोमीटर दूरी पर स्थित ‘नर्ख’ जिले पर कब्ज़ा करने का ऐलान किया। राजधानी काबुल के प्रवेश द्वार के तौर पर जाने जा रहे नर्ख पर किया कब्ज़ा यानी तालिबान के काबुल पर होनेवाले हमले के संकेत हो सकते हैं, ऐसा ड़र विश्‍लेषकों ने जताया है। इसी बीच अफ़गानिस्तान के ‘फर्स्ट वाईस प्रेसिडंट’ अमरुल्लाह सालेह ने तालिबान को अमरीका ने ही अधिकृत दर्ज़ा बहाल किया होने की नाराज़गी व्यक्त की है।

taliban-afghan-ceasefire-2अमरीका ने बीते वर्ष तालिबान के साथ समझौता करके अफ़गानिस्तान में तैनात अपनी सेना हटाने का ऐलान किया था। डोनाल्ड ट्रम्प के बाद राष्ट्राध्यक्ष बने ज्यो बायडेन ने भी अमरिकी सेना की वापसी का निर्णय कायम रखा। लेकिन, मई महीने के बजाय सितंबर तक अफ़गानिस्तान से सेना की वापसी पूरी होगी, यह ऐलान उन्होंने किया। अमरीका और नाटो देशों की सेनाएं हटने के बाद तालिबान फिर से पूरे अफ़गानिस्तान पर कब्ज़ा करेगा, ऐसा ड़र व्यक्त किया जा रहा है। अमरिकी सेना की वापसी शुरू होने के साथ ही तालिबान की हो रही आक्रामक गतिविधियाँ और हिंसा भी इसकी पुष्टि कर रही हैं।

taliban-afghan-ceasefire-3अमरीका की वापसी पर मुहर लगने के बाद तालिबान ने हमलों की तीव्रता बढ़ाई है। तालिबान ने अफ़गान सेना, सुरक्षा यंत्रणा, सरकारी दफ्तर, शिक्षा संस्थाओं को लगातार लक्ष्य किया है। इसी बीच अफ़गानिस्तान के अधिक से अधिक इलाके पर कब्ज़ा करने की जोरदार कोशिश तालिबान कर रही हैं। बीते हफ्ते में ही तालिबान ने बागलान प्रांत के बर्का जिले पर कब्ज़ा किया था। इसके बाद अब राजधानी काबुल के करीबी नर्ख जिले पर कब्ज़ा करके तालिबान ने अपने इरादे स्पष्ट किए हैं।

taliban-afghan-ceasefire-1स्थानीय सुरक्षा यंत्रणा एवं लष्करी दल नर्ख से पीछे हटे हैं, यह जानकारी अफ़गानिस्तान के अंदरुनि सुरक्षा विभाग ने प्रदान की। लेकिन, इन दलों का ऐसे पीछे हटना ‘टैक्टिकल रिट्रीट’ होने की बात स्पष्ट की गई है। इसी बीच रक्षा मंत्रालय ने निवेदन जारी करके ऐसा कहा है कि, जल्द ही नर्ख पर कब्ज़ा करने के लिए मुहिम शुरू की जाएगी। तालिबान ने जारी किए निवेदन में जिले के पुलिस मुख्यालय और लष्करी अड्डे पर कब्ज़ा करने का दावा किया है।

इसी बीच तालिबान को अमरीका ने ही अधिकृत दर्जा बहाल किया है, ऐसी आलोचना अफ़गानिस्तान के फर्स्ट वाईस प्रेसिडंट अमरुल्लाह सालेह ने की है। अमरिकी समाचार चैनल को दिए साक्षात्कार के दौरान सालेह ने यह आरोप लगाया है कि, दोहा समझौता यानी अमरीका और तालिबान के बीच हुआ समझौता होने से इसके आगे तालिबान जो कुछ करेगी उसके लिए अमरीका ही ज़िम्मेदार होगी।

‘अमरिकी सेना की वापसी के निर्णय का अफ़गानिस्तान सम्मान करता है। लेकिन, फिर भी आर्थिक, राजनीतिक और रणनीतिक नज़रिये से अफ़गानिस्तान के साथ सहयोग अमरीका बरकरार रखेगी, ऐसी उम्मीद भी सालेह ने इस दौरान व्यक्त की।

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